असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सीनियर डिवीजन, कामरूप जिला, गुवाहाटी के सिविल न्यायाधीशके समक्ष हिंदी न्यूज़ चैनल ABP न्यूज़ के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। ABPन्यूज़ ने ‘ऑपरेशन दलाल’ नाम की एक रिपोर्ट में आरोप लगाया कि असम राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का दिल्ली स्थित पावर ब्रोकर अनुज पोद्दार के साथ जुड़ाव है। इस रिपोर्ट में अनुज पोद्दार और हिमंत बिस्वा सरमा के बीच घनिष्ठ संबंध साबित करने वाले कुछ तथाकथित सबूत भी दिखाए। एबीपी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दक्षिण दिल्ली में अनुज पोद्दार के निवास पर आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापे में कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिसमें असम वित्त मंत्री और पोद्दार के बीच कई परियोजनाओं को लेकर सौदों के तथ्य मिले हैं। एबीपी रिपोर्ट ने ये भी दावा किया कि अनुज पोद्दार के ईमेल में असम सरकार से जुड़े कई रहस्य मिले हैं। अनुज पोद्दार खुद को एक पॉवर ब्रोकर बताया और शराब, महिला और अन्य उपहारों के जरिये आईएस, आईपीएस और मंत्रियों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखने की बात कही है। इन सभी साधनों का उपयोग करके वो अलग अलग प्रोजेक्ट के लिए सौदे और समझौते करता है। एबीपी रिपोर्ट के अनुसार, अनुज पोद्दार का न केवल हिमंत बिस्वा सरमा के साथ लिंक है बल्कि कई अन्य राज्यों के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ भी अच्छे संबंध हैं। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि अधिकारियों को देश के डिफेन्स और विदेशी मामलों से संबंधित गोपनीय दस्तावेज भी मिले हैं।
ABP न्यूज़ ने असम में बड़े विवाद को जन्म दे दिया है। विपक्षी नेताओं ने तुरंत हिमंत बिस्वा सरमा पर हमले शुरू कर दिए। कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के नेता ने कहा, दिल्ली के बिचोलिये पोद्दार और असम के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बीच अवैध सौदों का आरोप गंभीर मुद्दा है। असम में सभी जानते हैं कि हिमंत बिस्वा सरमा के भ्रष्ट व्यक्ति हैं। असम की राजनीति में वो सबसे भ्रष्ट व्यक्ति हैं। हिमंत बिस्वा सरमा राजनीति के माफियाओं के पीछे के मुख्य व्यक्तियों में से एक हैं।
अखिल गोगोई ने सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “हम काफी समय से उचित तथ्यों के साथ सरमा द्वारा किये गये भ्रष्टाचार को इंगित कर रहे हैं। लेकिन बीजेपी ने उसके भ्रष्ट व्यक्तित्व को पार्टी में शामिल करके छुपाया है।”
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने हिमंत बिस्वा शर्मा पर निशाना साधा और उन्हें एबीपी न्यूज़ के खिलाफ मामला दर्ज कराने की भी चुनौती दी। उन्होंने कहा, “हिमंत बिस्वा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए जिनका अनुज पोद्दार जैसे ‘संदिग्ध व्यक्ति’ के साथ जुड़ाव है। गोगोई ने कहा, अगर हिमंत के पास हिम्मत है तो न्यूज़ चैनल के खिलाफ मामला दर्ज करने दो। जब मैंने उनका नाम लुइस बेर्गेर और सारधा घोटाले के मामलों में खींचा था तो हिमंत ने मेरे खिलाफ दो मामले दर्ज करवाए थे। अब मैं उन्हें कहता हूँ कि एबीपी न्यूज़ के खिलाफ मामला दर्ज करके दिखाए।“
हिमंत बिस्वा सरमा ने असम के पूर्व सीएम को निराश नहीं किया और ट्विटर पर घोषणा कर दी कि उन्होंने ABP न्यूज़ के खिलाफ 100 रुपये का मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने ट्वीट किया, ABP न्यूज़ की रिपोर्ट से मैं क्रोधित हूं क्योंकि मुझे एक ऐसे व्यक्ति से जोड़ा गया जिसे न मैं जानता हूं और न ही अपने जीवन में कभी मिला हूं। ABP न्यूज़ की रिपोर्ट ने मुझे सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया है। मैंने सीनियर डिवीजन, कामरूप जिला, गुवाहाटी के सिविल न्यायाधीश के समक्ष हिंदी न्यूज़ चैनल ABP न्यूज़ के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
I am outraged by a @abpnewstv News report linking me to a person whom I have never met or known in my life. @abpnewstv news report has defamed me in public light.I have filed a Rs 100 cr defamation suit against ABP News before the Civil Judge,Sr division,Kamrup District,Guwahati
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) June 21, 2018
हिमंत के लिए इस तरह के भ्रष्टचार के आरोप कोई नयी बात नहीं है। इससे पहले जब तरुण गोगोई ने हिमंत पर भ्रष्टचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था और तब उन्होंने तरुण गोगोई को अदालत में घसीटा था। हालाँकि, कांग्रेस पार्टी के अपने नेताओं पर कई भ्रष्टाचार के आरोप हैं लेकिन किसी ने भी आरोपों के लिए मामलों को अदालत में नहीं घसीटा है। वहीं दूसरी तरफ बार बार आधारहीन भ्रष्टचार के आरोपों को बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं पर लगाया जाता है चाहे वो अमित शाह हो या अरुण जेटली उन्होंने पूरे विश्वास के साथ त्वरित कार्रवाई की है और आरोप लगाने वालों को कोर्ट में घसीटा है और इनमें से अधिकतर आरोप झूठे ही साबित हुए हैं।