कर्नाटक में मुस्लिमों को दिया गया पिछड़ा वर्ग का दर्जा।
25 April 2024
अब UK और US नहीं ‘भा’ दिलाएगा परफेक्ट शू साइज।
25 April 2024
“मेरा काम है बॉल को बाउंड्री के बाहर पहुंचाना” इतना स्पष्ट दृष्टिकोण बहुत ही कम बल्लेबाज़ों का देखने को मिला है, वो भी तब जब वो भारत से हो। अधिकतम बल्लेबाज़ समय लेकर जांचकर, परखकर अपने कौशल का प्रदर्शन करते थे। आक्रामक बल्लेबाज़ हमारे देश में कम ही होते थे। ...
ऐसा प्रतीत होता है कि कुपित, कुंठित, बेकार, नकारा, आतंकी, भिखारी जैसे विशेषण केवल और केवल पाकिस्तान के लिए बने हैं. आतंकपरस्त पाकिस्तान की हालत क्या हो गई है, यह सर्वविदित है. आतंकियों का पालनहार पाकिस्तान अब अपने कृत्यों की सजा भुगत रहा है. उसकी हालत बद से बदतर हो ...
पाकिस्तान की हालत कैसी है यह आप बेहतर जानते हैं. आतंकपरस्त यह राष्ट्र घुट-घुट कर मर रहा है. इसकी अर्थव्यवस्था रसातल में पहुंच चुकी है, कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है, आतंकियों की फंडिंग रूक नहीं रही, भ्रष्टाचार थम नहीं रहा और यह कपटी अभी भी 'कश्मीर' पर अटका हुआ ...
Ramiz Raja Ashwin controversy: आने वाले कुछ ही दिनों में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत होने वाली है। भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला 23 अक्टूबर को खेला जाने वाला है लेकिन मैच से पहले ही दोनों देशों के दिग्गजों के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग देखने को ...
ड्रैगन के नाम से मशहूर चीन के बारे में एक कहावत प्रसिद्ध है कि चीन की दुश्मनी से ज्यादा उसकी दोस्ती हानिकारक है। वस्तुतः चीन की विस्तरवादी नीतियों से विश्व भलीभांति परिचित है, चीन पहले मित्रता करता है तत्पश्चात छोटे देशों को भर भर कर पैसा देता है, फिर वे ...
भारत का इतिहास काफ़ी प्रतिभाशाली रहा है. भारत ने अपने विकास के क्रम में कभी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया. वस्तुतः भारत की भूमि में संसाधन की मात्रा इतनी अधिक है कि हमने कभी दूसरे देश की भूमि पर अपनी कुदृष्टि नहीं डाली किंतु वहीं दूसरी ओर भूखे नंगे ...
नरेंद्र दामोदर दास मोदी, यह केवल एक नाम नहीं है बल्कि अब एक नीति बन गई है। पीएम मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत की ऐसी धाक जमाई है कि अपने आप को सुपर पावर कहने वाला अमेरिका, भारत की सुनता है और वही सबसे अराजकतावादी मुल्क यानी अफगानिस्तान का ...
'मजबूरी का नाम महात्मा गांधी' कहावत यूं ही नहीं कहा जाता है, यह कूटनीति की ऐसी दुविधा को दर्शाता है, जो भारत को न चाहते हुए भी निभानी पड़ती है। ऐसे अनेक अवसर आते हैं, जब भारत को उन देशों के साथ भी सभ्य होना पड़ता है जिनका अस्तित्व और ...
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय, हिंदी के सबसे बड़े लेखकों और कवियों में से एक. अज्ञेय की एक बहुत ही अच्छी कविता है. अज्ञेय लिखते हैं- आपने कभी चाय पीते हुए पिता के बारे में सोचा है? अच्छी बात नहीं है पिताओं के बारे में सोचना। अपनी कलई खुल जाती है। ...
यह वो वर्ष है जब भारत अपने 75वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मानने वाला है और दूसरी ओर मजहबी आधार पर बना मुल्क पाकिस्तान की आजाद के भी 75 वर्ष पूरे होने को है लेकिन आज बात पाकिस्तान की ही करेंगे कि आखिर कैसे यह मुल्क बर्बादी की बुनियाद पर ...
भारत वह भूमि है जहां लोग सहायता और सहयोग में विश्वास करते हैं। भारत को हमेशा "शांतिप्रिय देश" के रूप में जाना जाता रहा है। भारत के इन्हीं मूल्य और नैतिकता के कारण आज दुनिया के अधिकांश देशों के साथ हमारे अच्छे राजनीतिक संबंध हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा ...
क्या कभी ऐसा हुआ है कि पाकिस्तान ने भारत पर कोई आरोप लगाया हो और उसमें कोई सच्चाई हो? उत्तर है- बिल्कुल नहीं! क्योंकि पाकिस्तान के आरोप हमेशा बेबुनियाद, बचकाने और झूठे होते हैं. वो अलग बात है कि वैश्विक मंचों पर आतंक परस्त पाकिस्तान की हकीकत सामने लाने में ...