राजस्थान में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे ही चुनावी घमासान भी तेज होता जा रहा है। कांग्रेस की बात करें तो इस चुनावी घमासान में प्रचार से ज्यादा पार्टी में नेताओं की आपसी अंतर्कलह और टिकट बंटवारे से नाराज बागियों की गदर ही छाई हुई है। टिकट बंटवारे से नाराज होकर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष निजाम कुरैशी ने विभाग के 35 जिलाध्यक्षों के साथ पार्टी से इस्तीफा दिया तो उधर दलित नेता बाबूलाल नागर ने भी पार्टी छोड़ दी। इस तरह कांग्रेस से कई नेता बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। अब पार्टी के बड़े नेता भी पार्टी के लिए कुछ खास करते नजर नहीं आ रहे हैं। जहां अशोक गहलोत के सरदारपुरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के कारण प्रदेश में व्यापक रूप से चुनाव प्रचार नहीं कर पाने की संभावना बन रही है, तो वहीं अब पार्टी ने दूसरे बड़े नेता सचिन पायलट को भी पैराशूट कैंडिडेट बनाकर टोंक से चुनाव लड़ा दिया है। टोंक मुस्लिम बाहुल्य सीट है, जहां कांग्रेस ने सचिन को टिकट दिया। अब बीजेपी ने यहां सचिन के खिलाफ मुस्लिम प्रत्याशी यूनुस खान को मैदान में उतारकर तगड़ा दांव खेला है।
टोंक के राजनीतिक इतिहास की बात करें, तो यहां से कांग्रेस 46 सालों से मुस्लिम प्रत्याशी को ही टिकट देती आई है। जबकी इस बार कांग्रेस ने लीक से हटकर सचिन पायलट को टोंक से टिकट दे दिया है। टोंक विधानसभा में दो लाख 22 हजार वोटर हैं। यहां करीब 50 हजार मुस्लिम, 20 से 30 हजार गुर्जर और करीब 35 हजार अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। इसके साथ ही 15 हजार माली समुदाय के लोग हैं। अशोक गहलोत खुद माली समुदाय से हैं। सचिन से उनकी प्रतिस्पर्धा मानी जाती है। ऐसे में अगर मुस्लिम समुदाय के लोग कांग्रेस की 46 सालों बाद बदली रणनीति से और माली समुदाय के लोग गहलोत के पक्ष के होने के कारण कांग्रेस को वोट नहीं देते हैं तो सचिन पायलट के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
बीजेपी ने खेला दांव
टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी ने तगड़ा दाव खेला है। बीजेपी की ओर से टोंक विधानसभा सीट पर पहले अजीत सिंह को टिकट दिया गया था। बीजेपी यहां से हर बार आरएसएस समर्थित उम्मीद्वार पर भरोसा करती रही है। इस बार दोनों पार्टियों की ओर से इस सीट पर राजनीतिक समीकरण बदले हुए हैं। कांग्रेस द्वारा किसी मुस्लिम प्रत्याशी की बजाय सचिन पायलट को टिकट देने के बाद ऐन मौके पर बीजेपी ने यहां से मुस्लिम चेहरे को चुनाव में उतारकर अच्छा दांव खेला है। बीजेपी ने यहां से यूनुस खान को टिकट दिया है। यूनुस खान वसुंधरा सरकार में मंत्री हैं। उन्हें राज्य में बीजेपी का मुस्लिम चेहरा माना जाता है। खान ने सोमवार को यहां से अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। उन्होंने कहा, “मैं जाति एवं धर्म पर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहूंगा। मैंने सचिन पायलट के चेहरे पर तनाव देखा है।”