भारत की विदेश नीति में अपनी अमिट छाप कैसे छोड़ रहे हैं डॉ. एस. जयशंकर ?
जब भी बात भारत के विदेश मंत्रियों की आती है तो दिमाग में सबसे पहला नाम डॉ एस जयशंकर का आता है. उनसे ...
जब भी बात भारत के विदेश मंत्रियों की आती है तो दिमाग में सबसे पहला नाम डॉ एस जयशंकर का आता है. उनसे ...
भारत मौजूदा समय में उन वैश्विक देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है जिसके पीछे-पीछे दुनिया के तमाम देश चलना पसंद करते ...
कुछ साल पहले का समय ऐसा था जब अमेरिका, भारत को दबाने के प्रयास करता था। परंतु अब वक्त बदल चुका है। जब ...
ऐसे समय में जब पूरा विश्व या तो रूस के खिलाफ बोल रहा है या फिर उसके खिलाफ यूक्रेन की सहायता कर रहा ...
लातों के भूत बातों से नहीं मानते और ये बात कहीं न कहीं अमेरिका पर शत प्रतिशत लागू होती है। चमड़ी जाए पर ...
बचपन में रजनीकान्त के ‘सिवाजी – द बॉस’ के डब संस्करण का एक प्रसिद्ध संवाद आज भी स्मरण रहता है- “अच्छे काम में ...
आलस बुरी बला है, यह बचपन से ही हम लोगों को पढ़ाया जाता है पर पढ़े-पढ़ाए को ये याद रखवाना कभी-कभी बहुत जटिल ...
हर वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. इसी दिन संयुक्त राष्ट्र की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई ...
वैश्विक स्तर के संगठनों और निकायों ने मानो जैसे भारत को हमेशा पाकिस्तान से जबरन कमतर दिखाने की कसम ही खा ली है। ...
युग बदलें, काल बदला, परिस्थितयां बदली और यह सब इसलिए बदलें क्योंकि बदलाव या यूं कहें कि परिवर्तन ही सच्चाई है। जिस प्रकार ...
एक प्रसिद्ध कहावत है कि इतिहास विजेताओं द्वारा लिखा जाता है लेकिन यही बात दोहराने वाले संभवतः यह भूल चुके हैं कि भविष्य ...
सुशासन तभी संभव है जब सरकार पारदर्शिता की ओर संकल्पित हो। एक समय था जब सरकार बंद दरवाजों में नीति निर्माण कर देश ...
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