अटल जी के परिवार ने PMO को चिट्ठी लिखकर किया सरकारी सुविधाएं लेने से इंकार

अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री

PC: dreshare.com

आज के समय में जब ज्यादातर नेता किसी न किसी बहाने ज्यादा से ज्यादा सरकारी सुविधाएं मांगकर उनका उपभोग करना चाहते हैं। ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार ने एक मिसाल पेश की है। दरअसल, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवार को मिलने वाली सुरक्षा व आवास जैसी सरकारी सुविधाएं लेने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि जब हम खुद ही सक्षम हैं तो फिर हम देश के चंदे से तैयार सरकारी खजाने पर बोझ क्यों बनें।

अटल जी का परिवार दिल्ली के बेहद पॉश और सुरक्षा के दायरों में स्थित लुटियंस जोन में स्थित है। परिवार ने अब ये आवास छोड़ने का निर्णय किया है। वाजपेयी के परिवार में उनकी दत्तक पुत्री नमिता, दामाद रंजन भट्टाचार्य और पौत्री निहारिका व अन्य सदस्य शामिल हैं। उन्होंने स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की सुविधाएं भी छोड़ दी हैं। वाजपेयी जी की दत्तक पुत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में एक पत्र भी लिखकर भेजा है। दरअसल पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उन्हें उच्च स्तरीय सुरक्षा मिलती है। उन्हें सुविधाओं से भरपूर सरकारी बंगले भी दिये जाते हैं।

ऐसे समय में जहां राजनेताओं के परिवार वाले सरकारी सुविधाओं के लिए सारी सीमाएं पार कर देते हैं, वहीं अटल जी के परिवार वालों का ये निर्णय दूसरों के लिए प्रेरणा देने वाला है। वास्तव में अटल जी के परिवार ने मिसाल पेश की है।

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवार को एसपीजी सुरक्षा सहित कई प्रकार की सरकारी सुविधाएं मिलती हैं। इस समय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा को ये सुविधाएं मिली हुई हैं। इसी तरह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिवार का हिस्सा होने के तौर पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी को भी पूर्व पीएम के परिवारों को मिलने वाली सुविधाएं खासकर एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है।

पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवार को आजीवन सुरक्षा का प्रावधान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ही किया था। उनके इस निर्णय को अमल में लाने के लिए एसपीजी कानून में संशोधन भी किए गए थे। अटल जी द्वारा किए गए बदलाव का ही परिणाम था कि सोनिया, राहुल और प्रियंका को आज तक एसपीजी सुरक्षा मिल रही है।

बताते चलें कि इससे पहले उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के पूर्वमुख्यमंत्रियों को मिले मिले बंगले खाली करने के आदेश दिये थे। जिसपर मुलायम, मायावती, अखिलेश जैसों को काफी तकलीफ हुई थी। उन्होंने बंगला खाली न करने के लिए तमाम तरकीबें लगाई थीं लेकिन न्यायालय ने उनकी एक न सुनी। ऐसे में अटल जी के परिवार वालों का अपनी सुविधाओं को खुद ही छोड़ देना दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत है। जबकि उन सुविधाओं पर उनका हक़ था। किसी ने सच ही कहा है कि संस्कारों का बड़ा असर होता है। शायद यह अटल जी के संस्कारों की ही खुशबू है जो उनकी छाया में पले बढ़े उनके बच्चों में झलक रहा है। अटल जी का त्याग और संस्कार उनके बच्चों के व्यक्तित्व में झलक रहा है।

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