डेली हंट एप्प के एक बड़े प्रतिष्ठित सर्वे ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत की जनता किस नेता पर सबसे ज्यादा भरोसा करती है। इस सर्वे में पीएम मोदी एक बार फिर से सबसे बड़े नेता बनकर उभरे विपक्षी नेता उनकी लोकप्रियता के आसपास भी नजर नहीं आये। इस सर्वे के नतीजों के बीजेपी के उत्साह को और बढ़ा दिया है। इस सर्वे से ये पता चलता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व पर देश के लोगों का विश्वास दृढ़ है।
इस सर्वे में देश के कोने-कोने से लोगों ने भाग लिया। इस सर्वे को 10 भाषाओं में क्रियान्वित किया गया था। इस सर्वे की ख़ास बात ये रही कि इसमें उत्तरदाता विभिन्न आयु समूहों (18 से 35+ वर्ष) के थे या यूं कहें अधिकतर युवा मतदाता शामिल थे। इस सर्वेक्षण में कुल 10 सवाल पूछे गये थे जिनके जवाब पीएम मोदी की लोकप्रियता का बखान करते हैं।
63% respondents expressed more or similar levels of trust in Narendra Modi as compared to 2014. #DailyhuntTrustOfTheNation pic.twitter.com/IeRPFFS64h
— Dailyhunt (@DailyhuntApp) November 1, 2018
More than 50% respondents believe that a second term for Narendra Modi will provide them a better future #DailyhuntTrustOfTheNation pic.twitter.com/ZFx8FYTSYl
— Dailyhunt (@DailyhuntApp) November 1, 2018
साल 2014 में जब पीएम मोदी सत्ता में आये तब से लेकर आज की तुलना में उनपर विश्वास को लेकर पूछे गये सवाल में 63% उत्तरदाताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी पर अधिक अथवा समान स्तर का विश्वास व्यक्त किया, और पिछले चार वर्षों से उनकी नेतृत्व क्षमताओं पर संतुष्टि व्यक्त की। 50% से अधिक उत्तरदाताओं का मानना है कि नरेंद्र मोदी का दूसरा कार्यकाल उन्हें बेहतर भविष्य देगा। भ्रष्टाचार को खत्म करने के सवाल पर 60% उत्तरदाताओं ने सबसे ज्यादा भरोसा पीएम मोदी पर जताया जबकि इस सवाल पर दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना में ज्यादा प्राथमिकता मिली। राष्ट्रीय संकट के दौरान सबसे बेहतर नेतृत्व किसका है ? इस सवाल पर सबसे जयादा 62% उत्तरदाताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया इसके बाद राहुल गांधी 17% अरविंद केजरीवाल पर 8 फीसदी लोगों ने भरोसा जताया। इसके अलावा इस साल पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर सवाल किया गया तब ये सामने आया कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान सभी वर्तमान में मोदी पर विश्वास बनाये हुए हैं हालांकि, तेलंगाना के लोगों की प्रतिक्रिया थोड़ी अलग थी।
इस सर्वे ने विपक्ष के लिए खतरे की घंटी जरुर बजा दी है। यहां तक कि उनके कार्यकाल के आखिरी वर्ष में भी उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है बल्कि उनके नेतृत्व को और मजबूती मिली है और लोगों का उनपर विश्वास बढ़ा है। पीएम मोदी और विपक्षी नेताओं के बीच लोकप्रियता में भारी अंतर देश की राजनीतिक दिशा को दर्शाता है। ये पहली बार नहीं है जब इस तरह के सर्वेक्षण करवाए गये हों इससे पहले भी ऐसे कई सर्वे हुए हैं जिनमें पीएम मोदी शीर्ष पर रहे हैं। इससे पहले ‘इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी’ (आई-पीएसी) के ऑनलाइन सर्वे में लोगों ने सबसे पसंदीदा नेता के रूप में पीएम मोदी को चुना था। सर्वे से साफ़ है कि अगले साल लोक सभा चुनाव में एक बार फिर से जनता पीएम मोदी के समर्थन में वोट देगी और मोदी सरकार फिर से सत्ता में आएगी।