शाहरुख खान को ‘हिंदू’ गणपति महोत्सव मनाने के लिए किया गया ट्रोल

शाहरुख खान गणपति

देशभर में सोमवार से दस दिनों तक चलने वाला गणेशोत्सव की धूम है। इसमें बॉलीवुड के सितारे भी पीछे नहीं हैं। अपने अपने तरीके से सभी इस महोत्सव को धूम-धाम से मना रहे हैं। फिल्म अभिनेता शाहरुख खान ने भी अपने बेटे अबराम की सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की है जिसमें वो गणपति बप्पा की आराधना करते हुए नजर आ रहा है। इस फोटो के साथ शाहरुख ने कैप्शन लिखा, “हमारे गणपति ‘पप्पा’ घर आ गए। अबराम उन्हें पप्पा बुलाता है।“ शाहरुख खान ने जैसे ही फोटो को शेयर करते ही धर्म के तथाकथित ठेकेदारों ने शाहरुख खान को ट्रोल करना शुरू कर दिया।

इस तस्वीर में अबराम की पीठ और सिर का पिछला हिस्सा दिखाई दे रहा है। साथ ही वो गणपति बप्पा की ओर मुंह करके बैठा है। वो बप्पा की आराधना कर रहा है। ये कोई नयी बात नहीं है शाहरुख हर त्यौहार को अपने परिवार के साथ धूमधाम से मनाते रहे हैं। सिर्फ शाहरुख ही नहीं बल्कि मेजर जनरल शाह नवाज़ खान भी सभी त्यौहार खुलकर मनाते हैं और भारत के सभी धर्म और आस्था का सम्मान करते हैं। हालांकि, कुछ तथाकथित सेक्युलर लोगों ने उनकी आस्था को लेकर उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया जैसा कि वो हमेशा से करते आये हैं।

ये कोई नयी बात नहीं है मोहम्मद शमी, मोहम्मद कैफ, सोहा अली खान और सारा अली खान भी इस तरह की प्रतिक्रिया झेल चुके हैं। उनके धर्म के लोग अगर किसी अन्य धर्म के प्रति सम्मान की भावना रखते हैं तो उन्हें इससे भी परेशानी होती है चूंकि वो उस धर्म से नफरत करते हैं वो सम्मान को पचा नहीं पाते हैं। हमेशा ही विशेष समुदाय के कुछ लोग विवाद को जन्म देते रहे हैं और अगर कोई उनके समुदाय का सदस्य अन्य धर्म का सम्मान करे तो वो इसका खूब विरोध करते हैं लेकिन इसके बावजूद ये सितारे विरोध के बावजूद जमीनी स्तर से जुड़े रहे हैं। यहां अबराम जैसे छोटे बच्चे जिसे धर्म और जातिवाद में अंतर नजर नहीं आता उसके द्वारा बप्पा की पूजा किये जाने पर विरोध करना छोटी मानसिकता को दर्शाता है।

https://twitter.com/squintneon/status/1041359123391176707

ताज्जुब की बात है कि कोई भी लिबरल बॉलीवुड स्टार उनके बचाव में सामने नहीं आया यहां तक कि अबराम के लिए भी नहीं। स्वरा भास्कर और श्रुति सेठ असलम जो अक्सर ही ‘धर्मनिरपेक्षता’, देश में धार्मिक एकता की बातें करती हैं उन्होंने भी इसपर चुपी साध रखी है।

गणपति उत्सव पर ‘आई ए एम अशेम्ड’ पोस्टर वाले बॉलीवुड सितारों की ये चुप्पी वो भी तब जब बॉलीवुड के एक बड़े स्टार पर हमले हो रहे हों उनके दोहरे रुख को उजागर करता है। यहां तक कि मीडिया पर कुछ कहना बेकार है क्योंकि वो भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।

वास्तव में शाहरुख खान हिंदू नहीं है फिर भी वो हिंदुओं के पर्व को धूमधाम से मनाते हैं जो कट्टरपंथियों को पसंद नहीं आता। यहां ‘बुद्धिजीवियों’ की चुप्पी भी हैरान कर देने वाली है। ट्रॉल्स जिस तरह से शाहरुख खान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहा है वो निंदनीय है। हमेशा से हिंदुओं को धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाने वालों इन ‘बुद्धिजीवियों’ को इस मामले में अपनी राय रखनी चाहिए थी। भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के राग अलापने वाले ब्रिगेड भी यहां नदारद नजर आये। शाहरुख खान एक शिक्षित व्यक्ति हैं और उन्हें पता है कि क्या सही है और क्या गलत उनपर धर्म को लेकर कोई रोक नहीं लगाई जा सकती और ये उनका अधिकार भी है। भारत धर्म, आस्था, संस्कृति और एकता के लिए जाना जाता है और बेहतर होगा कुछ लोग यहां के वातावरण को गंदा करने की कोशिश न करें।

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