तीन बड़े राज्यों के विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी समस्या इन तीनों राज्यों में सीएम चुनने की थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सीएम चुनने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। राजस्थान में उन्होंने अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश में कमलनाथ और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल को सीएम नियुक्त किया। सीएम पद की दौड़ में राजस्थान में सचिन पायलट, मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया जबकि छत्तीसगढ़ में टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत भी थे। वैसे तो इन तीनों सीएम के जीवन से विवाद जुड़ा रहा है लेकिन यहां हम बात करने जा रहे हैं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की। भूपेश बघेल का विवादों से गहरा नाता रहा है। सेक्स सीडी कांड में वे जेल की हवा भी खा चुके हैं।
भूपेश बघेल का जन्म 23 अगस्त 1961 को हुआ। वह कुर्मी जाति से आते हैं। इससे पहले वह 1990-94 तक जिला युवक कांग्रेस कमेटी, दुर्ग (ग्रामीण) के अध्यक्ष रहे। वो छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी समाज के सन् 1996 से अब तक संरक्षक बने हुए हैं। मध्यप्रदेश हाऊसिंग बोर्ड के सन् 1993 से 2001 तक निदेशक रहे हैं। साथ ही वे 1999 में मध्यप्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री रहे हैं। आइए जानते है कि, कौन-कौन से विवाद भूपेश बघेल से जुड़े रहे।
विवादों से तो मानों भूपेश बघेल का गहरा नाता रहा है। अक्टूबर 2017 में एक सेक्स टेप वायरल हुआ था। इस मामले में दिल्ली से एक पत्रकार की गिरफ्तारी भी हुई थी। इस सीडी कांड में पत्रकार के साथ ही भूपेश बघेल के खिलाफ रायपुर में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। बाद में राज्य सरकार ने यह मामला सीबीआई को सौंप दिया था। सीबीआई ने मामले में कांग्रेस नेताओं से पूछताछ की थी। बाद में सेक्स सीडी मामले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। सेक्स सीडी मामले में भूपेश बघेल पर 120 बी, 469, 471 और आईटी एक्ट 67 ए धाराएं लगी थीं। इसके अलावा बघेल पर ब्लेकमेलिंग और संपत्ति में हैर-फैर के भी आरोप लगते रहे हैं। साथ ही बता दें कि, बघेल पर रायपुर न्यायालय में बलवा व शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला भी विचाराधीन है।
माना जाता है कि, इन सब विवादों के बाद जनता का मूड भांपते हुए बघेल की भूमिका से खफा आलाकमान ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.चरणदास महंत को बघेल के कद के बराबर करने के लिए चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बना दिया। इससे भूपेश का कद थोड़ा छोटा करने की कोशिश की गई। लेकिन अक्टूबर आते-आते भूपेश बघेल एक और नए विवाद में पड़ गए थे। बताया जाता है कि एक सभा के दौरान भूपेश बघेल बीजेपी पर निशाना साधने का प्रयास कर रहे थे। इसी बीच बीजेपी को घेरने के चक्कर में वह लड़कियों के लिए अभद्रता की हद पार कर गए। उनकी इस बेहूदगी से सभा में मौजूद महिलाओं और लड़कियों को काफी बुरा लगा था। इसी कारण सभा में उपस्थित महिलाएं और लड़कियां गुस्से में बीच कार्यक्रम में ही उठकर चली गईं थीं।
इस तरह कांग्रेस अब ऐसे नेता को छ्त्तीसगढ़ की कमान सौंप रही है, जिसके ऊपर कई गंभीर आरोप लगे हैं। भूपेश बघेल को सीएम बनाने के कांग्रेस के निर्णय से तो ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस पार्टी को सिर्फ दागदार नेता ही पसंद आते हैं।