प्रधानमंत्री मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ योजना को एक और बड़ी उपलब्धि मिली है क्योंकि उत्तर प्रदेश के नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री सैमसंग का उद्घाटन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत दौरे पर आये दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने सोमवार को 35 एकड़ में फैली सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स का उद्घाटन किया। फिलहाल, दक्षिण कोरिया की ये बड़ी मोबाइल कंपनी हर साल भारत में करीब 60 मिलियन स्मार्टफोन बना रही है जो इस प्लांट के चालू होते ही 12 करोड़ तक पहुंच जाएगा। इस तरह से मोबाइल का निर्माण भारत में और तेजी से बढ़ जायेगा।
सैमसंग न सिर्फ अपना मोबाइल निर्माण बढ़ाएगा बल्कि मौजूदा लोगों की कार्यक्षमता में भी बढ़ोतरी होगी। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा, “कंपनी की नई इकाई 35 एकड़ में फैली है और इससे फ़ोन और फ्रिज दोनों के निर्माण में वृद्धि होगी” भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में ये एक बड़ा और बढ़िया कदम है। सैमसंग इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एचसी हांग ने कहा, “हमारी नोएडा फैक्ट्री, दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री होगी और ये भारत के लिए सैमसंग की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है, और सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की सफलता का एक बढ़िया उदाहरण है। सैमसंग भारत का दीर्घकालिक साझेदार है। हम ‘मेक इन इंडिया’, ‘मेक फॉर इंडिया’ और अब हम ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ के लिए काम करेंगे। हमने सरकारी नीतियों के तहत एग्रीमेंट किया है और भारत को मोबाइल फोन के लिए ग्लोबल एक्सपोर्ट हब बनाने के सरकार के सपने को पूरा करने में सहयोग करेंगे।
नई सैमसंग की सुविधा रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। सैमसंग के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “सैमसंग ने रोजगार के अवसर पैदा करने में अहम भूमिका निभाई है। सैमसंग ने लगभग 70,000 लोगों को रोजगार दिया है, जिनमें से लगभग 5000 नोएडा के हैं। इस नई इकाई से 1,000 और लोगों को रोजगार मिलेगा।”
भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स की संख्या बढ़ रही है। 2014 में भारत में केवल दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स थे और वर्तमान में ये संख्या 120 तक बढ़ गई है। 2014 से मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स से लगभग 4 लाख नौकरियां पैदा की गई हैं।
हालांकि, उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी खोलने की राह इतनी आसान नहीं थी। तीन महीने पहले सैमसंग अपनी इकाई को भारत के किसी अन्य राज्य में स्थानांतरित करने की योजना बना रहा था। विकास उन्मुख सीएम योगी ने सैमसंग के वाईस-प्रेसिडेंट को मिलने के आमंत्रित किया और इस मुद्दे पर चर्चा की साथ ही उन्हें सभी आवश्यक सुविधा प्रदान करने का आश्वासन भी दिया। तीन महीने के भीतर ही 22 किलोमीटर पॉवर लाइन के जरिये कंपनी को 50 मेगावाट का पॉवर कनेक्शन प्रदान किया। उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि आज सैमसंग ने दुनिया की सबसे बड़ी सैमसंग मैन्युफैक्चरिंग इकाई का नॉएडा में शुरू किया है।
मार्च 2017 में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स अपनी इस यूनिट को देश के किसी अन्य राज्य में ले जाने की तैयारी कर चुका था: #UPCM श्री #YogiAdityanath #LargestMobileFactoryInUP pic.twitter.com/qcrO37oacd
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 9, 2018
उस समय मैंने सैमसंग के वाइस प्रेसिडेंट को बुलाकर पूछा था कि यूपी में क्या समस्या है। मैंने उनसे कहा था कि नियमों के तहत जो भी सुविधाएं जरूरी होंगी, दी जाएंगी: #UPCM श्री #YogiAdityanath #LargestMobileFactoryInUP pic.twitter.com/kdVSNWRqRF
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उत्तर प्रदेश सरकार ने प्लांट के लिए 50 मेगावाट का सबसे बड़ा बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया, चार महीने की रिकॉर्ड अवधि में 22 किलोमीटर लंबी बिजली लाइन को यहां पहुंचाया गया और उसे ऊर्जीकृत किया गया: #UPCM श्री #YogiAdityanath #LargestMobileFactoryInUP pic.twitter.com/pqoT0JfeWE
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 9, 2018
सीएम योगी ने बहुत कठिन प्रयास किया और तीन महीनों के अंदर ही हालातों का रुख बदल दिया। उन्होंने असंभव और इस प्रकार करोड़ों निवेश और हजारों रोजगार को बचा लिया। किसी को याद नहीं होगा कि कब आखिरी बार यूपी सरकार ने इस तरह की राजनीतिक इच्छा शक्ति और हालातों को बदलने के लिए अपने इरादों को समाने रखा था। पिछले महीने सीएम योगी के हस्तक्षेप के कारण ही पतंजलि ने अपने फूड पार्क को स्थानांतरित नहीं करने का फैसला किया था।
राज्य में निवेशकों को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री की प्रत्यक्ष भागीदारी यूपी के लिए एक अच्छा संकेत है। यूपी के शासन और यूपी कार्यों के तरीके में ये एक उल्लेखनीय बदलाव है।