महाराष्ट्र के जलगांव जिला स्थित जामनेर में नगर निकाय चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी की नगराध्यक्ष पद की उम्मीदवार साधना महाजन ने एनसीपी की उम्मीदवार अंजली पवार को करीब 8,000 मतों के अंतर से हराया है।
ये जीत भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत ही ख़ास है क्योंकि स्थित जामनेर के निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सभी 25 सीटों पर कब्जा कर लिया है।
साधना महाजन महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार के कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी हैं। वह राज्य सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री हैं और सीएम देवेंद्र फडणवीस के करीबी सहयोगी भी हैं। बीजेपी के वरिष्ठ मंत्री महाजन ने कई बार सीएम की मदद की है चाहे वो किसानों के आंदोलन की बात हो या फिर दिल्ली में अन्ना हजारे के अनशन से सरकार की बढ़ी मुश्किलें। महाजन ने ही इन मुसीबतों से सरकार को निकाला था।
लोगों को इस जीत का श्रेय देते हुए महाजन ने कहा, ‘जामनेर के लोगों ने विकास के लिए वोट दिया है। जनता एनसीपी और कांग्रेस की जातिवाद की राजनीति और झूठे वादों का शिकार नहीं हुई। बीजेपी जामनेर के लोगों के लिए हमेशा काम करती रहेगी।’
एनसीपी ने बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए माली समुदाय के उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, हालांकि, एनसीपी की जातिवाद की राजनीति इस बार काम नहीं आयी। मतदाताओं ने एनसीपी के उम्मीदवारों को ख़ारिज कर दिया और बीजेपी को वोट दिया या यूं कहें कि जनता ने जातिवाद को नहीं इस बार विकास को चुना है।
एनसीपी की पकड़ को सबसे मजबूत माना जाता था ऐसे में यहां बीजेपी की जीत ने सभी को चौंका दिया है और इसके अलावा अलग-थलग पड़ चुके नेता एकनाथ खडसे जलगांव जिले से हैं। एकनाथ खडसे को गिरीश महाजन का राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। हालांकि दोनों ही बीजेपी के सदस्य हैं। महाजन की जिले के साथ-साथ राज्य की राजनीति पर पकड़ को और मजबूत करने में सीएम फडणवीस ने काफी मदद की है।
यह निश्चित रूप से महाराष्ट्र में बीजेपी राज्य की पार्टी के लिए कोई नई बात नहीं है। वर्ष 2017 में भी बीजेपी ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी चुनाव) में 227 सीटों में से 82 में जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया था। बीजेपी ने 10 प्रमुख नगरपालिकाओं में से 8 पर जीत दर्ज की थी। शिवसेना द्वारा 84 सीटें जितने के बाद ये बीएमसी में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। महाराष्ट्र की राजनीति में पैर जमाने के लिए बीजेपी की ये बहुत बड़ी उपलब्धि थी। 2017 से पहले बीजेपी ने हमेशा ही बीएमसी चुनावों में शिवसेना के साथ गठबंधन किया था।
देवेंद्र फडणवीस ने वर्ष 2017 के चुनावों में इस क्रम को पूरी तरह से तोड़ दिया, साथ ही अपनी जीत से सभी को चौंका दिया था। उनकी साफ़ राजनीति और राज्य में उनके नेतृत्व ने महराष्ट्र में बीजेपी की छवि को पूरी तरह से बदल दिया। फडणवीस ने शिवसेना को अपने ही मैदान में हराकर उसकी सही जगह दिखाई। उन्होंने अपनी कार्यशैली से महाराष्ट्र के लोगों का दिल जीत लिया।
जामनेर में नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद लगभग एनसीपी और कांग्रेस का सफाया हो गया है। वो यही सोच रहे होंगे कि ऐसा क्या कमी रह गयी कि उन्हें करारी हार का मुंह देखना पड़ा, अब उनके खेमे के भीतर ही सवाल उठेंगे। वैसे इसका जवाब उतना कठिन भी नहीं है, जनता सुशासन चाहती है और किये गये वादों पर जो अम्ल करी वही पार्टी चाहती है और ये सिर्फ उन्हें भारतीय जनता पार्टी में ही नजर आता है जो उनकी उम्मीदों पर खरी उतर सकती है।