राहुल की टीम की तैयारी पूरी थी, पूरा मौका था, लेकिन हिमंता जी आये और सब ध्वस्त कर गए

हिमांता बिस्वा शर्मा

हिमांता बिस्वा शर्मा को वर्तमान में देश के सबसे चतुर राजनेताओं में से एक माना जाता है। कांग्रेस पार्टी के भूतपूर्व अधिकारियों ने जिस प्रकार से उनकी महत्वाकांक्षाओं को दबाया, उन्हें अपने द्वारा उनके साथ किये गए बर्ताव पर पछतावा होना चाहिए। शर्मा ने संभवतः देश के किसी अन्य राजनेता की तुलना में कहीं ज्यादा कांग्रेस पार्टी की रातों की नींद उड़ा रखी है। पूर्वोत्तर के चुनावी घमासान के बाद, हिमांता बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया गेम को कमजोर कर दिया।

यह पूरा घटना क्रम तब शुरू हुआ जब कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष और उत्तराधिकारी राहुल गांधी ने अपने कुत्ते पिडी का एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया। राहुल, पिडी को निर्देश देते हुए दिखाई देते हैं। उसके बाद में राहुल पिडी की नाक पर एक बिस्कुट का टुकड़ा रखते हैं और वह तब तक उसे अपनी नाक पर स्थिर रखता है, जब तक राहुल उसे चुटकी बजाकर संदेश नहीं देते और चुटकी बजाते ही पिडी बिस्कुट के टुकड़े को खा जाता है। राहुल ने इस वीडियो को ट्विटर पर पोस्ट किया और इसके साथ एक संक्षिप्त संदेश को भी ट्वीट किया।

यह संदेश राहुल गांधी के आलोचकों के लिए एक हास्यपूर्ण प्रतिक्रिया माना जा रहा था, जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उनका सोशल मीडिया का प्रबंधन कौन करता है। राहुल गांधी ने मजाक करते हुए कहा कि वास्तव में उनका एकाउंट उनका कुत्ता पिडी चला रहा है। वीडियो के साथ संदेश, ट्विटर पर पोस्ट किए जाने के बाद, कई दिलचस्प ट्वीट्स सामने आए। कुछ लोगों ने राहुल गांधी का मजाक उड़ाया जबकि कुछ ने एक निराश्रित प्राणी पर मजाक बनाने की निंदा की।

बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने संकेत दिया कि राहुल गाँधी की सोशल मीडिया पर वापसी का श्रेय लेने की होड़ कांग्रेस में मची है, कांग्रेस पार्टी के शीर्ष अधिकारियों ने इस रहस्यमयी ट्विट के सहारे उनको आड़े हाथ लिया है। लेकिन लोगों का ध्यान आकर्षित हिमंता बिस्वा शर्मा के ट्वीट ने किया था। शर्मा ने एक पुरानी बात का दावा करते हुए कहा कि जहां तक कि कुत्ते के संदर्भ में बात है, तो एक बार राहुल, उनके साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में अपने कुत्ते को बिस्कुट खिलाने में व्यस्त रहे थे।

हिमांता बिस्वा शर्मा ने अपने साक्षात्कार के दौरान इस कहानी को कई बार बताया है। असम में कांग्रेस पार्टी के शीर्ष अधिकारी, जिसमें शर्मा भी शामिल थे, राज्य के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी से मिलने गए थे। तरुण गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने असम पर शासन किया था। जैसा कि वे राज्य में चल रहे गंभीर मुद्दों पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी के पास आए थे और नाजुक स्थिति के बारे में उनको अवगत कराने की कोशिश की थी, लेकिन राहुल गांधी पिडी के साथ खेलते रहे और उसे बिस्कुट खिलाते रहे। शर्मा का दावा है कि चर्चा के दौरान पिडी मेज पर चढ़ गया और प्लेटों में रखे हुए बिस्कुटों को खा गया और राहुल ने उसे रोकने की कोशिश भी नहीं की। शर्मा के लिए, यह अंतिम ठोकर थी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया और पूर्वोत्तर में आकर भाजपा के लिए चुनाव का नेत्रत्व किया और कई चुनावों में जीत दिलाई।

हिमांता बिस्वा शर्मा ने अपना ट्वीट करने के बाद दावा किया कि उन्हें वह कुत्ता अच्छी तरह याद जिसके बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया।  इससे न केवल उनके प्रयासों का उलटा असर हुआ साथ ही पार्टी की मानसिकता और जिस तरह से वे कार्य करते हैं, उसका भी पता चला।

शर्मा जी को दिया गया कांग्रेस का जवाब भी उनके ट्वीट की तरह ही था जिससे कि लोगों को यह यकीन हो गया कि यह एक नाटकीय घटना थी। शर्मा ने कैसे कांग्रेस पार्टी को धोखा दिया और कैसे बीजेपी में शामिल हुए, का जिक्र करते हुए, कांग्रेस के नेताओं ने इशारा किया कि शर्मा, पिडी से वफादारी सीख सकते हैं।

हमने इन कांग्रेस के नेताओं के बारे में उस दिन सीखा कि आत्म सम्मान की अवधारणा उनके लिए विदेशी (अनजान) थी। हमने यह भी सीखा कि उन्होंने पहले परिवार को अपना मालिक नहीं बल्की अपना शिक्षक माना। साथ ही यह भी जाना है कि उनके लिए, वफादारी का मतलब केवल अपने मालिक की धुनों पर नाचना और फिर कुछ बिस्कुट के टुकड़ों को पुरस्कार के रूप में स्वीकार करना है। उनके लिए सम्मान का उच्चतम रूप यह था कि वह गांधी परिवार के वफादार पशु के रूप में काम करें। उनके लिए राहुल गांधी का पालतू कुत्ता होना बेहतर था बजाय इसके कि वे एक स्वाभिमानी और गौरवान्वित व्यक्ति की तरह जाने जाएं।

सबसे मनोरंजक तथ्य यह था कि, खुशबू सुंदर जो खुद कई पार्टियो को छोड़ कर कांग्रेस में आईं थी, वही हेमंत बिस्वा शर्मा के ट्वीट पर वफादारी का उपदेश दे रहीं थी। सोशल मीडिया ने अपनी भूमिका निभाई, जिसने कांग्रेस के नेताओं को आईना दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

हिमांता बिस्वा शर्मा ने केवल एक ट्वीट का जवाब दिया और एक बार फिर, उनके जवाब ने कई दिलों को जीत लिया। यह असम से कांग्रेस पार्टी की संसद सदस्य सुस्मिता देव ने उनको संबोधित करते हुए कहा था। देव ने, जब शर्मा उनके साथ कांग्रेस पार्टी में थे, उनके एक पुराने ट्वीट को उठाया, जिसमें उन्होंने गांधी परिवार के प्रति वफादारी की शपथ ली और उसपर टिप्पणी की कि अब समय बदल गया है। शर्मा ने जवाब दिया कि उनकी नई पार्टी ने उन्हें देश के प्रति वफादार रहने के लिए सिखाया है, न कि एक परिवार के लिए। उन्होंने यह भी लिखा है कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि उन्होंने खुद को इस संबंध में कैसे बदल लिया था।

हिमांता बिस्वा शर्मा कांग्रेस पार्टी का राजनीतिक शिकार बने। देश के सबसे चतुर राजनेताओं में से एक होने के बावजूद, उनके परिवार ने उनके खिलाफ जाकर, कांग्रेस की चापलूसी की। कांग्रेस पार्टी को छोड़ने के बाद और समय बदलने के साथ-साथ, हिमांता बिस्वा शर्मा धीरे-धीरे अपनी क्षमता को महसूस कर रहे हैं। वह भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति बनने के साथ ही मोदी और शाह की योजनाओ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी बन गए हैं। भाजपा पार्टी का नेतृत्व करने के बाद, पूर्वोत्तर जो मुख्य रूप से कांग्रेस पार्टी का एक किला था, वह धीरे धीरे नीचे गिरने लगा है। वर्तमान समय में राज्य के बाद राज्य, निर्वाचन क्षेत्र के बाद निर्वाचन क्षेत्र और नगरपालिका के बाद नगरपालिका सभी पर भाजपा का भगवा रंग चढ़ता जा रहा है।

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