अगले साल जनवरी में प्रयागराज में होने जा रहे कुंभ मेले के लिए रेलवे इस बार आधुनिक तकनीक को काम में लेते हुए चाक-चौबंद इंतजाम कर रहा है। इस कुंभ मेले में करीब 12 करोड़ लोगों के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। इतनी भारी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद को देखते हुए उत्तर मध्य, उत्तर और पुर्वोत्तर रेलवे ने कुंभ की व्यवस्थाओं के लिए 41 परियोजनाएं तैयार की है। रेलवे के अनुसार इन परियोजनाओं पर 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आने वाली है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि, इनमें से 29 परियोजनाओं का कार्य पूरा किया जा चुका है और बाकी पर काम चल रहा है। कुंभ मेले के लिए रेलवे की इन परियोजनाओं पर आइए एक नजर डालते हैं।
बढ़ा दी ट्रेनें
- प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर दस हजार तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले चार बड़े कंपाउंड बनाए गए हैं। इनमें वेंडिंग स्टॉल, वॉटर बूथ, टिकट काउंटर, एलसीडी टीवी, पीए सिस्टम और सीसीटीवी के साथ ही महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय ब्लॉक भी हैं। ऐसे ही कंपाउंड्स दूसरे स्टेशनों पर भी बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही इस स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए फुट ओवर ब्रिज को चौड़ा किया है और नए विकल्प भी तैयार किये गए हैं। रेल मंत्रालय ने कुंभ को देखते हुए कई छोटे स्टेशनों को भी विस्तार दे विकसित किया है।
- देश के विभिन्न स्थानों से कुंभ मेले के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए प्रयागराज जिले के विभिन्न स्टेशनों से करीब 800 विशेष ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव है। ये ट्रेनें एनसीआर की ओर से चलाई जाने वाली नियमित ट्रेनों के अलावा होंगी।
- रेलवे की चार से पांच विशेष ट्रेने प्रवासी भारतीयों के लिए भी चलाने की योजना है। इन ट्रेनों से करीब 5000 प्रवासी भारतीय वाराणसी में होने वाले ‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन’ में हिस्सा लेकर कुंभ मेला देखने प्रयागराज जाएंगे।
- रेलवे कुंभ मेले में आने वाले तीर्थयात्रियों व पर्यटकों के लिए देश के अलग-अलग रेल जोनों से 6 विशेष ट्रेने भी चलाएगी।
टिकट पाना होगा आसान
- रेल मंत्रालय ने यह फैसला किया है कि प्रयागराज क्षेत्र में पड़ने वाले 11 स्टेशनों से अनारक्षित रेलवे टिकटों की 15 दिन पहले से बुकिंग की इजाजत दी जाएगी। इन स्टेशनों में वे प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज शहर, नैनी, सुबेदारगंज, प्रयाग, प्रयाग घाट, दरगंज, फाफमौ, झुंसी, विंध्याचल, इलाहाबाद छिवकी शामिल हैं।
- सभी यात्रियों के पास टिकट सुविधाओं की आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रयागराज के स्टेशनों पर 100 अतिरिक्त अनारक्षित टिकट काउंटर खोले जा रहे हैं।
रेल कुंभ सेवा मोबाइल ऐप
- प्रयागराज में उत्तर मध्य रेलवे ने ‘रेल कुंभ सेवा मोबाइल ऐप’ का भी शुभारंभ किया है जिससे तीर्थयात्रियों को बहुत मदद मिलेगी। यह ऐप से भक्तों, पर्यटकों और अन्य यात्रियों को न केवल उनके वर्तमान स्थान का पता चलेगा बल्कि यह प्रयागराज शहर के सभी रेलवे स्टेशनों, मेला जोन, महत्वपूर्ण होटल, बस स्टैंड आदि पर भी ले जाने मे सहायक होगा। यह स्टेशनों पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं यानी पार्किंग स्थल, रिफ्रेशमेंट रूम, प्रतीक्षा कक्ष, बुक स्टॉल, खाद्य प्लाजा, एटीएम, ट्रेन पूछताछ इत्यादि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान करेगा ।
- साथ ही इस ऐप में नैविगेशन, मेला विशेष ट्रेनें, आरपीएफ फॉर यू, आपातकालीन संपर्क, ऑन कॉल सेवाएं, रेलवे टिकट बुकिंग, हेल्पलाइन नंबर, शिकायत / प्रतिक्रिया, चित्र प्रदर्शनी और मानचित्र जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं।
एआई तकनीक का इस्तेमाल
- इस बार मेले में यात्रियों की भारी भीड़ से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही मेले में हर स्थिति पर नजर रखने के लिए बड़ी संख्या में शक्तिशाली सीसीटीवी कैमरे होंगे और कई एलईडी स्क्रीन होंगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम
- रेलवे के अनुसार पिछले कुंभ मेला की तुलना में इस बार आरपीएफ, वाणिज्यिक और जीआरपी के अतिरिक्त कर्मियों को तीर्थयात्रियों की भीड़ का प्रबंधन करने के लिए बहुत अधिक संख्या में लगाया जा रहा है।
इस तरह रेलवे 700 करोड़ से अधिक की कुल 41 परियोजनाओं पर काम कर रहा है जिससे तीर्थयात्रियों को कुंभ मेले में कोई भी परेशानी नहीं उठानी पड़े।