चुनावी सरगर्मियां परवान पर हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना व मिजोरम में चुनाव होने हैं। इनमें से मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी जबकि तेलंगाना में टीआरएस व मिजोरम में कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस पार्टी तीन बड़े राज्यों में अपने सत्ता के वनवास को खत्म करने के लिए तड़प रही है तो दूसरी ओर बीजेपी अपनी सत्ता को बरकरार रखने की जुगत में है। ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए जा रहे हैं। इन आरोपों-प्रत्योरोपों के दौर के बीच कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी हदें पार करते जा रहे हैं। ऐसा करके वे अपनी पार्टी की ही फजीहत कराते नजर आ रहे हैं। अब तो कांग्रेसी नेता पीएम मोदी के परिवार पर भी घटिया बयानबाजी कर रहे हैं। पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी फिर कांग्रेस सांसद व उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेमवार ने देश के प्रधानमंत्री मोदी के परिवार को अपने राजनैतिक फायदे के लिए राजनीति में घसीटा है।
बता दें कि, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रिय मंत्री सीपी जोशी ने प्रधानमंत्री मोदी और उमा भारती के बारे में जाति सूचक टिप्पणी की था। उसके बाद कांग्रेसी सांसद राज बब्बर ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरते रुपए से पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी की उम्र कराई थी। इससे पहले कि, अपने नेताओं के विवादित बोल से कांग्रेस उबर पाती, कांग्रेस पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेमवार ने पार्टी की डूबती नाव पर एक और पत्थर फेंक दिया। विलासराव मुत्तेमवार ने शनिवार को राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की एक जनसभा के दौरान कहा, “पीएम मोदी जो राहुल गांधी से भिड़ रहे हैं, नरेंद्र मोदी को पीएम बनने से पहले कौन जानता था। आज भी पीएम मोदी के बाप का नाम कोई नहीं जानता है, लेकिन राहुल गांधी के बाप का नाम तो क्या पीढ़ियों का नाम तक सभी को पता है और जिसके बाप का नाम पता नहीं वो प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी से हिसाब मांग रहे हैं। किस बात का हिसाब मांग रहे हैं।”
विलासराव मुत्तेमवार के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता दबे मुंह बचाव में कह रहे है कि प्रधानमंत्री मोदी भी तो राहुल गांधी की मां, दादा, दादी पर टिप्पणी करते रहते हैं। विलासराव मुत्तेमवार के इस बयान का जवाब पीएम ने मध्य प्रदेश के विदिशा में रैली को संबोधित करते हुए दिया है। उन्होंने कहा “मेरे पिता, जिनका 30 साल पहले ही निधन हो चुका है, ऐसा क्या कारण है कि वे मेरे माता पिता को इसमें घसीट रहे हैं।” उन्होंने कहा कि, “मैं परिवार के बारे में बयान नहीं देता, लेकिन मैं पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ बोल रहा हूं। अगर मेरे माता पिता राजनीति में होते तो उन्हें कांग्रेसियों पर बोलने का हक था।” इसके बाद सोशल मीडिया पर विलासराव मुत्तेमवार जैसे कांग्रसी नेताओं की घटिया बयानबाजी के वीडियो वायरल होने लगे हैं। इसे लेकर एक और जहां कांग्रेस की फजीयत हो रही है तो वहीं राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेस पार्टी हंसी की पात्र बन गई है। वहीं पार्टी के नेता अपने विलासराव मुत्तेमवार जैसे वरिष्ठ नेताओं के बयानों से कन्नी काटते भी दिख रहे हैं। विलासराव मुत्तेमवार के इरस बयान के बाद तो आम नागरिकों के बीच कांग्रेस की छवि बुरी तरह खराब हुई है। सियासी जानकारों की मानें तो कांग्रेस पार्टी शुरुआत में चुनावी लड़ाई में बनी हुई थी लेकिन इसकी आंतरिक कलह, फूट, नेतृत्व की कमी और अब विलासराव मुत्तेमवार जैसे नेताओं के अभद्र बोल से यह पार्टी एक बार फिर से बूरी तरह से बैकफुट पर चली गई है। एक बार फिर से इन राज्यों में बीजेपी भारी पड़ने वाली है।