महान क्रिकेट खिलाड़ी, और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलकर जो कि कांग्रेस के राज्य सभा सांसद भी हैं, उनके लिए राज्य सभा में एक असामान्य दिन था। जो सचिन डोनाल्ड, एम्ब्रोज और अख्तर सरीखे तेज़ गेंदबाजों की गेंद को मैदान से बाहर मारते थे, उनके लिए राजनीति की पिच कभी भी सुखद नहीं रही है! शांत और गंभीर सचिन तेंदुलकर राज्य सभा में जैसी ‘स्लेजिंग’ होती है उसके आदी नहीं हैं।
संसद में उनकी गैर-उपस्थिति के लिए सचिन की काफी आलोचना भी हुई है, खैर बीत गयी सो बात गयी, कल सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा में एक वक्ता के रूप में अपना पदार्पण करना था लेकिन वह कांग्रेस सांसदों के हंगामे के बीच कुछ भी नहीं बोल पाए।
सचिन तेंदुलकर की स्पीच भारत में खेल और उसके भविष्य को लेकर थी। लेकिन, उन्होंने जब जब बोलने की कोशिश की कांग्रेस के सांसदों ने आसमान सर पर उठा लिया। कांग्रेस के सदन के नेता आनंद शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस सभी संसद सदन की मर्यादा को भंग कर के हंगामे में लग गए और सचिन तेंदुलकर के लाख कोशिश के बाद भी उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला। दरअसल में गुजरात के चुनाव अभियान के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर पाकिस्तान से सांठ-गाँठ का आरोप लगाया था, कांग्रेस मोदी जी से इसकी माफ़ी मंगवाना चाहते थे।
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कांग्रेस सदस्यों ने “देश को बरगलाना बंद करो” के नारे लगाये
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर राज्यसभा में उलझन में खड़े देखे जा सकते हैं। राज्यसभा के अध्यक्ष वेंकैया नायडू के बार बार अनुरोध करने पर भी कांग्रेस के सांसदों ने हंगामा बंद नहीं किया, नायडू ने ये तक कहा कि एक सम्मानित खिलाडी और भारत रत्न विभूषित सचिन तेंदुलकर का निरादर करना अच्छी बात नहीं है और वे सदन में एक बहुत महत्त्वपूर्ण बात रखा रहे हैं, पर इस अनुरोध का भी कोई परिणाम नहीं मिला।
आखिरकार दस मिनट के बाद सदन को दूसरी बार स्थगित कर दिया गया और सचिन तेंदुलकर राज्यसभा में अपना खाता खोले बिना वापस लौट गए।
इसी बीच कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ के सदस्य रेणुका चौधरी ने सचिन तेंदुलकर से कहा “क्या भारत रत्न ने आपको संसद में बोलने के लिए लाइसेंस प्रदान किया है?” रेणुका चौधरी आंध्र प्रदेश से राज्य सभा की कांग्रेस सांसद हैं।
इसपर कई प्रतिक्रियाएं आई:
समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन ने कहा, “सचिन तेंदुलकर ने विश्व स्तर पर भारत का नाम रौशन किया है। यह शर्म की बात है कि उन्हें बोलने तक की इजाजत नहीं दी गई जब हर कोई जानता था वो एक महत्वपूर्ण विषय पर अपनी राय रखने वाले हैं। क्या केवल राजनेताओं को ही बोलने की इजाजत है? ”
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्विटर पर लिखा, “यह राज्य सभा की कार्यवाही के इतिहास में एक दुखद दिन है कि अब तक का महानतम क्रिकेटर और भारत रत्न विभूषित सचिन तेंदुलकर को उसी विषय पर बोलने नहीं दिया गया, जिसके लिए शायद कांग्रेस पार्टी उन्हें राज्य सभा में ले कर आई थी।
It's a sad day in the history of Rajya Sabha Proceedings that the Greatest Cricketer of all time & a Bharat Ratna Awardee @sachin_rt was not allowed to share his views on a completely apolitical subject as sports by the members of the same Congress Party who brought him here.
— Dharmendra Pradhan (मोदी का परिवार) (@dpradhanbjp) December 21, 2017
सचिन तेंदुलकर को यूपीए सरकार ने अप्रैल 2012 में राज्य सभा में नामांकित किया था।