जिनपिंग के गलवान दुस्साहस के बाद से ही चीनी अर्थव्यवस्था की लंका लग गई है
अब हम वो पहले वाले भारत नहीं रहे जो लिबिर-लिबिर किया करते थे अब हमको चाहिए फुल इज्जत। जी हां, मिर्जापुर सीरीज में गुड्डू भैया द्वारा बोला गया यह संवाद भारत के परिप्रेक्ष्य में बिल्कुल सटीक बैठता है। कई ...