एक ‘आजादी के दीवाने’ कश्मीरी को सुषमा स्वराज ने पढ़ाया पाठ

सुषमा स्वराज कश्मीरी

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज देश से बाहर रह रहे भारतीय नागरिकों की मदद के लिए जानी जाती हैं। उनका मंत्रालय हमेशा विदेश में रह रहे परेशान भारतीयों की मदद के लिए तैयार रहता है। वो पीएम मोदी के कैबिनेट की सबसे लोकप्रिय मंत्रियों में से एक है। पाकिस्तान में हमारे पड़ोसियों के लिए भी उनकी करुणा किसी से छुपी नहीं है। पड़ोसी देशों के नागरिकों को मेडिकल वीजा देने के लिए उन्हें कई बार सराहा गया है। 8 दिसंबर, 2017 को आरटीआई के जवाब में गृह मंत्रालय (विदेश विभाग) ने कहा कि उसने 10 मई, 2017 से 1 दिसंबर, 2017 की अवधि में 380 पाकिस्तानी नागरिकों मेडिकल वीजा दिया है। दिवाली के अवसर पर  उन्होंने सभी जरूरतमंद लंबित मामलों को मेडिकल वीजा दिया था।

उनकी मदद से पाकिस्तान के कई लोगों को नया जीवन मिला है लेकिन पाकिस्तान ने तब भी कृतज्ञता का सही भुगतान नहीं किया। पाकिस्तानी राजनेताओं ने भारत पर मेडिकल वीज़ा नियमों को कठिन बनाने का आरोप लगाया और कहा कि भारत अब पाकिस्तानियों को कम से कम मेडिकल वीजा दे रहा है और ये भी आरोप लगाया कि भारत मेडिकल वीजा के नाम पर राजनीतिक खेल खेल रहा है।

सुषमा स्वराज की ख़ास बात ये है कि वो बोल्ड और स्पष्ट है। लोकसभा में उनके शानदार भाषण सभी को चकित कर देते हैं। यहां तक ​​कि उनके विरोधियों ने भी उनके प्रत्यक्ष और स्पष्ट दृष्टिकोण की सराहना की है। इस बार, पूरे सोशल मीडिया पर ‘आजादी के दीवाने’ एक कश्मीरी को सुषमा ने जिस तरह से प्रतिक्रिया दी उसकी खूब सराहना की जा रही है।

एक कश्मीरी जिसने अपने ट्विटर प्रोफाइल में ‘भारत अधिकृत कश्मीर ‘ का उल्लेख किया था उसे सटीक जवाब देते हुए सुषमा ने  अपनी प्रोफाइल को सुधारने के लिए कहा था.

https://twitter.com/manojscientist/status/994416917073948672

सुषमा के जवाब के बाद यूजर ने तुरंत अपने प्रोफाइल में बदलाव किये और आखिर में ‘भारत अधिकृत कश्मीर’ को अपने ट्विटर प्रोफाइल से डिलीट किया।

इसके तुरंत ही बाद सुषमा ने यूजर द्वारा किये गये इस बदलाव की खूब सराहना की।

ये पहली बार नहीं है जब सुषमा स्वराज ने ऐसे अयोग्य व्यक्तियों को उचित जवाब दिया हो। उन्होंने 2016 में, फैजान पटेल के साथ भी ऐसा ही किया था। दरअसल, फैजान पटेल ने सुषमा स्वराज पर कई अभद्र टिप्पणी की थी। उसने सुषमा स्वराज के लिए सबसे अधिक अभद्र इशारे का भी इस्तेमाल किया था। एक ऐसा व्यक्ति जिसने बीते समय में सुषमा स्वराज के प्रति अभद्र शब्द इस्तेमाल किये और उनका मजाक उड़ाया वही व्यक्ति जरूरत पड़ने पर बेशर्मों की तरह सुषमा जी से मदद की गुहार कर रहा था। 2014 में फैजान ने  भले ही सुषमा स्वराज का अपमान किया था लेकिन फिर भी सुषमा स्वराज ने जरूरत पड़ने पर उसकी मदद की थी

इन सभी से ये बात तो साबित हो जाती है कि सुषमा स्वराज मनुष्य से पहले एक भारतीय हैं। वो आसानी से अयोग्य और अनुचित लोगों को नज़रअंदाज कर सकतीं हैं लेकिन इसके बावजूद वो ऐसे लोगों की भी मदद करने में कोई कमी नहीं छोड़ती। ये देश के प्रति उनके कर्तव्य और निष्ठा को दर्शाता है जिसे वो सबसे ऊपर रखती हैं।

गौर हो कि, कश्मीरी व्यक्ति ने अपने सोशल मीडिया में जो लिखा था उससे भारत के प्रति उसके भाव अभी भी सवालों के घेरे में हैं, अब ये देखना बाकी है की क्या उस यूजर ने अपने प्रोफाइल में जो बदलाव किये वो बस सहायता पाने के उद्देश्य से किये या सुषमा स्वराज द्वारा तुरंत मिले सहानुभूतिपूर्ण प्रतिक्रिया से उसकी मानसिकता में भी बदलाव आया है। ‘भारत अधिकृत कश्मीर’ का अपनी प्रोफाइल में लिखना लोगों की मानसिकता और भारत के प्रति उनके दिल और दिमाग में घृणा की भावना को दर्शाता है। ऐसी मानसिकता में सुधार करना जरुरी है।

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