करण जौहर, वापसी के बारे में भूल ही जाओ क्योंकि अब तुमसे न हो पाएगा
बचपन में हमारे पास बड़े अनोखे प्रश्न थे। पहले मुर्गी आई या अंडा? फिर थोड़े बड़े हुए, तो सोचे, ये दुनिया गोल क्यों, चपटी क्यों नहीं? फिर थोड़े बड़े हुए, तो सोचे, चाबी कहाँ है? फिर थोड़े बड़े हुए, ...