TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

राज्यपाल वाजूभाई वो ‘शख्स’ जिनसे देवेगौड़ा पक्का माफी की उम्मीद कर रहे होंगे

Mahima Pandey द्वारा Mahima Pandey
16 May 2018
in मत
वजुभाई राज्यपाल कर्नाटक
Share on FacebookShare on X

कर्नाटक विधान सभा चुनाव के अंतिम परिणामों के मुताबिक राज्य में बीजेपी के अलावा किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। बीजेपी 104 सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जबकि कांग्रेस 78 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर और जेडीएस पार्टी 37 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर है, वहीं बीएसपी, केपीजेपी के पास एक एक सीट है।

कर्नाटक चुनाव के नतीजों के साथ राज्य में नाटक शुरू हो गया है। दरअसल, कांग्रेस ने जेडीएस के एचडी स्वामी को बिना किसी शर्त गठबंधन का ऑफर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जेडीएस ने कांग्रेस के इस ऑफर को स्वीकार भी कर लिया है। लगता है कांग्रेस ने गोवा, मेघालय और मणिपुर में की गयी अपनी पिछली गलतियों से सबक ले लिया है जहां सबसे अधिक सीट जीतने के बाद भी कांग्रेस सरकार नहीं बना पायी थी और आज जब मौका मिला तो कांग्रेस ने बिना कुछ सोचे तुरंत गठबंधन का निर्णय ले लिया। इससे ये भी स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस का पूरा एजेंडा अब बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का है।

संबंधितपोस्ट

जब भारत का लोकतंत्र मजबूत खड़ा है, हाइड्रोजन बम से दावे नहीं चलेंगे: राहुल गांधी के आरोप पर बीजेपी का जवाब

जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

कांग्रेस की संघ से डर नीति पर अदालत की चोट: जनता के अधिकार कुचलने की कोशिश पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने लगाया ब्रेक

और लोड करें

The single largest party doesn't have the numbers. BJP has 104, we (Congress & JDS) have 117. Governor cannot take sides. Can a person who is there to save constitution, destroy it too? The gov has to cut all its previous associations, be it BJP or RSS: Ghulam Nabi Azad, Congress pic.twitter.com/HF4GgblRi7

— ANI (@ANI) May 16, 2018

बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी ने भी दावा करते हुए कहा है कि वो कर्नाटक में सरकार बनायेंगे। इस पूरे परिदृश्य में बीजेपी के पास बहुमत नहीं है और वो अपने बहुमत के जादुई आंकड़े को पाने के लिए दूसरी पार्टी के विधायकों तक पहुँचने की कोशिश कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी बहुमत के जादुई आंकड़े को जुटाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है और इसके लिए वो लिंगायत के उन असंतोष विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है जो एचडी कुमार स्वामी को मुख्यमंत्री बनते हुए नहीं देखना चाहते।

Tomorrow at 10:30 am in BJP legislative party meeting, I am going to be elected as party leader. After that all MLAs are going to meet the Governor to request him to allow BJP to form govt. Now the ball is in the court of the Governor. We will do as he decides: BS Yeddyurappa pic.twitter.com/6QbhizTr6z

— ANI (@ANI) May 15, 2018

चूंकि किसी भी पार्टी के पास पूर्ण बहुमत नहीं है ऐसे में सभी की निगाहें कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई  वाला पर टिकी हैं। बोम्मई जजमेंट के मुताबिक, ‘राज्य का राज्यपाल उस दल के नेता को सरकार बनाने के लिए आमंत्रण देगा जिसके पास ज्यादा संख्या है।’

9 Judges S.R.Bommai's case clearly decided that 'single largest party has to be called to form the Govt'. Why is Modiji trampling democracy? pic.twitter.com/Vd5LDIAuNW

— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 14, 2017

भारतीय संविधान के विशेषज्ञ सुभाष कश्यप के मुताबिक, “ये पूरी तरह से राज्यपाल पर निर्भर करता है कि वे सरकार बनाने के लिए पहले किसे आमंत्रित करेंगे। हालांकि, राज्यपाल अपने विवेक से ये आंकलन कर सकने में सक्षम है कि किस पार्टी को पहले सदन में बहुमत साबित करने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए। इसलिए उनसे सिर्फ उस व्यक्ति को मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने की उम्मीद है, जो उनकी राय में बहुमत का समर्थन करता हो।“

1983 में गठित सरकारिया आयोग के अनुसार, यदि राज्य में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला हो तब राज्यपल को कई दलों के समूह में से उस दल के मुख्यमंत्री का चयन करना चाहिए जिसे विधायिका में ज्‍यादा समर्थन मिला हो। आयोग के प्रस्ताव के मुताबिक जब मुख्‍यमंत्री का मामला हो तब राज्‍यपाल को इन आधारों पर फैसला लेता है:

पहला, चुनाव से पूर्ण गठित पार्टियों के गठबंधन को सरकार बनाने के लिए राज्यपाल आमंत्रित कर सकता है।

दूसरा, राज्य में सबसे बड़ी पार्टी जो किसी और दल या निर्दलीय विधायकों के बाहरी समर्थन से सरकार बनाने का दावा कर रही है तो उस पार्टी को पहले सरकार बनाने के लिए राज्यपाल आमंत्रित करता है।

तीसरा,चुनाव बाद दलों के गठबंधन जिसके पास बहुमत हो तब सरकार बनाने के लिए इस दल को राज्यपाल आमंत्रित कर सकता है।

आखिर में चुनाव के बाद गठबंधन करने वाले दल किसी और दल या निर्दलीय विधायकों के बाहरी समर्थन से भी सरकार बनाने का दावा करती है तो उन्हें राज्य में सरकार बनाने के लिए राज्यपाल आमंत्रित कर सकता है।

राज्‍यपाल वजुभाई की भूमिका यहां काफी अहम है। अब ये उनके ऊपर है कि वो किस दल को सरकार बनाने के लिए पहले आमंत्रित करेंगे। विपक्ष राज्यपाल की ओर संदेह के साथ-साथ बड़ी उम्मीदों से देख रहे हैं। ऐसे में वाजुभाई वाला और उनकी पृष्ठभूमि के बारे में जानना हमारे लिए वास्तव में महत्वपूर्ण हो गया है। वजुभाई सितंबर 2014 से कर्नाटक में राज्यपाल के कार्यालय को संभाल रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में काम किया है। वाजभूई एक मजबूत आरएसएस / बीजेपी समर्थक रहे हैं। उनका आरएसएस से गहरा जुड़ाव रहा है और 1971 में जनसंघ से जुड़ गये थे। उन्होंने बैंकिंग, रियल एस्टेट, वित्त और ऊर्जा के साथ-साथ गुजरात सरकार में लेबर, रोजगार और परिवहन से संबंधित पोर्टफोलियो संभाला था। इसके अलावा गुजरात विधानसभा में 18 बार बजट पेश करने का श्रेय भी उन्हें मिला है। उन्होंने गुजरात विधानसभा में राजकोट-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र का सात बार प्रतिनिधित्व किया है। 2001 में वजुभाई ने नरेंद्र मोदी के लिए अपनी सीट छोड़ दी थी। गुजरात में मोदी के 13 वर्षों के शासन के तहत नौ साल तक वो राज्य के वित्त मंत्री रहे थे। वजूभाई 1996 -1998  और 2005 -2006 तक गुजरात में बीजेपी के राज्य अध्यक्ष भी थे।

कर्नाटक के मौजूदा राज्यपाल का देवगौड़ा के साथ संबंध कुछ अच्छा नहीं रहा है। जब देवगौड़ा प्रधानमंत्री बने थे तब वजुभाई बीजेपी के राज्य अध्यक्ष थे। तब देव गौड़ा की केंद्र सरकार ने सदन में बहुमत साबित होने के बावजूद गुजरात में बीजेपी का नेतृत्व कर रहे सुरेश मेहता को निलंबित कर दिया था।

देवगौड़ा जरुर ही अपने शासन के दौरान किये गये बुरे बर्ताव को याद करके आज पछता रहे होंगे कि कुछ वर्ष पूर्व जिस व्यक्ति के साथ उन्होंने गलत किया था आज वही व्यक्ति उनकी किस्मत का फैसला करेगा। देवगौड़ा द्वारा किये गये बुरे बर्ताव के बावजूद वजुभाई ने देवगौड़ा के सरकार बनाने के दावों को ख़ारिज करने की जगह संवैधानिक नियमों के तहत इस मामले को संभाला। ये न सिर्फ राज्यपाल की उदारता बल्कि लोकतंत्र के प्रति उनके सम्मान और संवैधानिक आदर्शों के प्रति उनकी आस्था को दर्शाता है। इसके अलावा ये देवगौड़ा या कांग्रेस द्वारा दुर्भावना से प्रेरित राजनीति के प्रति उनकी अनिच्छा को भी दर्शाता है।

#BREAKING Political high drama in Karnataka: B S Yeddyurappa to take oath tomorrow, Cong takes signatures of all MLAs | Imran Khan shares more details #KarnatakaCMRace pic.twitter.com/Bq3Awjzkab

— TIMES NOW (@TimesNow) May 16, 2018

ताजा रिपोर्ट्स की मानें राज्यपाल वजुभाई ने बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। न केवल संवैधानिक मानदंडों के अनुसार बल्कि लोकप्रिय जनादेश के आधार पर ये फैसला लिया गया है क्योंकि राज्य में बीजेपी पार्टी को विधायिका में सबसे ज्‍यादा समर्थन मिला है। गंदी राजनीति में शामिल होने की बजाय राज्यपाल वजुभाई ने अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए अपने विशेषाधिकारों से देव गौड़ा को झटका दिया है। ऐसे में हम ये कह सकते हैं कि कर्नाटक में देवगौड़ा के साथ जो हो रहा है उसके लिए उनका कर्म ही दोषी है।

Tags: एचडी देवेगौड़ाकर्नाटककर्नाटक विधान सभाबीजेपी
शेयर5018ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कांग्रेस ने कैसे सुनिश्चित किया अपना पतन

अगली पोस्ट

कर्नाटक में बहुमत के लिए अमित शाह के पास है तीन विकल्प

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited