सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के मौके पर अमानतुल्लाह खान ने मनोज तिवारी को दिया धक्का

मनोज तिवारी सिग्नेचर ब्रिज

PC: jagran

14 सालों के लंबे इंतजार दिल्ली को सिग्नेचर ब्रिज की सौगात मिल गयी और इस मौके पर आम आदमी पार्टी के गुंडागर्दी खुलकर सामने आई। जहां देश की दिल्ली को सिग्नेचर ब्रिज मिला वहीं यहाँ दुनिया जो इस दौरान नाटक देखा वो शर्मनाक था। इस ब्रिज के उद्घाटन के लिए केजरीवाल सरकार ने किसी को भी ज्यादा महत्व नहीं दी।  बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता  जब कार्यक्रम स्थल पर  पहुंचे तो आम अदि पार्टी के नेता दबंगई पर उतर आये। जब बीजेपी नेताओं ने इसका विरोध किया तो उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह में गलत व्यवहार किया जिसके बाद मामला गंभीर हो गया।

उत्तर पूर्वी दीली की जनता को जाम से निजात दिलाने के लिए इस ब्रिज का निर्माण किया गया। ये देश का पहला असिमेट्रिकल ब्रिज है जो केबल तार पर टिका है। इसकी कुल ऊंचाई 575 मीटर है और 154 मीटर की ऊंचाई पर एक ग्लास व्यूइंग बॉक्स है जहां से दर्शक दिल्ली का नज़ारा ले सकते हैं। रविवार को 1500 करोड़ से अधिक की लागत में यमुना नदी पर बनकर तैयार हुए सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के कार्यक्रम में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पहुंचे और जनता को संबोधित किया लेकिन जब स्थानीय नेता दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज इस कार्यक्रम में पहुंचे तो बवाल शुरु हो गया।  ये हंगामा आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने शुरू किया। इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है जिसमें साफ़ नजर आ रहा है कि आप विधायक अमानतुल्लाह मनोज तिवारी को धक्का दे रहे हैं जबकि मनोज तिवारी मंच के पास खड़े हैं। पुलिस भी धक्का-मुक्की कर रही है। आप विधायक अमानतुल्लाह के इस व्यवहार के बाद बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गये और फिर देश की राजधानी में शर्मसार कर देने वाली घटना हुई। आम आदमी पार्टी के नेता खुलेआम कैसे गुंडागर्दी करते हैं ये वीडियो उसी को बयां कर रहा है। इस दौरान मंच पर पुलिस भी मौजूद थी।

इस घटना पर बीजेपी ने कहा, “सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन में आज शांति से खड़े दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी पर केजरीवाल की पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह ने हमला किया। आम आदमी पार्टी के नेता खुलेआम गुंडागर्दी कर रहे हैं।“ वास्तव में ये आम आदमी पार्टी के नेताओं की हकीकत है जो सामने आई है। केजरीवाल का कहना है दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मनोज तिवारी को आमंत्रित किया था और जब इस आमंत्रण पर मनोज तिवारी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो पुलिस वालों और आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने उन्हें घेर लिया। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार मनोज तिवारी ने इस घटना पर अपने बयान में कहा है, “मुझे उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया गया था। मैं यहां का स्थानीय सांसद हूं। ऐसे में समस्या क्या है? क्या मैं एक अपराधी हूं? पुलिस ने मुझे क्यों घेर लिया? मैं यहां उनका (अरविंद केजरीवाल का) स्वागत करने के लिए गया था।“ इस ब्रिज क निर्माण कुछ कारणों की वजह से रुक गया था जिसका निर्माण बाद में शुरू हुआ था इसपर उन्होंने आगे कहा, “मैंने ब्रिज के निर्माण को दोबारा शुरू कराया था और अब अरविंद केजरीवाल उद्घाटन समारोह आयोजित कर रहे हैं।“ आम आदमी पार्टी का ये रवैया समझ के बाहर है पहले वो खुद ही मनोज तिवारी को आमंत्रित करते हैं और जब वो कार्यक्रम स्थल पर पहुँचते हैं तब उनके साथ बेरुखी करते हैं। क्या खुद को ईमानदार नेता कहने वाले सीएम केजरीवाल की पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह का रुख अपमानजनक नहीं है ? देश की राजधानी में केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता किस तरह की राजनीति करते हैं वो भी साफ़ हो गया है।

सभी मीडिया ये दिखा रही है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन समारोह में मारपीट और दबंगई की लेकिन इसकी शुरुआत किसने और क्यों की ? आम आदमी पार्टी  ने पहले इसकी शुरुआत की और बाद में वीडियो पोस्ट कर सारा आरोप बीजेपी पर मढ़ दिया। इस तरह की ओछी रराजनीति केजरीवाल के अलावा और कोई कर भी नहीं सकता। सिग्नेचर ब्रिज के पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाने का श्रेय लेने के लिए उन्होंने ये पूरा नाटक किया। हालांकी, मनोज तिवारी ने भी साफ़ कर दिया है कि वो इस तरह के बुरे व्यवहार के प्रति कार्रवाई करेंगे और ये सही भी है इससे कुछ नेताओं में थोड़ा कानून का डर बना रहेगा। केंद्र सरकार पर दबाव की राजनीति का आरोप लगाने वाले केजरीवाल अब बताएं कि उनकी पार्टी के नेता ने जिस तरह का व्यवहार किया उसे क्या कहेंगे?

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