राजस्थान में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है, कांग्रेस हताश होती दिख रही है। ये हताशा अब कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बोल में भी साफ झलकने लगी हैं। ये बातें एक के बाद एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के बिगड़ते बोल बता रहे हैं। कमलनाथ के बाद अब सीपी जोशी का दूसरा वीडियो वायरल हुआ है। दरअसल वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और यूपीए सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है।
सीपी जोशी ने नाथद्वारा में गुरुवार को एक सभा को संबोधित करते कहा, ‘’इस देश में अगर धर्म के बारे में कोई जानता है तो वह पंडित जानते हैं…विद्वान…ब्राह्मण। अजीब देश हो गया है। इस देश में उमा भारती लोधी समाज की हैं, वो हिंदू धर्म की बात कर रही हैं। साध्वीजी किस धर्म की हैं? वो हिंदू धर्म की बात कर रही हैं। नरेंद्र मोदीजी किसी धर्म के हैं, हिंदू धर्म की बात कर रहे हैं। ब्राह्मणों का काम नहीं है। ब्राह्मण सब समझते हैं। 50 साल में इनकी अक्ल बाहर निकल गई।’’
वो यही नहीं रुके धर्म के बाद सीपी जोशी ने जनता को संबोधित करते हुए जाति पर पहुंच गये और कहा, आपको पता है कि उमा भारती और पीएम मोदी किस जाति या समाज पर ही हमला नहीं किया बल्कि राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी रहीं साध्वी ऋतंभरा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वो किस जाति की हैं, ये लोग धर्म के बारे में क्या जानते हैं।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री के बयानों से कांग्रेस एक बार फिर से बैकफुट पर आ गई है। एक ओर जहां इससे कांग्रेस को जनता की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर लोगों का कांग्रेस से मोहभंग हुआ है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सीपी जोशी अपने बचाव करते हुए स्पष्टिकरण दे रहे हैं।
बता दें कि जाति-धर्म की ऐसी राजनीति कांग्रेस के लिए कोई नई बात नहीं हैं। इससे पहले भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बेहूदे बोल और जाति-धर्म पर तुष्टिकरण करने वाले वीडियो वॉयरल होते रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस के जाने-मानें दिग्गज और वरिष्ठ नेता कमलनाथ का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो खुलकर तुष्टिकरण की राजनीति करते देखे गए थे।
उस वीडियो में कमलनाथ मुसलमानों से कह रहे हैं कि “मुस्लिम बहुल बूथों पर अगर 90% से कम मतदान होगा तो कांग्रेस को नुकसान होगा। ऐसे बूथों पर अगर कम मतदान होता है तो उसका पोस्टमार्टम करने की जरूरत है कि ऐसा क्यों हुआ। इससे पहले भी कमलनाथ के दो और वीडियो वायरल हुए थे। एक ओर पहले में वो अपराधियों को टिकट देने की बात कर रहे हैं तो दूसरे में मुस्लिम समुदाय को संघ के लोगों से सावधान रहने की सलाह देते नजर आ रहे थे।“
जिससे इस बात की पुष्टि हुई थी कि अब मुसलमान भी कांग्रेस पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा एक बात और भी स्पष्ट हो चुकी है कि बीजेपी पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी अब विकास के मुद्दों से नहीं बल्कि जातिवाद और धर्म की राजनीति से चुनाव जीतने की योजना बना रही है। जबकि कांग्रेस का असली चेहरा चुनाव के नजदीक आने के साथ साफ़ हो रहा है। ऐसे वीडियोज से बीजेपी को ही लाभ होगा।
एक के बाद एक वायरल हो रहे सीपी जोशी और कमलनाथ जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बयान से ये स्पष्ट हो गया है कि हताश कांग्रेस के नेता सत्ता में आने के लिए किसी भी स्तर पर खुलकर ओछी राजनीति करने को तैयार है। एक राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते कम से कम पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को किसी भी तरह की नींम स्तर की राजनीति करने से पहले वोचर लेना चाहिए। हालांकि, इससे पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की तरह ‘नर्म हिंद्तुव’ के किये कराए पर भी पानी फेरने का काम कर रहे हैं जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को ही इसका लाभ मिलेगा।