‘बुझती लौ ज़्यादा फड़फड़ाती है’ वरुण गांधी को देखकर ‘नैतिकता’ से भरोसा ही उठ जाता है
विवाद, तकरार और वरुण गाँधी पुराने और घनिष्ठ मित्र रहे हैं. एक दूजे के बिना अधूरे. इसलिए तो जहाँ वरुण हों वहां कोई ...
विवाद, तकरार और वरुण गाँधी पुराने और घनिष्ठ मित्र रहे हैं. एक दूजे के बिना अधूरे. इसलिए तो जहाँ वरुण हों वहां कोई ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी हाज़िरजवाबी और तटस्थ वाक शैली के लिए जाने जाते हैं। उनका हर एक निर्णय कई पहलुओं को जांच-परखकर और ...
व्यक्ति जिस चीज पर कभी-कभी सबसे ज्यादा गर्व करता है, वही उसके लिए कैसे सबसे बड़ा अभिशाप बन सकती है, ये अगर किसी ...
बहुत प्रचलित कथन है कि रिश्तों की याद और अहमियत आवश्यकता पड़ने पर ही समझ आती है और बात जब ऐसे रिश्तों की ...
भाजपा ने मेनका गांधी एवं उनके पुत्र वरुण गांधी के लोकसभा क्षेत्रों को आपस में बदलने का फैसला लिया है। इन लोकसभा चुनावों ...
राजनीति में न कोई पराया होता है और न ही कोई अपना, यहां सिर्फ जरूरत के हिसाब से रिश्ते बनते और बिगड़ते हैं। ...
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