क्रेडिट कार्ड से अब नहीं कर पाएंगे निजी पेमेंट।
24 April 2024
रूस-यूक्रेन विवाद जहां एक ओर दिन-प्रतिदिन रौद्र स्वरुप लेता जा रहा है, तो वहीं अधिकांश पश्चिमी देश रूस को घेरते हुए उसे दुनियाभर का सबसे बड़ा मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता बना रहे हैं। ऐसे में अब तक संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना रुख तटस्थ रखते आ रहे भारत ने लगातार चौथी बार ...
क्रिकेट इतिहास के दिग्गज शेन वॉर्न अब हमारे बीच में नहीं हैं। खेल जगत के इस बड़े सितारे के यूं अचानक जाने से पूरा खेल जगत शोक में डूब गया है। फुटबॉल में जो कद लियोनेल मेसी का है, टेनिस में जो कद रोजर फेडरर का है, कुश्ती में जो ...
ममता बनर्जी के ग्रह नक्षत्र इस समय ठीक नहीं चल रहे हैं। पार्टी में आंतरिक विद्रोह चल रहा है। पार्टी की पकड़ राज्यों में कमजोर हो रही है। वाम दलों द्वारा ममता को उनके गढ़ में घेरा जा रहा है। पूरी तरीके से भद्द पिटी हुई है और दूसरी ओर, ...
टीआरपी के लिए टीवी चैनल्स क्या क्या करते नहीं दिखते, अगर न्यूज चैनलों की बात करें तो वो दर्शकों को चैनल से बांधने के लिए स्क्रीन पर ही बमबारी करने लगते हैं। सही-गलत जो मुंह में आया बोल दिया, जो समझ में आया दिखा दिया, भले ही उसका सत्य से ...
अब समय आ गया है कि अमेरिका यह समझ ले कि भारत छोड़िये, कोई भी देश अमेरिका से नहीं डरता है। अब कोई अमेरिका पर निर्भर नहीं है। इसकी गुंडई अब वहीँ चल सकती है जहाँ परमाणु हथियार नहीं है और जिनकी सैन्य क्षमता में दम नहीं है। इससे ज्यादा ...
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीयों को निकालने पर 'व्यापक ब्रीफिंग' और ' सवालों का स्पष्ट जवाब' देने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर की प्रशंसा की है। थरूर ने कहा, "यही वह भावना है जिसमें विदेश नीति चलाई जानी चाहिए।" थरूर और राहुल गांधी समेत अन्य ...
आखिरकार भारत ने रूस का साथ दे दी ही दिया। यूक्रेन विवाद पर सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में भारत रूस के साथ खड़ा रहा। अब इससे पश्चिम के देश बौखला गए हैं और भारत के बारे में फिजूल की बयानबाज़ी कर रहे हैं। इस पर जाने-माने न्यूज प्रेजेंटर एलेस्टेयर ...
जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। यूक्रेन से आ रहे भारतीयों में जहां एक ओर इस बात का संतोष है कि वो संकटग्रस्त देश से लौट अपने वतन आ चुके हैं। तो वहीं, एक वर्ग ऐसा भी है जिसका पहले से ही ध्येय था कि जैसे ही ...
TRP TRP TRP, इस TRP की माया की होड़ में पत्रकारिता का स्वरूप इतना बदल गया है कि वो पत्रकारिता लगती ही नहीं है। इस अंधी दौड़ में भारतीय मीडिया अपने स्तर को दोयम दर्ज़े का बनाने में कोई कसर छोड़ती दिख नहीं रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण मौजूदा समय ...
भारत में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फीस देश की सबसे बड़ी बुनियादी समस्याओं में से एक है। निजी कॉलेजों की फीस इतनी ज्यादा होती है कि एक आम आदमी इसे अफॉर्ड नहीं कर सकता। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जब बवाल मचा तो यह आंकड़ा सामने आया कि यूक्रेन में मेडिकल ...
देखन में छोटे लगैं घाव करैं गम्भीर, यह कथन आज के परिप्रेक्ष्य में भारत पर एकदम सटीक बैठता है। जहां बीते सात दशक से भारत हर बार अमेरिका और अन्य किसी देश के प्रतिक्रिया देने के बाद अपनी ओर से कदम आगे बढ़ाता था, आज वो अक्षम से सक्षम राष्ट्र ...
किसी भी व्यक्ति को उसके अपनों के होने का एहसास दो परिस्थितियों में ही अधिक होता है। एक उसके ख़ुशी और दूसरे उसके कष्ट के समय में। इनमें भी प्रमुखतः कष्ट और दुःख के समय में कितने लोग आपके साथ हैं उसे ही देखा जाता है क्योंकि ख़ुशी में तो ...