मध्य प्रदेश में बीजेपी की होगी जीत, राजस्थान में बदलेगी परंपरा

राजस्थान मध्य प्रदेश बीजेपी

PC: Zee News

आज पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। हालांकि यहां कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस में आगे पीछे का खेल दिखाई दे रहा है। यहां कांग्रेस ने सत्ता विरोधी लहर पैदा कर मामा की सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश में है। हालांकि, शिवराज सिंह चौहान ने पूरे खेल को ही पलट दिया है। वहीं राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर की आंच भी फीकी नजर आ रही है। यहां बीजेपी और कंग्रेस के नंबर के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है जिससे राजस्थान की उस परंपरा पर सवाल उठने लगे हैं जिसमें एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस की सरकार बनती आई है। राजस्थान में बीजेपी को 80 सीटें, कांग्रेस को 94 और अन्य को 23 सीटें मिलते नजर आ रही है। यहां त्रिशुंक विधानसभा के आसार नजर आ रहे हैं जिससे बीजेपी को फायदा हो सकता है।

बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर 28 नवंबर को विधानसभा के लिए चुनाव हुए थ। आज मध्य प्रदेश के 51 जिलों में मतगणना हो रहे हैं। जिस तरह से रुझान सामने आ रहे हैं उसे देखकर लगता है भारतीय जनता पार्टी अभी भी यहां जीत सकती है। 15 सालों से प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टीको यहां कांग्रेस कड़ी टक्कर दे रही है लेकिन शाम तक ये आंकड़े साफ़ हो जायेंगे किसकी सरकार बनेगी। बुधनी सीट से 20 हजार वोटों के साथ शिवराज सिंह चौहान आगे चल रहे हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में एक संयोग रहा है कि, जिस भी पार्टी का प्रत्याशी यहां कि बुधनी सीट से जीतता है। मालवा और मंदसौर में भी बीजेपी आगे चल रही है।

 राजस्थान और मध्य प्रदेश के आंकड़ों को देखें तो ये साफ़ है कि कांग्रेस दोनों ही जगहों पर कथित सत्‍ता विरोधी लहर को भी भुनाने में नाकाम रही है। कहा जाता है कि मालवा और निमाड़ से जो प्रत्याशी जीतता है जीत उसी पार्टी की होती है। इन दोनों सीटों की बात करें तो मालवा से बीजेपी प्रत्याशी मुरलीधर पाटीदार 1894 वोटों से आगे चल रहे हैं। यही नहीं वोट शेयर भी भारतीय जनता पार्टी का मध्य प्रदेश में कांग्रेस से ज्यादा है। बीजेपी का वोट शेयर 41.9% और कांग्रेस का वोट शेयर 41.3% है।

बता दें कि साल 2013 में मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 165 सीटों पर कब्जा किया था और तब बीजेपी का वोट शेयर 44.88% था जबकि कांग्रेस के हिस्से में सिर्फ 36.38% वोट शेयर के साथ 58 सीटें आई थीं। इस बार भी आंकड़े बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस और बीजेपी के कभी आगे तो कभी पीछे होने से दोनों ही पार्टियों की दिल की धड़कने बढ़ा रही हैं। वही राजस्थान की बात करें तो यहां भी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के वोट शेयर में कुछ ख़ास अंतर नजर नहीं आ रहा है। यहां दोनों ही पार्टियों का वोट शेयर 38.4 है। शाम तक नतीजे साफ़ हो जायेंगे किसकी होगी जीत और किसकी हार लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी की एक बार फिर से सरकार बनने के आसार नजर आ रहे हैं जबकि राजस्थान में निर्दलियों के साथ गठबंधन कर बीजेपी सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगी। अब बस शाम तक स्पष्ट नतीजों का इंतजार है जो इन दोनों ही स्थितियां साफ़ कर देगा।

Exit mobile version