बीजेपी का आरोप- तेलंगाना की मतदाता सूची में अवैध रूप से शामिल किए जा रहे रोहिंग्या शरणार्थी

तेलंगाना बीजेपी रोहिंग्या

PC: Daily Hunt

तेलंगाना में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है। यहां रोहिंग्या शरणार्थियों के नाम मतदाता लिस्ट में होने के आरोप लग रहे है, जो कि देश की सुरक्षा के लिए बहुत चिंताजनक है। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि तेलंगाना की मतदाता लिस्ट में गड़बड़ी की गई है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने तेलंगाना राष्ट्रीय समिति और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को कटघड़े में खड़ा किया है। बीजेपी का कहना है कि, रोहिंग्या शरणार्थी भारत के नागरिक नहीं हैं, उसके बावजूद अवैध रुप से उनके नाम मतदाता लिस्ट में जोड़े गए और उन्हें फर्जी वोटर आईडी बांटी गई है।

भारतीय जनता पार्टी ने इस बात की शिकायत चुनाव आयोग से भी की है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से जल्द से जल्द मतदाता लिस्ट की कमियों को चुनाव होने से पहले दूर करने की अपील की है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और भाजपा महासचिव अरुण सिंह के नेतृत्व में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की। केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का आरोप है कि, तेलंगाना में टीआरएस, एएमआईएम और कांग्रेस मिल कर सांप्रदायिक आधार पर वोटर लिस्ट से बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम कटवा रही हैं।

बता दें कि, रोहिंग्या शरणार्थियों का मुद्दा काफी समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, म्यामांर से पलायन करने के बाद भारी संख्या में रोहिंग्या भारत और बांग्लादेश में कूच किए थे। रोहिंग्या शरणार्थियों की भारी संख्या को देखते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से खतरा माना जा रहा था। कई रक्षा विशेषज्ञों ने इसे देश की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील मुद्दा बताया था। अब ये आरोप लगना कि, कुछ पार्टियां अपने स्वार्थ के लिए रोहिंग्या शरणार्थियों को नागरिकता दे रही है, देश के लिए बेहद चिंताजनक है।

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी की बात कही है। उन्होंने कहा कि, एक साजिश के तहत भाजपा समर्थित वर्ग के लोगों के नाम बड़े पैमाने पर मतदाता सूची से हटाये गए हैं। वहीं अनेक परिवार ऐसे हैं, जहां एक परिवार में कई दर्जन नामों को जोड़ा गया है। ऐसे में पार्टी ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि, इसकी जांच की जाए और गलत तरीके से शामिल किये गए नामों व रोहिंग्या मुसलमानों को सूची से हटाया जाए। नकवी ने बताया कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के 15 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में ये गड़बड़ियां की जा रही हैं। नकवी ने कहा कि, मतदाता सूची में एक घर के पते पर 700 लोगों के नाम मिले हैं। यहां तक कि, वोटर लिस्ट में एक व्यक्ति के नाम पर अलग पतों और सीरियल नंबरों के साथ इलेक्टोरल फोटो आईडी भी जारी की गई हैं।  
नकवी ने कहा कि भाजपा की स्थानीय यूनिट लगातार यह शिकायत करती रही है कि, रोहिंग्या मुसलमानों के नाम मतदाता सूची में शामिल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, गृह मंत्रालय के आदेशों के बाद भी रोहिंग्या मुसलमानों को वोट देने का अधिकार दिया जा रहा है, जो देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से अपील की है कि, मतदाताओं के संवैधानिक अधिकारों को प्रभावित न किया जाए।

एक तरफ जहां देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बीजेपी रोहिंग्याओं को म्यामांर भेजने के लिए प्रयासरत है। वहीं विपक्ष उन्हें अपने वोटबैंक के रुप में साधने के लिए देश में रखने के पक्ष में खड़ा है। यहां तक की ममता बनर्जी और ओवैसी जैसे नेता वोट बैंक के लिए रोहिंग्याओं को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से भारत की नागरिकता देने की वकालत भी करते रहे हैं। देश की सुरक्षा के लिहाज से यह काफी संवेदवशील विषय है। रोहिंग्या शरणार्थियों से देश को आतंकवाद और दूसरी कई समस्याओं का सामना करने का अंदेशा तो पहले से ही है, अब जब उन्हें नागरिकता मिल जाएगी तो समस्या और पैचीदा हो जाएगी।

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