केवल सेलिब्रिटीज ही नहीं, राजीव मसंद जैसे Bollywood के क्रिटिक्स भी नेपोटिज्म को बढ़ावा और ‘Outsiders’ का अपमान करते हैं
हमारे फिल्म उद्योग में आलोचकों को भी उतना ही महत्व दिया जाता है, जितना किसी अभिनेता, निर्देशक, पटकथा लेखक इत्यादि को। एक आलोचक केवल फिल्म को मनोरंजन के नज़रिये से ही नहीं, अपितु हर एक पहलू से जांच परख ...