राजदीप उन मुंहफट न्यूज़ एंकरों की पीढ़ी के बेताज बादशाह हैं जो हद से ज्यादा हस्तक्षेप करते हैं और कभी कभी तो फब्तियां तक कस देते हैं। कुछ समय पहले भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राजदीप को उनकी सही जगह दिखाई थी और उन्हें याद दिलाया था कि वे किसी आम व्यक्ति से नहीं बल्कि भारत के पूर्व-राष्ट्रपति से बात कर रहे हैं, जिस पर राजदीप ने नर्म स्वर में माफ़ी मांगी थी। मुंहफट, हस्तक्षेपी और मज़े लेने कि अजीब से व्याकुलता से ग्रसित राजदीप का उनके टॉक शो में हिस्सा लेने वाले लोगों पर फब्तियां कसने का लम्बा इतिहास रहा है, और ऐसा करने पर वे लगभग हर बार ही मुंह की खाते हैं। राज ठाकरे, प्रधानमंत्री मोदी, मुकेश अम्बानी, अमिताभ बच्चन, सानिया मिर्ज़ा से लेकर सद्गुरु जग्गी वासुदेव तक, राजदीप ने इन सभी से एक एक करके अपनी बखिया उधेड़वाकर अद्वितीय प्रतिष्ठा कमाई है। कल स्मृति ईरानी ने भी उनके साथ यही किया!
जो हुआ वो ये है:
गुजरात में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से बड़ा कारनामा कर दिखाया। दो दशक से अधिक के सत्ता-विरोध और कांग्रेस पार्टी द्वारा रचित बहुरंगी जातिगत गठबंधन के बावजूद, भाजपा ने पर्याप्त अंतर से गुजरात चुनाव में जीत हासिल की और अपनी सरकार बनाने जा रही है। भाजपा ने 182 में से 99 सीटों पर अपने आप को कायम रखा, कांग्रेस पिछली बार की अपेक्षा इस बार ऊपर उठकर 81 सीटें अपने नाम की। 2012 के विधान सभा चुनावों में भाजपा के पास 115 सीटें थीं और कांग्रेस ने 61 सीटें जीती थीं।
हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा अपनी सरकार बनाने जा रही है। हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस को नेस्तनाबूद कर दिया और 44 सीटों पर कब्ज़ा किया। इस पहाड़ी राज्य में कांग्रेस को केवल 21 सीटों के साथ ही संतुष्ट होना पड़ेगा। दिल्ली के अलग अलग टीवी स्टूडियो में सुबह से ही विश्लेषकों, बुद्धिजीवियों, सभी प्रकार के चुनाव विश्लेषकों और दोनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं और प्रवक्ताओं का तांता लगा हुआ था। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए इंडिया टुडे पर आयीं थी। जैसा कि पहले मैंने बताया कि राजदीप अपने टीवी मेहमानों को अनावश्यक रूप से उकसाने के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने स्मृति ईरानी के साथ भी यही करने की कोशिश की। स्मृति ईरानी अपने विरोधियों को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए जानी जाती हैं और ठीक ऐसा ही उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई के साथ भी किया।
जब ये साफ़ हो गया कि भाजपा दोनों राज्यों में अपनी सरकार बनाने जा रही है तो स्मृति ईरानी को इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आमंत्रित किया गया। स्मृति ईरानी ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व, नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनके भव्य प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। लेकिन राजदीप अनावश्यक रूप से उन्हें लगातार उकसाते रहे। राजदीप ने स्मृति को ये याद दिलाना जारी रखा कि भाजपा ने पिछली बार की अपेक्षा इस बार कम सीटें अर्जित की हैं (जबकि वो ये आसानी से भूल गये कि इस बार उनका कुल मत प्रतिशत बढ़ा है)। राजदीप ने ये भी कहा कि ये पार्टी के लिए चिंता का संकेत है, जिसका स्मृति ईरानी ने अपने विध्वंसक अंदाज़ में जवाब दिया।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राजदीप सरदेसाई को उनकी पार्टी (भाजपा) की चिंता करनी बंद कर देनी चाहिए और अपने उस संगठन की चिंता करनी चाहिए, जिसने हाल ही में राहुल गाँधी को अपना अध्यक्ष चुना है। इसका अर्थ ये निकला कि राजदीप निष्पक्ष पत्रकार के वेश में एक कांग्रेसी एजेंट हैं।
ये रहा वीडियो :
Elections come, elections go. Today's results will be tomorrow's normal. But what about #MSM whose integrity has taken a massive hit yet again? Will this put down by @smritiirani trigger a surge against ethically bankrupt editors who slip away unpunished? #GujaratElection2017 pic.twitter.com/80uvFbz4rb
— Kanchan Gupta (Hindu Bengali Refugee)🇮🇳 (@KanchanGupta) December 18, 2017
स्मृति ईरानी द्वारा राजदीप को दिया गया जबरदस्त जवाब सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गया।