इमाम बरकती की बत्ती भी गयी और ओहदा भी, पर क्या आप जानते हैं इसने कैसी घटिया टिप्पणियाँ की थी?

बरकती शाही इमाम लाल बत्ती टीपू सुल्तान मस्जिद कोलकोता

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मोदी सरकार ने लाल बत्ती क्या बंद कर दी कई लोगो के रौब, रुतबे और इज्जत पर ठन गयी है | कई मंत्री, नेता और मौलाना सरकार के फैसले से लाल-बत्ती की तरह लाल हुए जा रहे हैं| इससे ही साबित होता है की लाल बत्ती वाला विआइपी कल्चर हमारे सिस्टम में किस कदर घर कर के बैठा रहा है और अपने रौब और रुतबे के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है | इसलिए देश में इतनी सरकारें आई गयी सबने VIP कल्चर को ख़त्म करने की बात तो की लेकिन किसीने ये करने की हिम्मत नहीं दिखाई थी |

मोदी सरकार ने पिछले माह इसपर मोहर लगा दी और आखिरकर इतने सालो से लाल बत्ती वाले VIP कल्चर को समाप्त कर दिया | लेकिन मोदी सरकार के इस फैसले से कोलकाता के शाही इमाम बरकती इस कदर बौखला गए की देश में जिहाद छेड़ने की ही धमकी देने लगे |

यही नहीं, इन महोदय ने तो प्रधानमंत्री को तक धमकी दे डाली और पकिस्तान का साथ देने का दावा किया | यही नहीं रुके जिस दीदी ने यानी ममता बनर्जी ने सांप को दूध पिलाया था इन्होने उसी को डंस लिया | मुख्यमंत्री तक को अपशब्द कह दिया माने जो मुंह में आता गया बकते चले गए | आख़िरकार तमाम गिरफ्तारी की उठती मांगों के बीच पहले तो प्रशाशन द्वारा इनकी लाल बत्ती हटा दी गयी फिर टीपू सुल्तान मस्जिद के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज द्वारा बरकती को अपने शाही इमाम के पद से भी हाथ धोना पड़ा |

यह वही शाही इमाम है जो अपने विवादित उल-फिजूल बयानों के लिए सुर्ख़ियों में रहते है | इससे पहले भी बरकती अपने बयानों ओर फतवों को लेकर विवादों में रहे है | कभी प्रधानमंत्री को अपशब्द कहना तो कभी लाइव टीवी डिबेट शो में गाली देने जैसे विवाद में मौलाना बरकती माहिर रहे हैं । हाल ही में इस महाशय ने जय श्री राम के नारे लगाने वालों को किन्नर कहा था । इतना ही नहीं बरकती ने ये भी कहा कि जो भी मुसलमान बीजेपी में शामिल होगा वो खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहे । बरकती यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी या आरएसएस का कोई यहां आया तो उसे मार-मार कर भुट्टा बना दिया जाएगा । इन्हें लगता है की ये महोदय टीपू सुल्तान मस्जिद के ही नहीं बल्कि बंगाल इनका ही है |

पिछले दिनों ये महाशय अपनी गाड़ी पर लाल बत्ती लगाकर घूमते देखे गए। जब इनसे पूछा गया तो कहते है, ‘ममता बनर्जी बोली आप जला के रखें, खूब जलाएं, आप घूमते रहें, हम हैं।’ बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लाल बत्ती पर पाबंदी लगा दी गई है । नए नियमों के मुताबिक, अब पुलिस वैन, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस के अलावा कोई भी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं कर सकता। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भी लाल बत्ती लगाने का अधिकार नहीं है।

ये शख्स यही नहीं रुकता है, प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और सबको ख़त्म करने की बात करने लगे | ये मौलाना कहता है हम किसी को नहीं छोड़ेगे न मोदी को छोड़ेगे न किसी को छोड़ेगे | हद्द तो तब हुई जब इन महाशय ने लाल बत्ती हटाने से इनकार करते हुए कहा की मैं किसी सरकार के कानून को नहीं मानूंगा मुझे लाल बत्ती लगाने का अधिकार ब्रिटिश कानून ने दिया | ब्रिटिश सरकार उन्हें लाल बत्ती देकर गई है और वे किसी कीमत पर अपनी कार से लाल बत्ती नहीं हटाएंगे। और कहा कि वे केन्द्र सरकार के आदेश को नहीं मानते हैं। इनके हिसाब से अब भी देश में ब्रिटिश कानून चल रहा है | जो ममता बनर्जी खुद लाल बत्ति नहीं लगाती है उसके राज्य में ये महाशय बिना किसी डर के लाल बत्ती निकालने से इनकार करते है और प्रधानमंत्री से लेकर पुरे देश को जिहाद की धमकी देते घूम रहे है | मौलाना ने देश के खिलाफ और देश के प्रधान के खिलाफ इतने जहर भरे बयान दिए लेकिन मीडिया ये सब आपको नहीं दिखाएगी |

आखिरकार मामला तुल पकड़ते दिखा तो मस्जिद के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने अपनी कार से लाल बत्ती हटाने से इंकार करने वाले मौलाना बरकती को टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम के पद से हटा दिया । बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के प्रमुख शाहजादा अनवर अली ने कहा कि देश विरोधी टिप्पणी को देखते हुए बोर्ड ने उन्हें शाही इमाम के पद से हटाने का फैसला किया है । मस्जिद प्रबंधन का मानना है कि बरकती ने ऐसा बयान देकर मुसलमानों की भावना को ठोस पहुंचाया है।

पुलिस के अनुसार, शिकायत गत बुधवार को यहां के टोप्सिया पुलिस थाने में सूरज नाम के एक व्यक्ति द्वारा दर्ज करायी गई। बरकती ने गुरुवार को दावा किया था कि एक धार्मिक नेता के तौर पर अपने वाहन पर लालबत्ती का इस्तेमाल करना उनका ‘‘अधिकार’’ है। बरकती ने कहा कि पश्चिम बंगाल की वर्तमान सरकार हमारे द्वारा लाई गई है | ममता बनर्जी जी खुद लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करती हैं लेकिन ममता ने मुझसे लाल बत्ती का इस्तेमाल करने के लिए कहा है | इनके कहे नुसार पश्चिम बंगाल देश के बाकी हिस्सों से भिन्न है, यहां राज्य सरकार द्वारा नियम और विनियमों का निर्णय लिया जाता है न कि केन्द्र सरकार द्वारा | यहां, राज्य सरकार ने हमें ‘लाल बत्ती’ का उपयोग करने की अनुमति दी है | गौर हो कि 500 और 1,000 रुपये के नोट बंद करने के फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ फतवा जारी कर बरकती पहले भी चर्चा में आ चुके हैं |

ज्ञात हो की यह बरकती जैसे कुछ मौलाना समय समय पर देश के प्रति अपनी नफरत उगलकर देश में जहर फैलाने का काम करते रहते है | कई मौको पर बरकती जैसे लोगो ने प्रधानमंत्री को भी गालियाँ और अपशब्द कहे है और देश के विरुद्ध जाने में भी नहीं हिचकिचाते है | लेकिन इनके जहर भरे विवादित बयाओं के बावजूद, देशविरोधी बातें, गतिविधियों और नियमों को ताक पर रख कर देश के खिलाफ जाने के बावजूद हमारे देश का मीडिया अपने मुंह में दही जमाये बैठे रहता है और इनके जहरीले बोल देश के सामने लाने में हिचकिचाता है | आखिरकार बात बढती देख मस्जिद बोर्ड ने इस महाशय को पद से हटा दिया है | अब इनकी लाल-बत्ती की बत्ती तो बन ही चुकी है, लेकिन अपने मौलाना के पद से भी हाथ धोना पड़ा है |

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