पूर्व SFI कार्यकर्ता और कॉमेडियन, सबुमन अब्दुसामद ने बीजेपी नेता लसिता पलक्कल के खिलाफ की अपमानजनक टिप्पणी

सबुमन अब्दुसामद बीजेपी लसिता

PC: indianexpress.com

पूर्व एसएफआई नेता और मलयालम कॉमेडी शो “थारिककिडा” के एंकर सबुमन अब्दुसामाद ने सोशल मीडिया पर महिला बीजेपी नेता लसिता पलक्कल पर बेहद अपमानजनक टिप्पणी की है। कॉमेडियन जिसे आम तौर पर सोशल मीडिया पर ‘रेड-जिहादी’ कहा जाता है, उसपर आरोप है कि उन्होंने विवाहित बीजेपी महिला मोर्चा की नेता लसिता पलक्कल को अपनी चौथी पत्नी बनने के लिए कहा है। इतना ही नहीं, सबु ने बीजेपी नेता पर यौन टिप्पणियां भी की और ये भी लिखा कि “लासी आप मेरी हैं और सिर्फ मेरी ही हैं। यहां तक ​​कि यदि सभी संघ इसे अस्वीकार करदे तो भी मैं आपको चाहता हूं।” इस कॉमेडियन पर ये भी आरोप कि उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अत्यधिक अपमानजनक, अश्लील और अभद्र भाषा का उपयोग किया है।

कम्युनिस्ट शासित राज्य केरल में जहां नारी विरोधी तत्वों को बढ़ावा दिया जाता हो वहां इस तरह की खबर आश्चर्य चकित नहीं करती है। हाल ही में, सीपीएम कार्यकर्ताओं ने संगठित तरीके से एक सामाजिक कार्यकर्ता अश्वथी ज्वाला के साथ दुर्व्यवहार किया था। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की आलोचना करने के लिए ज्वाला की आलोचना की गयी और दुर्व्यवहार किया गया था। वास्तव में, केरल में सोशल मीडिया सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट मोर्चा के विरोधाभासी कार्यों से तब चौंका गया जब वो ये दावा कर रहे थे कि राज्य में महिलाएं कम्युनिस्ट सरकार के तहत सुरक्षित महसूस करती हैं और इसके साथ ही दूसरी तरफ सरकार बलात्कारियों को समर्थन देती है और महिला कार्यकर्ताओं के सोशल मीडिया के जरिये धमकाने और अभद्र टिप्पणी करने की इजाजत दे रही है।

इंडियन एक्सप्रेस ने पुष्टि की है कि सबुमन अब्दुसामद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी है। महिला बीजेपी नेता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए सबुमन के खिलाफ आईपीसी के विभिन्न धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। लसिता पलक्कल ने अब्दुसामद पर अपनी शिकायत में अनुचित यौन टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। द न्यूज़ मिनट ने बताया कि “सबुमन अब्दुसामद के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 (ए) और केरल पुलिस अधिनियम (केपी) के 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, आईटी अधिनियम की धारा के तहत कोई चार्ज नहीं लगाया गया है।” पुलिस ने कहा है कि, अभी इसकी जांच की जा रही है कि फेसबुक के जिस पेज से लसिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गयी थी वो अब्दुसामद से संबंधित था या नहीं। इस बीच ये प्रकाश में आया कि आरोपी कॉमेडियन ‘मलयालम बिग बॉस’ के पहले सीजन का एक प्रतियोगी है। रियलिटी शो के नियमों के अनुसार वो मुंबई फिल्म सिटी में स्थित बिग बॉस के घर में 100 दिनों के लिए तब तक रहेगा जब तक वोट से वो घर से बाहर नहीं आ जाता है। रियलिटी शो के नियमों के मुताबिक अब सबुमन अब्दुसामद घर के अंदर होगा ऐसे में लसिता प्रवर्तन प्राधिकरण के कार्य करने की धीमी गति से आक्रोशित हैं और उन्होंने सबु की गिरफ्तारी की मांग की है (अब्दुसामद के नाम से लोकप्रिय है) और उन्होंने फेसबुक पर कहा कि सरकार दावा कर रही है कि सबुमन अब्दुसामद फरार है लेकिन वो एशियानेट के शो बिग बॉस में हैं।” उन्होंने एक महत्वपूर्ण सवाल भी उठाया कि क्या सरकार आरोपी को छुपाने के लिए चैनल के मालिक के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

यौन से जुड़ी टिप्पणियां जो अभी तक सत्यापित नहीं हुई हैं ये ही दर्शाती है कि कम्युनिस्ट सरकार अपनी नफरत की विचारधारा के लिए किस हद तक जा सकती है। वामपंथी की विचारधारा का ये प्रभाव ही है जिसके चरमपंथी समर्थक और कार्यककर्ताओं ने अपनी समझ खो दी है और जो एक महिला की गरिमा और सम्मान पर भी वार करने से भी पीछे नहीं हटते क्योंकि वो उनकी विचारधारा का समर्थन नहीं करती है। ये दर्शाता है कि कम्युनिस्ट शासन के तहत चरमपंथी तत्वों को ये लगता है कि वो किसी भी ओछी हरकत या नारी विरोधी अभद्र टिप्पणी करके आसानी से बच सकते हैं। यही कारण है कि वो उन महिलाओं के ऊपर अभद्र टिप्पणी करने, उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने में जरा भी नहीं झिझकते जो उनकी विचारधारा का समर्थन न करती हों। तथ्य ये है कि लोकप्रिय कम्युनिस्ट नेता जब ‘महिलाओं के अधिकार’ का मुखौटा पहनकर महिला के सम्मान की बात करते हैं तो वहीं वो दूसरी तरफ सबुमन जैसे तत्वों को जमीनी स्तर पर अभद्रता से काम करने और महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करने की अनुमति देते हैं।

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