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संविधान की आड़ में मानवाधिकार के पैरोकार कैसी कैसी दलीलें देते हैं

देश में कुछ भी होता है लोग संविधान को उठाकर ले आते हैं। आज देश में हर मुद्दे पर सबसे पहले संविधान की दलील दी जा रही है। लाउडस्पीकर से लेकर वंदे मातरम और जन-गण-मन गाने और नहीं गाने ...

अगर आपको लगता है की उनका विरोध “वन्दे मातरम” या राष्ट्रगान से है तो आप गलत हैं

यूँ तो मैं दिल्ली ग्रैजूएशन के दौरान तीन साल रहा पर कभी कहीं घूमने नही गया। बस लालक़िले के सामने से लगभग हर हफ़्ते निकलना होता था, पर कभी जाने का मन नही हुआ। लेकिन एक बार मौक़ा लगा ...

उत्तरप्रदेश की जनता ने नहीं बल्कि योगी आदित्यनाथ को जीज़स ने जिताया

भारत भूमि से लेकर हिन्दू सभ्यता और सनातन धर्म विश्व में प्राचीनतम हैं। यह कोई 14-15 सौ वर्ष पुराना या किसी AD-BC से निर्धारित किया जाने वाला धर्म नहीं हैं। भारतीय वेद, उपनिषद, उपवेद, महाकाव्य और अन्य ग्रन्थ विश्व ...

कांग्रेस रायबरेली में चुनाव सोनिया गाँधी की वजह से नहीं इनकी वजह से जीतती है

अक्सर आपने चुनावों और चर्चाओं में बार-बार सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के बारे में सुना होगा| इसके अतिरिक्त कहा जाता है कि कांग्रेस पार्टी अपने इस गढ़ से कभी चुनाव नहीं हारती है| हालाँकि इन विधानसभा चुनावों ...

गौहत्या अपने आप रुक जायेगी, पर पहले जरूरी है इन कानूनों को बदलना

उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही बूचड़खानों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं। खास तौर पे ऐसे बूचड़खाने जो अवैध हैं और साथ ही संदिग्ध तौर पर जिनमें गाय काटने का शंका हैं। दरअसल उत्तरप्रदेश ...

पर राम मंदिर ही कोई राम अनाथालय या राम अस्पताल क्यों नहीं?

सौगंध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनायेंगे। रामलला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनायेंगे।। पिछले 25 सालों से यह नारा पुरे देश में गूँज रहा हैं। उत्तरप्रदेश में भाजपा के जीत के बाद श्रीराम भक्तों के वर्षों के इंतजार ...

देश में कोई भी देशविरोधी गतिविधि हो, ये तीनो ही बीच-बचाव करते क्यों मिलते हैं?

दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में देश-विरोधी नारे लगाए जाने के बाद हुए हिंसक झड़पों से उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस घटना के बाद से सोशल मीडिया में छिड़े दंगल में विभिन्न क्षेत्रों के ...

क्यों अमेरिकी सैनिक लेफ्टिनेंट-कर्नल रंगराज और उनकी पलटन को “मैरून एंजेल” बुलाते थे?

लेफ्टिनेंट-कर्नल रंगराज और उनकी पलटन को “मैरून एंजेल” बुलाते थे? 1910 से ले के दूसरे विश्व युद्ध तक कोरिया(संयुक्त कोरिया) पर जापान का कब्ज़ा था। द्वितीय विश्व युद्ध जापान हार गया और परिणाम स्वरुप जापान को कोरिया के ऊपर ...

बुंदेलखंड – उत्तर प्रदेश का सबसे उपेक्षित क्षेत्र

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में हैं| इन चुनावों में राजनैतिक पार्टियाँ विभिन्न मुद्दों और विचारों के साथ जनता के सामने जा रही है| परन्तु जब भी कभी उत्तर प्रदेश में सूखे, पिछड़ेपन और किसानों की ...

सिर्फ कट्टरपंथियों का शहर नहीं हैदराबाद

यह लेख खासकर मैं उन लोगो के लिए लिख रहा हूं जिन्होंने आज तक इस शहर की हवा और नब्ज को कभी महसूस नहीं किया है या फिर उनकी मानसिकता में यह शहर एक “मुस्लिम कट्टरपंथियों” का शहर मात्र ...

विमुद्रीकरण मसले पर विपक्ष जनता की नब्ज़ पकड़ने में पूरी तरह से असफल रहा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विमुद्रीकरण की घोषणा करने के चंद मिनटों बाद ही देश में क्रांति की लहर उमड़ पड़ी थी| एक ओर ये एक ऐसी क्रांति थी जिसने काला कारोबार कर अवैध उगाही करने वालो पर एक ...

बाकी सब तो ठीक है पर ये पार्टी है या ट्रैक्टर?

योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने अपने “स्वराज अभियान” का अंत कर एक नई राजनैतिक पार्टी “ स्वराज इंडिया ” का गठन कर लिया है। हालॉकि उनसे इससे ज़्यादा की उम्मीद भी नहीं थी , मतलब वो अपने स्वराज ...

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