कांग्रेस को डरा रहा है अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला, बिचौलिये ने राज खोले, तो पार्टी के कई नेताओं के नाम आएंगे सामने

अगस्ता वेस्टलैंड सोनिया गांधी कांग्रेस

PC: punjab kesari

ऐसा लगता है कि, कांग्रेस की मुसीबतें थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। एक तरफ जहां पांचों राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पिछड़ती दिख रही है, वहीं दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव सिर पर है। अब इसी बीच अगस्ता वेस्टलैंड मामले ने सुर्खियों में आकर कांग्रेस की मुसीबतें और बढ़ा दी है। कल जैसे ही अगस्ता वेस्टलैंड मामले में कथिक बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल की गिरफ्तारी की खबर कांग्रेस तक पहुंची, कांग्रेस की नब्ज ही ठंडी हो गई। अब उसे भविष्य का भय सता रहा है। इस मामले के फिर से सामने आने से सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के कई नेताओं की मुसीबतें बढ़ गई है।

बता दें कि, यह वही कांग्रेस है जो अभी तक चुनावी मौसम को ध्यान में रखते हुए राफेल सौदे को भुनाए हुए थी। लेकिन अगस्ता हेलीकॉप्टर सौदा सुर्खियों में आने के बाद यह पार्टी सहमी हुई सी दिख रही है। वहीं बीजेपी को अगस्ता हेलीकॉप्टर घोटाले के रूप में राफेल मुद्दे पर एक जबरदस्त काट मिल गई है। इससे बीजेपी के पास आक्रामक मोड में आने का बेहतरीन मौका है। बीजेपी इस मौके को भुना भी रही है। दरअसल, अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में इटली की एक अदालत ने फैसला सुनाया था। अदालत ने अपने फैसले में एक ऐसे नाम का जिक्र किया था, जिसका संबंध सोनिया गांधी परिवार से दिख रहा है।

अगस्ता वेस्टलैंड मामले में कांग्रेस के डर का सबसे बड़ा कारण यह है कि, इस फैसले में अदालत के फैसले के पेज नंबर 193 और 204 पर 4 बार ‘सिन्योरा गांधी’ का नाम आया है। जांचकर्ताओं को बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल का एक पत्र मिला है। पत्र से पता चलता है कि इस डील के पीछे ‘सिन्योरा गांधी’ यानी ‘श्रीमती गांधी’ ही मुख्य शक्ति रही हैं। इटालियन में सिन्योरा का मतलब श्रीमती होता है।

वहीं दूसरी ओर 2013 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल पर अगस्ता वेस्टलैंड से कमीशन लेने के आरोप लग चुके हैं। जबकी ईडी ने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी, उनके 2 चचेरे भाइयों, वकील गौतम खेतान, दो इतालवी बिचौलियों समेत अगस्ता वेस्टलैंड की मूल कंपनी फिनमेकेनिका के खिलाफ पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया था। ईडी ने अपने अपने आरोप-पत्र में कहा है कि, कई विदेशी कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। इसका इस्तेमाल कथित कमीशन के तौर पर किया गया। इस मामले में पूर्व एयर चीफ एसपी त्यागी को 2016 में गिरफ्तार भी किया गया था। आरोप है कि, त्यागी ने 3,600 करोड़ रुपए की इस डील को इस तरह प्रभावित किया ताकि कॉन्ट्रैक्ट इटली की अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी को ही मिले।

खबरों की मानें, तो सीबीआई को डेढ़ लाख पेज के दस्तावेज भी मिले थे। इन दस्तावेजों से पता चला है कि, इस घोटाले के तहत भारत में नेताओं, सेना और रक्षा मंत्रालय के कई अफसरों और पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी के परिवारवालों तक पैसे पहुंचाए गए थे। तभी से ‘सिन्योरा गांधी’ नाम के व्यक्ति की तलाश पर बल दिया है। अब अगस्ता वेस्टलैंड मामला खुलने से कांग्रेस पूरी तरफ से बैकफुट पर आ गई है। इसका एक कारण यह भी है कि, सीबीआई के दस्तावेज में ‘सिन्योरा गांधी’ नाम का प्रयोग किया गया है। दूसरी तरफ इस मामले में पहले ही कुछ पत्रकारों का नाम आ चुका है। जिसके कारण कई पत्रकार भी डरे हुए हैं। यही कारण है कि, वो इस मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।

बता दें कि, यूपीए सरकार में जिस समय यह कथित सौदेबाजी चल रही थी, उस समय ‘श्रीमती’ सोनिया गांधी प्रधानमंत्री तो नहीं थीं लेकिन सरकार में सर्वेसर्वा उन्हीं को माना जाता था। जिससे शक की पूरी सूई कांग्रेस की ‘श्रीमती गांधी’ यानी सोनिया गांधी पर जाना स्वाभाविक है। वहीं दूसरी ओर जांच अधिकारियों को कहना है कि, हम अंतिम जांच तक पहुंच चुके हैं। अब जांच एजेंसियां कोर्ट से क्रिश्चियन मिशेल को कस्टडी में लेकर पूछताछ की मांग करेगी। इस पूछताछ में सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम सामने आने की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो इस चुनावी समय में कांग्रेस के लिए यह एक बहुत बड़ा झटका साबित होगा।

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