शहीद की पत्नी को हुई असुविधा की शिकायत के बाद रेल मंत्रालय ने लिया तुरंत एक्शन

रसूलन बीबी अब्दुल हामिद

PC: Amar Ujala

पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रालय के मंत्री किस तरह से अपने मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे हैं इसका बेहतरीन उदाहरण रेलवे मंत्रालय में देखा गया। जब एक पत्रकार ने शहीद की विधवा को ट्रेन में मिली सीट को लेकर हुई परेशानी को लेकर ट्वीट किया तो रेलवे मंत्रालय ने तुरंत संज्ञान लेते हुए समस्या का समाधान किया। इसके बाद पत्रकार ने रेलवे प्रशासन और पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। ये शहीद कोई और नहीं बल्कि अब्दुल हामिद हैं जिन्होंने अकेले ही भारत-पाक के युद्ध में पाकिस्तान के 8 टैंकरों को उड़ा दिया था।

बता दें कि, शहीद अब्दुल हामिद देश का वो जवान जिसने अकेले ही साल 1965 के भारत-पाक युद्ध में कई पाकिस्तानी पेटन टैंकों को उड़ा दिया था। ये टैंक पाकिस्तान की सेना के लिए काफी अहम थे लेकिन अपनी सूझ बुझ से अब्दुल हामिद ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया था। इस युद्ध में वो वीरगति को प्राप्त हुए थे। उनकी वीरता के लिए उन्हें परमवीर चक्र से भी सम्मानित किया गया था जो उनकी पत्नी श्रीमती रसूलन बीबी ने प्राप्त किया था। शहीद अब्दुल हामिद की विधवा रसूलन बीबी को लेकर हाल ही में पत्रकार डॉ। प्रवीण तिवारी ने एक ट्वीट शेयर किया था जिसमें उन्होंने अब्दुल हामिद की पत्नी को आरएसी की टिकट दिए जाने को लेकर रेलवे प्रशासन पर सवाल उठाये थे। अपने इस ट्वीट में उन्होंने बीजेपी के मनोज सिन्हा और रेल मंत्री पीयूष गोयल और पीएम मोदी को टैग किया था। जिसके बाद तुरंत रेलवे मंत्रालय ने इस मामले पर संज्ञान लिया।

पत्रकार डॉ. प्रवीण तिवारी ने अपने ट्वीट में लिखा था, “90 वर्षीय रसूलन बीबी (शहीद अबुदल हामिद की विधवा) को अपनी सीट शेयर करने लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उन्हें आरएसी की टिकट मिली थी। हम सिर्फ देश भक्ति पर भाषण दे सकते हैं और कुछ नहीं करते।” पत्रकार के इस ट्वीट के तुरंत बाद ही रेलवे प्रशासन ने कार्रवाई की और रसूलन बीबी के लिए पूरी सीट का इंतेजाम किया। रेलवे प्रशासन की सक्रियता को देखते हुए पत्रकार डॉ. प्रवीण तिवारी ने रेलवे प्रशासन और प्रधानमंत्री मोदी की सरकार का आभार व्यक्त किया।

वास्तव में इस घटना से एक बात स्पष्ट हो गयी कि आज के भारत की सरकार में सभी मंत्रालय अपने दायित्वों को लेकर कितने सक्रिय हैं और जिम्मेदार हैं। ये सराहनीय है कि रेलवे प्रशासन हो या विदेश मंत्रालय सभी देश की हर एक जनता की मदद के लिए तैयार रहते हैं। सुषमा स्वराज हो या पीयूष गोयल जिस तरह से ये अपने मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे हैं वो सराहनीय है। इस तरह के जिम्मेदार मंत्री भारत के इतिहास में बहुत कम देखने को मिले हैं। शायद यही वजह है कि पीएम मोदी की सरकार के प्रति लोगों का विश्वास समय के साथ और बलवान हुआ है।

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