कल अखबारों में छपी एक न्यूज सबको चौंका रही थी। खबर थी कि, फेक न्यूज फैलाने के मामले में भारत अग्रिम पंक्ति में है। आज फिर इस बात की पुष्टि हो गई है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए खाना बनाने वाले वाराणसी के राजीव बटवाल ने मीडिया में अपने बयान को लेकर चल रही अफवाहों का खंडन किया है। मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी के कुक राजीव बटवाल का एक बयान चलाया जा रहा था, जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा है कि, वे पीएम मोदी के पकौड़े वाले बयान से सहमत नहीं हैं। अब राजीव बटवाल ने लेफ्ट लिबरल मीडिया की इस फेक न्यूज का करारा जवाब देते हुए कहा है कि, ऐसा कुछ भी नहीं है। राजीव ने मीडिया में चल रही खबरों को नकारते हुए कहा कि, मैं इन खबरों के बारे में नहीं जानता हूं। जो कुछ भी मेरे नाम से छापा गया है, वह पूरी तरह से गलत है। राजीव ने साफ कह दिया कि, मीडिया ने जो भी पब्लिश किया वह सरासर गलत था।
राजीव ने बताया कि, मीडिया वालों ने उनसे पूछा था कि, वे यहां कितने समय से काम कर रहा है। तब राजीव ने बताया था कि वह बीते दस सालों से यहां खाना बना रहा हैं। राजीव ने कहा कि, वे पीएम मोदी के पकौड़े वाले बयान पर होने वाली राजनीति के बारे में कुछ नहीं जानता हैं। उन्होंने बताया कि, उनके नाम से जो कुछ भी छापा गया है, वह गलत और निराधार है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर आते हैं, तो वे डीजल लोकोमोटिव वर्कशॉप (DLW) के गेस्टहाउस में ठहरते हैं। बता दें कि, साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से लेकर अभी तक उनके हर दौरे पर गेस्टहाउस में राजीव बटवाल ने ही पीएम मोदी के लिए खाना बनाया है। इस बीच प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी के पकौड़ा वाले बयान पर लेफ्ट मीडिया ने एजेंडा के तहत ऐसी अफवाह फैलाई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कुक खुद ही उनके बयान से संतुष्ट नहीं है। इस अफवाह को आधार बनाकर खूब राजनैतिक रोटियां सेंकने की कोशिश हुई थी। अब खुद राजीव बटवाल ने ही लेफ्ट मीडिया को करारा जवाब दे दिया है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब लेफ्ट मीडिया ने अफवाहों के सहारे ऐसे घटिया हरकत की हो। इससे पहले भी लेफ्ट मीडिया ने पार्टी में फूट और मतभेत पैदा करने के लिए उमा भारती और नितिन गडकरी को लेकर भी फेक न्यूज फैलानी शुरू कर दी थी। उस समय भी खुद उमा भारती और नितिन गडकरी ने ही वामी मीडिया का झूठ उजागर किया था। इसके बाद अब लुटियन मीडिया ने अपना नया शिकार प्रधानमंत्री मोदी के कुक को बनाया। इत्तेफाक से उसके इस खेल का भंडाफोड़ भी जल्द ही हो गया। अब देखना यह है कि, 2019 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए वाम मीडिया कौनासा नया पैंतरा अपनाता है।