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‘भारत अनादि है, इसका कोई राष्ट्रपिता नहीं’: महात्मा गांधी पर बोले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद

महात्मा गांधी को 'राष्ट्रपिता' कहे जाने को लेकर अक्सर लोगों के मतों में भिन्नता रहती है। लोग मानते हैं कि राष्ट्र के रूप में भारत अनादि काल से है तो इसका पिता कोई नहीं हो सकता है। वहीं, कई ...

करेंसी नोट पर कैसे आई महात्मा गाँधी की तस्वीर, सबसे पहले कब छपी, कहां क्लिक की गई थी?

दुनिया के अलग-अलग देशों में मुद्राओं पर बने प्रतीकों और छवियों के ज़रिए देश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की कहानी बताई जाती रही है। भारत में नोटों पर अलग-अलग ऐतिहासिक व सांस्कृतिक स्थलों, विभिन्न वैज्ञानिक कार्यक्रमों जैसी कई ...

हरियाणा में कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान में हिंदुओं की एंट्री बैन ?

नेता विपक्ष राहुल गांधी पूरे देश में मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करते हैं, लेकिन कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि मोहब्बत की इस दुकान में सिर्फ एक वर्ग विशेष की ही एंट्री ...

7 सबसे अशुद्ध भारतीय इंडियन वॉर मूवीज़

भारतीय सिनेमा में युद्ध नाटकों के निर्माण का एक लंबा इतिहास रहा है जो देश की सशस्त्र सेनाओं के वीरतापूर्ण बलिदान और संघर्ष को दर्शाते हैं। जहां कुछ फिल्मों ने इन ऐतिहासिक घटनाओं के सार को सफलतापूर्वक पकड़ लिया ...

स्वतंत्रता सेनानियों का रिश्तेदार होने मात्र से आप सर्वज्ञाता नहीं बन जाते!

इस बात से किसे आपत्ति होगी कि वीर सावरकर ने “भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस” जैसे असंख्य क्रांतिकारियों को प्रेरित किया? कोई देशभक्त तो पक्का नहीं होगा, परंतु इस संसार में ऐसे भी लोग, जिन्हे इस बात से भी ...

अकबर का हिन्दू प्रेम : सत्य बनाम मिथ्या!

अकबर को महान क्यों बताया जाता है? क्योंकि वामपंथी इतिहासकारों के अनुसार, वे सेक्युलर थे, उन्होंने कई राज्यों के साथ मित्रता की, कई हिन्दू राजकुमारियों को अपने घर का हिस्सा बनाया। परंतु जब आज के युग में अतीक अहमद ...

असहयोग आंदोलन गांधी की उपज नहीं थी

कुछ समय पूर्व, सीबीआई द्वारा सम्मन भेजे जाने पर आम आदमी पार्टी का हर एक नेता क्रोध से तमतमा रहा था। कुछ अति उत्साही समर्थक तो इतना भावुक हो गए कि केजरीवाल की तुलना बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी से ...

गोपीनाथ बोरदोलोई : असम के रक्षक!

हमारे देश का इतिहास बड़ा विचित्र है। जब बात आती है देश के नायकों को उचित सम्मान देने की, तो उन्हे अखबार का एक स्तम्भ भी प्राप्त नहीं होता। परंतु जब बात आती है देश का अहित चाहने वालों, ...

GD Naidu biopic माधवन का अगला प्रोजेक्ट : “एडिसन ऑफ इंडिया” पर बायोपिक

GD Naidu biopic trailer: कौन कहता है कि भारत में रचनात्मकता के लिए कोई स्थान नहीं? इस देश को यूं ही सोने की चिड़िया नहीं कहा जाता था। यहाँ के कोने कोने में रचनात्मकता एवं उद्यमिता बसी हुई है, ...

चारण : राजपूताना के “योद्धा कवि”

Charan caste history in Hindi: भारत में भांति भांति के योद्धा उत्पन्न हुए हैं। कुछ के लिए बल अधिक महत्वपूर्ण है, तो कुछ ने बुद्धि से युद्ध जीते हैं, परंतु राजस्थान वो भूमि है, जहां के कण कण में ...

जब नेहरू वाली गलती दोहराने वाले थे लालबहादुर शास्त्री….

वो कहते हैं “दुर्घटना से देर भली”। आज भारत की आक्रामकता से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है। परंतु स्वतंत्रता के पश्चात प्रारम्भिक दो दशकों में ऐसा नहीं था। चीन ने हमारा क्या हाल बनाया, इससे कोई भी अनभिज्ञ नहीं ...

बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

भारत का इतिहास एक सागर समान हैं, जितना ही गहरा जाओ, कुछ न कुछ नया ही जानने को मिलता है। हमें पूर्व में ये बताया जाता था  कि गांधी और नेहरू के कारण ही देश स्वतंत्र हुआ था, और ...

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