एस जयशंकर की ताबड़तोड़ कूटनीति का दिखा एक और नमूना, एक ही दिन में श्रीलंका को किया अपने पाले में
भारत के पड़ोसी श्रीलंका में चुनाव हों और भारत उसपर ध्यान भी ना दे, भला ऐसा कैसे हो सकता है? श्रीलंका में गोटाबाया राजपक्षा की जीत के बाद जहां एक तरफ पूरी दुनिया से उन्हें बधाई संदेश प्राप्त हो ...