पिछले एक साल की तुलना में सबसे निम्नतम स्तर पर हैं पेट्रोल के दाम

पेट्रोल मीडिया

PC: Autocar India

पेट्रोल कीमतों में इजाफा हो तो मीडिया हंगामा करती है लेकिन अगर पेट्रोल कीमतों में गिरावट होती है तो मीडिया चुप रहती है। कहीं कोई गड़बड़ी हो तो मीडिया हंगामा करती है लेकिन अगर कहीं कोई गड़बड़ी होती है तो मीडिया चुप रहती है। जी हां, ऐसा ही चल रहा है। विश्वास न हो तो पेट्रोल की कीमतों को ही ले लीजिए। अभी कुछ दिनों पहले पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी को लेकर खूब हो हल्ला हो रहा था। मीडिया छाती पीट-पीटकर पूरे देश में हाय-तौबा मचाए हुई थी। जब पेट्रोल की कीमत पिछले एक सालों में सबसे कम हुई है तो न्यूज़ चैनल्स में इसकी कहीं कोई रिपोर्ट नहीं है।

दरअसल, पिछले महीनों में पट्रोल की कीमतें बढी थीं। उसे लेकर देश भर में कांग्रेस और कांग्रेस प्रशंसक मीडिया ने पूरे देश में हल्ला मचाकर आसमान सिर पर उठा लिया था। कुछ कांग्रेसी नेता तो इसे दबे मुंह अपने आदमियों से आर्थिक आपातकाल घोषित करवा रहे थे। उसे प्रचारित करवा रहे थे। इस समय सरकार और पेट्रोलियम कंपनियों के साझे प्रयास से तेल की कीमतें पिछले एक साल की तुलना में सबसे निम्नतम स्तर पर हैं लेकिन, इस समय विपक्षी तो छोड़िए, न्यूज़ चैनल्स भी दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रही है।

पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी से राहत देने के लिए ही केंद्र सरकार ने 4 अक्टूबर को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.5 रुपये की कटौती की थी। इसके बाद सरकार और पेट्रोलियम कंपनियों के संयुक्त प्रयास से धीरे-धीरे कीमतें घटने लगीं। लेकिन न्यूज़ चैनल्स इसे कवर करने के लिए खाली नहीं है। हालांकि जानकारों को पता है कि 15 जून, 2017 से भारत में पेट्रोल की कीमतों में दैनिक सुधार किया गया था। उसके बाद से हर दिन सुबह 6 बजे तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम संशोधित करती हैं। यही कारण है कि तेल की कीमतें सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजारों से नियंत्रित होती है। इसमें सरकार का कोई हाथ नहीं होता है लेकिन, वाम मीडिया ने तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी को ऐसे दिखा रही थी, मानों सच में केंद्र की मोदी सरकार ही तेल की कीमतें बढ़ा रही है। अब, जब तेल की कीमतें तेजी से गिरे हैं तो कोई मीडिया दूर-दूर तक नहीं दिख रही है।

यहां हम आपको एक ग्राफ दिखाने जा रहे हैं। ग्राफ में आप कीमतों की झलक देख सकते हैं कि पिछले कुछ महीनों में किस तरह से तेल की कीमतों में बदलाव हुए हैं…

पेट्रोल

आज पेट्रोल की कीमत 73.57 रुपये जबकि डीजल की कीमत 68.49 रुपये है। यहां हम आपको कुछ शहरों में पेट्रोल की कीमतों में हुई कटौती की लिस्ट दे रहे हैं जिनसे आप तेल की कीमतों में होने वाली गिरावट की एक झलक देख सकते हैं…

डीजल

दरअसल पिछले अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल की कीमतों में गिरावट आई है। जिसके चलते पिछल 30 दिनों में पेट्रोल की कीमतों में 8% की जबरदस्त कमी आई है। लेकिन वाम मीडिया इन सकारात्मक खबरों में नहीं दिखाएगी। जिसका नतीजा यह रहा कि आज पेट्रोल की कीमत 73.57 रुपये जबकि डीजल की कीमत 68.49 रुपये तक गिर चुकी है। वहीं दूसरी ओर अंतिम 48 दिनों में अंतरराष्ट्रीय बजारों में तेल की कीमतों में लगभग 25% की गिरावट आई है।

ये सारी बातें बताती है कि हमारी मीडिया कितनी गैर-जिम्मेदार है। मीडिया जनता तक सभी तथ्य और सत्य क्यों नहीं दिखाती है। किसी भी मुद्दे को एक बार कवर करके बीच में ही क्यों छोड़ देती है। न्यूज़ चैनल्स को ये बात ध्यान रखनी चाहिए कि अधूरी जानकारी जनता को हमेशा गुमराह करती है। इसलिए किसी भी मुद्दे पर रिपोर्टिंग करते समय उसकी पूरी सीरीज को कवर करना चाहिए ताकि जनता सच जान सके। 

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