हाल ही में हुए राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्टार प्रचारक के रूप में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी। इन विधानसभा चुनावों में योगी ने अपना जलवा बरकरार रखा है। योगी ने 74 सीटों पर चुनावी रैलियां की जिनमें से 51 बीजेपी के खाते में आई हैं। विशेष रूप से राजस्थान में योगी की रैलियां पार्टी के लिए बहुत फायदेमंद रहीं। यहां 26 विधानसभा क्षेत्रों में योगी ने रैली की थी जिसमें से 25 बीजेपी के खाते में आई हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस बार चुनाव प्रचार में योगी की स्ट्राइक रेट 69 प्रतिशत रही है। वो अलग बात है कि, सीएम आदित्यनाथ की इस उपलब्धि के बावजूद पार्टी अपनी सरकार नहीं बनाई पाई।
वहीं दूसरी और इन आंकड़ों को नजरअंदाज करते हुए कई राजनीतिक विश्लेषक और मुख्य धारा की मीडिया राज्यों में बीजेपी की हार के पीछे योगी आदित्यनाथ को बड़ा कारण बताने पर तुली हुई है। वहीं तथ्य कुछ और ही कह रहे हैं। चुनाव प्रचार में सीएम आदित्यनाथ की स्ट्राइक रेट मीडिया द्वारा विधानसभा चुनाव के राजकुमार के रूप में प्रोजेक्ट किये जा चुके राहुल गांधी से भी बेहतर है। बता दें कि, राहुल गांधी ने इन चुनावों में कुल 58 सीटों पर रैलियां की थीं, जिनमें से 33 सीटें ही कांग्रेस पार्टी के खाते में आ सकी हैं। इस हिसाब से उनकी स्ट्राइक रेट सिर्फ 56 प्रतिशत ही है। जहां कुछ मीडिया संस्थान और कांग्रेस योगी फैक्टर, मौदी मैजिक या मोदी लहर को नकारते हैं, वहीं ये तथ्य कुछ और ही कहानी कह रह हैं। सीएम ने अपने चुनाव प्रचार में सिर्फ हिंदुत्व और राम मंदिर का मुद्दा ही नहीं उठाया बल्कि उन्होंने विकास की भी बात की थी। जहां भी वे गए, वहीं उनकी रैलियों में भारी भीड़ दिखाई दी। अगर हम राजस्थान की बात करें तो यहां योगी बीजेपी के ट्रंप कार्ड साबित हुए। यहां नाथ संप्रदाय बहुल सीटों पर उनका सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिला।
योगी आदित्यनाथ द्वारा जिन विधानसभा सीटों पर रैलियां की गई, उनमें से ये सीटें बीजेपी के खाते में आई हैं।
राजस्थान (25)- मकराना, महानगर, नसीराबाद, गोगुंडा, सलुम्बर, झादौल, झलरा पट्टा, लडपुरा, बिवार, शाहपुरा, कपासन, बारी सदरी, सोजात, छोमू, रतनगढ़, आमेर जलासू, पुष्कर आमेर नार्थ , आमेर साउथ, जैतारण, चित्तौड़गढ़, उदयपुर मौली, रामगंज मंडी व आसीनंद
छत्तीसगढ़(8)- राजनंदगांव, मूंगेली, दंतेवाड़ा, वेल्तारा, जंजगीर चंपा, वैशाली नगर, कुरुद और भटपारा।
मध्य प्रदेश (17)- खंडवा, महू, सारंगपुर, हसूद, सुजालपुर, खटेगांव, इक्ष्वर, पंढना, आस्त, बोरडा, नटेरन, इटारसी, इंदौर, उज्जैन दक्षिण, बैरसिया और खुरई।