एलीट बॉलीवुड हमेशा से ही हिंदू विरोधी रहा है और स्वरा भास्कर गर्व इसे इसका प्रदर्शन भी करती हैं। अभिनेत्री-सह-कार्यकर्ता अपने अनौपचारिक ट्वीट्स और लेफ्टिस्ट प्रोपेगेंडा के लिए काफी जानी जाती हैं और एक बार फिर से उन्होंने कुछ ऐसा ही किया है। हाल ही में, कर्नाटक में मुसलमानों के एक समूह ने मुस्लिम महिला से बात करने पर एक हिंदू युवक की जमकर पिटाई कर दी थी। इसके बाद एक ट्वीटर यूजर ने पिछले दिनों ट्रेंड हुए # TalkToAMuslim वाले ट्वीट पर स्वरा भास्कर के रुख का कड़ा जवाब दिया और इसके बाद स्वरा ने न सिर्फ अपने रुख को सही बताया बल्कि मुस्लिम लड़की से बात करने पर भीड़ द्वारा हिंदू युवक की पिटाई को न्यायिक ठहराने की भी कोशिश की।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरेश अपनी कार से बंटवाल से अपने घर वापस जा रहा और जब उसने एक महिला को फिरंगी पेट देखा उसे लगा वो उसे जानता है तो अपनी कार रोक कर उससे बात की और कदोनों के बीच कुछ बातों का आदान-प्रदान हुआ। इसके बाद कुछ युवाओं के समूह ने सुरेश को रस्ते में मुस्लिम महिला से बात करते हुए देखा और फिर उसकी गाड़ी रोक कर उसकी पिटाई कर दी और उसे अपशब्द भी कहे। इसके बाद बंटवाल पुलिस थाने की पुलिस ने सुरेश को अस्पताल में एडमिट करवाने के बाद उसका बयान दर्ज किया और आईपीसी धारा 144, 323, 504 आर / डब्ल्यू 14 9 के तहत मामला दर्ज किया। इस खबर के बाद एक यूजर ने स्वरा भास्कर के #TalktoaMuslim वाले ढोंग को लेकर सवाल किया और कहा, “मुसलमानों के एक समूह ने हिंदू युवक पर हमला किया। क्या वो एक मुस्लिम महिला से बातचीत करने के उत्साह को जानते हैं? स्वरा भास्कर को उन लोगों के साथ काउंसलिंग के लिए लाया जाना चाहिए जिनकी फिल्मों के लिए वो अभिनय करती हैं।“
I will wait for a credible news organisation to publish this news before I believe it. Maybe the mob took inspiration from all those anti #LoveJehad jobless Sanghi youth lynching Muslim men? #WhenStupidityBecomesLethal https://t.co/CsVdVm16RD
— Swara Bhasker (@ReallySwara) July 31, 2018
इस ट्वीट के तुरंत बाद स्वरा भास्कर ने एक निम्न स्तर का ट्वीट कर जवाब दिया और कहा, “इससे पहले की मैं इसपर विश्वास करूं मुझे इंतजार है कि कोई भरोसेमंद न्यूज संगठन इस खबर को प्रकाशित करे। हो सकता है कि भीड़ उन एंटी लव जेहादियों और बेरोजगार संघी युवाओं से प्रेरित हो जो मुस्लिम युवकों को पीटते हैं।“
अपने ट्वीट में स्वरा ने बेरोजगार संघी युवाओं से तुलना करके युवाओं के समूह द्वारा हिंदू युवक की पिटाई को शर्मनाक तरीके से न्यायिक बताने की कोशिश की जो स्पष्ट रूप से उनके राष्ट्रवादी और यहां तक कि सनातन के खिलाफ पक्षपाती रुख को दिखाता है। कर्नाटक में हिंदू युवक की पिटाई की खबर को लोकप्रिय समाचारपत्र ‘द हिंदू’ ने भी प्रकाशित किया था इसके बावजूद स्वरा भास्कर ने खबर की विश्वसनीयता को जानबुझकर अनदेखा किया और इस तरह का शर्मनाक ट्वीट किया। हालांकि, ‘द हिंदू’ हिंदू युवक की पिटाई करने वाले समुदाय के नाम का उल्लेख न करते हुए इस खबर को कवर किया था। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या स्वरा भास्कर ‘द हिंदू’ को भी सांप्रदायिक संघ’ के रूप में लेबल करती हैं ?
ये पहली बार नहीं है जब स्वरा भास्कर ने इस तरह की बेतुकी हरकत की हो। जब सांप्रदायिक हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया देने की बात आती है तो स्वरा भास्कर हिंदू विरोधी अपने एजेंडा के लिए जानी जाती हैं।
#NotinMyName मुहिम का भी स्वरा ने खुलकर समर्थन किया था। कठुआ रेप मामले में स्वरा समेत सोनम कपूर, आहना कुमरा, हम कुरैशी, करीना कपूर खान जैसे एलीट बॉलीवुड सितारों ने एक विशेष समुदाय को खलनायक के रूप में चित्रित किया था।
निसंदेह अपने इस ट्वीट से स्वरा भास्कर ने ये साबित कर दिया है कि एलिट बॉलीवुड हिंदू विरोधी तत्वों को बढ़ावा देता है और हिंदू या संत विरोधी तथ्यों या खबरों को फैलाने में जरा भी संकोच नहीं करते हैं। शुक्र है, कि कठुआ मामले के बाद से भारत के लोगों की सोच बदली है जो अब स्वरा भास्कर जैसे बॉलीवुड सितारों के प्रोपगंडा को समझ गए हैं। वास्तव में देश की जनता अब समझ चुकी है अपराध अपराध होता है और किसी भी अपराध को किसी विशेष समुदाय पर निशाना साधना सिर्फ एलीट बॉलीवुड का पब्लिसिटी के लिए एक ढोंग है जो धर्म के नाम पर लोगों में विरोध उत्पन्न करना चाहते हैं।