दिल्ली सरकार ने आज 2018-19 का बजट पेश किया तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के बागी नेता और अरविंद केजरीवाल के कभी करीबी मित्र रहे कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर लगातार ट्वीट्स कर अरविंद केजरीवाल सरकार की पोल खोलकर रख दी है। कपिल मिश्रा ने यह ट्वीट तब किया है जब दिल्ली के मुखिया के दिल में अपनी गलतियों के लिए पश्चाताप की भावना जागृत हुई है और वह हर उस शख्स से माफ़ी मांग रहे हैं जिनपर कभी अरविंद केजरीवाल ने कभी आरोपों की झड़ी लगाई थी। अरविंद केजरीवाल पहले तो अपने पद के अभिमान में दुश्मन बनाते गए और आज अपनी गलतियों के लिए सभी से माफ़ी मांग रहे हैं। केजरीवाल सरकार ने कभी दिल्ली को लंदन जैसा बनाने का वादा किया था और दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी सरकार ने देश की राजधानी में 44 प्रमुख परियोजनाओं को शुरू भी नहीं किया है।
कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीट में दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता को धोखा दिया है और बजट को लेकर जो घोषणायें की है उसकी ज़मीनी हकीकत तो कुछ और ही है। इसके अलावा कपिल मिश्रा ने राज्य के वित्त मंत्री द्वारा विधानसभा में पेश किये गए बजट को आड़े हाथों लिया है।
कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीट में कहा है कि आम आदमी पार्टी शिक्षा के लिए आवंटित बजट का एक-चौथाई हिस्सा भी खर्च करने में विफल रही है। राज्य वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने वर्ष 2017 में दिल्ली की शिक्षा के लिए 500 नए स्कूल बनाने के लिए ज़मीन देने की बात कही थी लेकिन स्कूलों की बजाये “कक्षाओं” का निर्माण करवाने की बात कही गयी। यही नहीं दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य बजट का एक चौथाई भाग भी अभी तक खर्च नहीं किया है। सत्येंद्र जैन पहले से ही भ्रष्टाचार के जाल में फंसे हुए हैं। उनपर दिल्ली डेंटल परिषद स्कैम, गैर-कानूनी लेन-देन करने के आरोप, अपनी बेटी सौम्या जैन को मोहल्ला क्लीनिक का सलाहकार नियुक्त करने के गंभीर आरोप लगे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के क्षेत्र के करीब 783 वर्ग किलोमीटर में ग्रामीण और शहरी भाग शामिल हैं जोकि राजधानी के क्षेत्र का आधे से ज्यादा है। सरकार द्वारा आवंटित बजट का 10 प्रतिशत भी गरीबों तक नहीं पहुंचा है। बजट का सिर्फ एक तिहाई हिस्सा ही शहरी आवास और स्लम बजट के अंतर्गत आता है जिसके लिए आम आदमी पार्टी शुरू में खर्च करने के लिए प्रतिबद्ध थी। कपिल मिश्रा ने अपने अगले ट्वीट में अपना दर्द एक कविता के रूप में व्यक्त किया है।
अभी तो लागू पिछलें बजट ही नहीं
वादों से भरा एक बजट और सहीकैसे मान ले दिल्ली तेरे वादे को
कैसे भूल जाएं दिल्ली कि तू है वहीतुझको सौ बार सुन चुके लेकिन
तुझसे सच सुनने की आरज़ू बाकि रहीआज के बजट से रक्खें क्या उम्मीद
दिल वही, दिल्ली वही, तू भी वही– कपिल मिश्रा
— Kapil Mishra (Modi Ka Pariwar) (@KapilMishra_IND) March 22, 2018
कपिल मिश्रा ने एक 46 सेकंड का वीडियो शेयर करते हुए एक बार फिर से अरविंद केजरीवाल सरकार की पोल खोलकर रख दी। दरअसल, पिछले बजट में दिल्ली सरकार ने एजुकेशन और स्वास्थ क्षेत्र के लिए 17000 करोड़ फंड की घोषणा की थी लेकिन अभी तक केजरीवाल सरकार इस क्षेत्र में खर्च नहीं कर पायी है इसके बावजूद दिल्ली सरकार ने इस साल के जनवरी महीने में जनता को बिना बताये फंड काट लिए। कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी के चौथे बड़े बजट को देखते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को ‘बोल बहादुर’ का टैग भी दे दिया है।
इसके अलावा कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी की कार्यशैली और झूठे वादों पर कड़ा प्रहार करते हुए बजट में की गयीं घोषणाओं का जिक्र किया वो इस तरह से हैं:
• लड़कियों के लिए फ्री सैनिटरी नैपकिन अभी तक उपलब्ध नहीं
• दिल्ली के सड़कों पर 736 नई बसों के वादे, जबकि अभी तक एक भी बस नहीं खरीदी गयी है।
• 24X7 पानी की मुफ्त सुविधा
• अभी तक सीसीटीवी और फ्री wi-fi नहीं लगाये गए हैं
• न ही सरकारी अध्यापकों को लैपटॉप दिए गए, न स्कूलों में कंप्यूटर
• खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराई गयी है
कपिल मिश्रा के ट्वीट में अरविन्द केजरीवाल के बजट की ज़मीनी हकीकत क्या है आप खुद ही देख लीजिये:
An Eye Opener for all
Truth of Budget presented by Manish Sisodia
Big Announcement , Big Headlines but No Work
Actual Expenditure on Education and Health is not even 10% of overall Budget
This is what happened last year pic.twitter.com/2eOZsoOjl2
— Kapil Mishra (Modi Ka Pariwar) (@KapilMishra_IND) March 22, 2018
अरविन्द केजरीवाल देश की जनता को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की बात करते हैं लेकिन उनके द्वारा किये गए कार्यों और दावों की ज़मीनी हकीकत कुछ और ही है। आम आदमी पार्टी दिल्ली के विकास को छोड़ लगातर देश के बाकि राज्यों जैसे वाराणसी (उ.प्र), पंजाब, गोवा में सत्ता के लिए प्रचार में जुटे रहे और हर हार के साथ उन्होंने अपनी साख को और कमजोर बना दिया। अब केजरीवाल राजनीति की गंदी नीति खेलते हुए भ्रष्टाचार में खुद लिप्त हो गए हैं। देश के जिस राज्य में केजरीवाल ने सत्ता बनाने के लिए कोशिश की जनता ने अपने मत से उन्हें हर जगह हार का मुंह दिखाया। अगर केजरीवाल ऐसे ही जनता को लूटते रहे तो वो दिन दूर नहीं जब दिल्ली की जनता केजरीवाल की खोखली राजनीति से मुक्त होकर अपना नया नेता चुनेगी।