शाहरुख बन गया अभिषेक, इंडिया टुडे वालों घिन नहीं आती
जब कोई चीज आपके एजेंडे में फिट ना बैठे, तो सच ही छिपा दो और झूठ लोगों के आगे परोस दो। ऐसा ही काम आज हमारे देश के कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा किया जा रहा है। कई मीडिया संस्थान ...
जब कोई चीज आपके एजेंडे में फिट ना बैठे, तो सच ही छिपा दो और झूठ लोगों के आगे परोस दो। ऐसा ही काम आज हमारे देश के कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा किया जा रहा है। कई मीडिया संस्थान ...
लोग कुछ भी कहें परंतु बॉयकॉट अभियान में बड़ी ताकत है। इस समय तो सबकी लंका लगी पड़ी है और बॉलीवुड का तो हाल भी मत पूछिए। लाल सिंह चड्ढा के विरुद्ध राष्ट्रीय स्तर पर #BoycottLaalSinghChaddha ट्रेंड कर रहा ...
गायक सिद्धू मूसेवाला के मरणोपरांत गीत 'एसवाईएल' से 31 साल बाद एक बार फिर सुर्खियों में आए आतंकवादी बलविंदर सिंह जट्टाना का नाम अब केवल गाने तक ही सीमित नहीं रह गया है. हाल ही में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक ...
खालिस्तानी एजेंडा चलाना ब्रिटेन में केटीवी चैनल को बहुत भारी पड़ गया। उसे इसका मूल्य अपना लाइसेंस सरेंडर करके चुकाना पड़ा। हाल ही में खालिस्तान के समर्थन में दुष्प्रचार करने वाले खालसा टीवी लिमिटेड (KTV) ने अपना लाइसेंस सरेंडर ...
कश्मीर में 1990 वाली जिहादी साजिश दोहराने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। कश्मीरी पंडित फिर से कट्टरता और आतंकवाद का शिकार हो रहे हैं। महज 22 दिनों के अंदर 8 लक्षित हत्याओं को अंजाम देकर आतंकवादी कश्मीर के ...
पाकिस्तान और उसके चिकने मियां टाइप लोग अपनी बुद्धि कपाट में बंद कर बाहर से ताला लगाने में बड़े माहिर होते हैं। नेता तो नेता, क्रिकेटर भी अपनी अकल का तुच्छ प्रदर्शन करने से कभी बाज़ नहीं आते। कुछ ...
कश्मीर घाटी के हिंदुओं, जिनमें से अधिकांश कश्मीरी पंडित थे, जिनको 1989 के अंत और 1990 की शुरुआत में जेकेएलएफ और इस्लामी विद्रोहियों द्वारा लक्षित किए जाने के परिणामस्वरूप कश्मीर घाटी से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। कश्मीरी ...
कागज़ तो दिखाने पड़ेंगे से लेकर बोरिया बिस्तर बांध लो, वी हैव कम आ लॉन्ग वे। मज़ाक से इतर यह बात बेहद संजीदा और महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका सरोकार देश की सुरक्षा, संसाधनों पर अधिकार और जमीन के मालिकाना ...
बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही केजरी काफी था, हर शाख पे राखी बिड़लान बैठी है अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा। आज इस कथन को थोड़ा परिवर्तित इसलिए किया गया क्योंकि दिल्ली का स्वघोषित मालिक अरविंद केजरीवाल इतना नीचे गिर ...
मार्च महीना लिबरलों के लिए दुःख के साथ आया और दुःख देकर ही जाता दिख रहा है। शुरुआत मन को तोड़ने के साथ हुई जब लिबरलों की इच्छा विरुद्ध पांच राज्यों में से 4 राज्यों में पुनः भाजपा सरकार ...
खिस्यानी बिल्ली खम्बा नोचे, द कश्मीर फाइल्स देखने के बाद से देश के एक वर्ग वामपंथी और लिबरल गुट को बरनोल की आवश्यकता पड़ने के साथ ही उसकी बुद्धि ने भी काम करना बंद कर दिया है। अपनी खीज ...
सत्य को दबाया जा सकता है ,किन्तु सदैव के लिए आप सत्य छुपा नहीं सकते हैं | सत्य की हमेशा अंधेरे मे न रहने वाली प्रवृत्ति ही सत्य को शाश्वत बनती है | सत्य एक न एक दिन बाहर ...
©2024 TFI Media Private Limited