एक तरफ आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए जद्दोजहद करने में लगी है, तो दूसरी ओर कांग्रेस समर्थकों ने आम आदमी पार्टी के हेडक्वॉर्टर में ही तोड़-फोड़ कर दी है। ऐसे में अब राजनीति गरमा गई है। चुनाव नजदीक आते देख दोनों ही पार्टियों का आलाकमान भले ही इस मामले पर चुप्पी साधे हैं, लेकिन जनता से अब कुछ भी छुपा नहीं है। दरअसल ‘आप’ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि, रविवार को कांग्रेस की यूथ विंग के द्वारा उसके ऑफिस पर प्रोटेस्ट के दौरान तोड़फोड़ की गई और धमकियां दी गईं। इस घटना की वीडियो को आम आदमी के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने ट्विट भी किया है। आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया विंग के इन्चार्ज अंकित लाल ने सोमवार को आईपी एस्टेट थाने में कंप्लेंट भी की है। अंकित लाल ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अजय माकन और प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
अंकित लाल ने पुलिस को बताया कि, “रविवार को जब कांग्रेस के लोग आम आदमी पार्टी के डीडीयू मार्ग स्थित दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें पता चला कि, कांग्रेस यूथ विंग के कुछ लोग दफ्तर के बाहर तोड़फोड़ कर रहे हैं। वे फौरन बाहर गए और अपने मोबाइल से प्रदर्शनकारियों का विडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया।” अंकित ने आरोप लगाया कि दो महीने पहले भी कांग्रेस की यूथ विंग के कुछ लोगों ने ‘आप’ के दफ्तर पर हमला किया था और दफ्तर में आग लगाने की धमकी भी दी थी। इन हमलों के पीछे उन्होंने कांग्रेस नेताओं की साजिश की आशंका जताई। उन्होंने पुलिस से इस मामले में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
ये है दिल्ली में AAP का हैडक्वार्टर – कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़ा
अपुष्ट खबर हैं कि सामने पड़ने वाले आपियों को पीटा भी गया
गठबंधन के लालच में दफ्तर के टूटने और कार्यकताओं की पिटाई पर भी सन्नाटा pic.twitter.com/8ipMPtgJLH
— Kapil Mishra (Modi Ka Pariwar) (@KapilMishra_IND) December 25, 2018
बता दें कि, इससे पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कराकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लिए जाने की मांग की थी। इस प्रस्ताव को गृह मंत्रालय को भेजा जाना था। हालांकि, बाद में विवाद बढ़ने पर केजरीवाल ने यू टर्न ले लिया। लेकिन पार्टी की ही विधायक अल्का लांबा ने सारी पोल खोल दी थी। अल्का लांबा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, “आज जब असेंबली में 1984 दंगों पर प्रस्ताव पेश किया गया तो उस समय मैं सदन में उपस्थिति नहीं थी, पर अभी हिंदी प्रस्ताव की कॉपी प्राप्त हुई है, जो सदन में उपस्थित सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से पास हुआ है।” अल्का के इस ट्वीट के बाद विवाद और बढ़ गया था। इसके बाद राजीव गांधी को लेकर भारतरत्न वापस लेने के मुद्दे पर बहस छिड़ गई थी। जिसे लेकर कांग्रेस की यूथ विंग प्रदर्शन कर रही थी। इसी बीच यह घटना हो गई। ऐसी स्थिति में अब आप और कांग्रेस के गठबंधन की संभावनाएं और भी कमजोर पड़ गई हैं।
बता दें कि, इससे पहले अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी एक साथ कई मंच पर साथ दिखते रहे हैं। इससे इस बात की पूरी संभावनाएं दिख रही थीं कि आम आदमी पार्टी भी महागठबंधन का हिस्सा बनेगी। लेकिन आप द्वारा राजीव गांधी से भारत रत्न वापसी की मांग और कांग्रेस समर्थकों द्वारा आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर हुए हमले के बाद दोनों पार्टियां एक दूसरे से दूर जाती दिख रही हैं।