जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे यह तीन बड़े बदलाव।
23 April 2024
अरे भाई, शांत हो जाओ, का दिक्कत हो गई भैया, काहें इतना तमतमाए हुए हो? महाकाल के दर्शन ही तो करने आए थे वो लोग। बस, यहीं पर सारा रायता फैला दिए रणबीर कपूर ने। हमारे वृद्धजन गलत नहीं कहते थे, जब मन मस्तिष्क में ही खोट हो तो आगे ...
Boycott Brahmastra: परंतु क्यों? क्या हम इतने मूर्ख हो गए हैं कि हम किसी भी वस्तु का निराधार बहिष्कार करेंगे? क्या हम बॉलीवुड के प्रति अपने विरोध में इतने अंधे हो चुके हैं कि हम ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्म को बहिष्कृत करने का ‘दुस्साहस’ करेंगे, जो हमारे प्राचीन संस्कृति की महिमा ...
कुछ फिल्में अगर OTT पर प्रदर्शित हो रही हैं तो उसके दो ही कारण है या तो उसके भाग्य फूटे हैं या फिर वो फिल्म इतनी खराब है कि OTT के अतिरिक्त वह कहीं प्रदर्शित होने योग्य नहीं है। यह बात अक्षय कुमार के हाल ही में प्रदर्शित ‘कठपुतली’ पर ...
भ्राता रणबीर कपूर, कुछ तो रिकॉर्ड साफ रखते। हम सभी जानते हैं कि इस समय आप पर काफी दबाव हैं और आपके फिल्म उद्योग पर तो और अधिक दबाव है पर जैसा चल रहा है वैसे तो हो चुका कल्याण। राम गोपाल वर्मा के बहुचर्चित फिल्म रक्त चरित्र में एक ...
आज के समय में ब्रांड बनाना तो फिर भी आसान है, ब्रांड तो कोई भी बना सकता है परंतु भीड़ में अपने ब्रांड को स्थापित करना और उसे सबसे अलग पहचान दिलाना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। वो भी ऐसे वक्त में जब हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा इतनी बढ़ गयी हो। ...
“काका, म्हाला वाचवा!” एक बालक प्रांगण में इधर से उधर दौड़ते हुए चिल्ला रहा था पर उसकी पुकार एक व्यक्ति देखकर भी अनसुनी कर रहा था। सत्ता की लालसा में वह इतना अंधा हो चुका था कि उस युवा बालक का संहार करने को भी उद्यत था और हुआ भी ...
देखो भई करण, तुम आदमी जैसे भी हो, परंतु यह काम नहीं करना चाहिए था। जयकान्त शिकरे जैसा एटीट्यूड केवल जयकान्त शिकरे पर ही सुहाता है आप पर नहीं, जिनसे खुद की एक ओरिजिनल फिल्म तक न बन सके। जी हां, यहां बात हो रही है करण जौहर की जिन्होंने ...
आप किसी प्रतिस्पर्धा में उतरते हो, तो आपके मन में क्या चलता है सबसे उच्चतम के साथ हमारा मुकाबला होना चाहिए, नहीं। परंतु पुरी जगन्नाध और विजय देवरकोंडा का तो कुछ अलग ही विचार है। यहाँ तो इनका कॉम्पिटिशन सीधा KRK की देशद्रोही से हो रहा है, विश्वास नहीं होता ...
सुकेश चंद्रशेखर केस पर आराम से एक जीवनी अथवा एक क्राइम नॉवेल/वेब सीरीज के योग्य मटेरियल प्राप्त हो जाएगा। दिन प्रतिदिन कुछ न कुछ नया मसाला मिलता ही रहता है। अब तो अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडीस ‘चिट्टीयां कलाइयां’ मोड में आ गयी हैं और उल्टा ED पर ही पक्षपात का आरोप ...
कहते हैं कि भोर से पूर्व का अंधकार सबसे गहरा प्रतीत होता है और कहीं न कहीं इसी अंधकार में छुपे होते हैं कुछ अवसर जो काफी कुछ परिवर्तित कर सकते हैं। अब लाल सिंह चड्ढा के फ्लॉप होने से बॉलीवुड रसातल में जाता हुआ प्रतीत होता है परंतु इसी ...
कभी कभी लाख प्रयत्न करने पर भी कोई वस्तु नहीं मिल पाती और कभी कभी कोई वस्तु ऐसी होती है, जिसे हम देखना भी पसंद न करें परंतु वही हमें शिखर तक पहुंचाने में मददगार साबित हो जाती है। कभी देश की धड़कन और लाखों लोगों की जान कहे जाने ...
देश की जनता ने आमिर खान को बॉयकॉट कर दिया है! उनकी पिछली कई फिल्में भारत में बुरी तरह से फ्लॉप हुई हैं और लाल सिंह चड्ढा की हालत भी वैसी ही है। भारत में इस फिल्म को जनता ने सिरे से नकार दिया है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा ...