Tag: नरसंहार

शंकरबिघा नरसंहार: एक गांव की रात, टूटे हुए गवाह और बिखरता न्याय

जनवरी 1999 की वह ठंडी रात थी। औरंगाबाद ज़िले के अरवल अनुमंडल के छोटे-से गांव शंकरबिघा में लोग सामान्य दिनचर्या के बाद सो ...

अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

दुनिया का इतिहास अक्सर विजेताओं के शब्दों में लिखा गया है। लेकिन कभी-कभी, अगर हम गहराई से देखें तो इस इतिहास की तहों ...

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

बिहार के औरंगाबाद ज़िले की सोनई नदी के किनारे बसा एक छोटा सा गांव—लक्ष्मणपुर बाथे। आज यह नाम भारतीय राजनीति और न्याय व्यवस्था ...

बंगाल फ़ाइल्स: सत्य, राजनीतिक चुप्पी और विस्थापित इतिहास की पुकार

बंगाल फ़ाइल्स केवल एक फ़िल्म नहीं है, यह सत्य, स्मृति और न्याय की लड़ाई है। एक ऐसा पुनर्निदेशन जो दशकों तक दबाए गए ...

जला कर मार डाले गए थे 44 दलित… केंद्र में कांग्रेस, राज्य में DMK: कहानी उस नरसंहार की जिसमें अब तक किसी को नहीं हुई सज़ा

वर्तमान समय में, दलित, पिछड़े और सवर्ण को मुद्दा बनाकर राजनीति करना राजनीतिक दलों की आदत बन गई है। एक ओर जहां प्रधानमंत्री ...

मुगलों को हत्यारा एवं आक्रांता बताकर यूक्रेन राजदूत ने लिबरल गैंग में आग लगा दिया है

मुग़ल कौन थे, क्या थे और कैसे थे यह हमारे देश में अभी भी विवाद का विषय बना हुआ है? यह विवाद अज्ञानता ...