राजस्थान में कांग्रेस ने भारी जीत दर्ज की और इस जीत से उल्लासित कांग्रेस ने सरकार बनाने का काम तेज कर दिया है। हालांकि, राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसपर अभी भी रस्साकशी जारी है लेकिन इस बीच कांग्रेस का दोहरा रुख एक बार फिर से सामने आ गया है। पल पल रंग बदलने वाली कांग्रेस पार्टी ने साफ़ कर दिया है कि जिन क्षेत्रों से उन्हें जीत मिली है सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों का विकास करेगी। वास्तव में हमेशा से मतलब की राजनीति करने वाली कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा यही है। कांग्रेस के एक विधायक ने साफ़ कहा है कि ‘जहां से जीते हैं, वहां विकास करेंगे।’
दरअसल, ये बोल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के बेंगू सीट से विजयी हुए कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह के हैं। उन्होंने बेंगु सीट और पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ को 166 मतों से हराया है। शुरू के रुझानों में उनका हारना तय माना जा रहा था लेकिन आखिरी राउंड में उन्होंने बाजी मार ली। इस जीत पर उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए मीडिया ने बातचीत की तो उनके बोल अहंकार से परिपूर्ण थे जैसे उन्हें इस जीत ने आसमान में बैठा दिया हो। उनके बोल कुछ ऐसे थे, चुनाव जीत गये हैं जनता के लिए काम करेंगे।” उन्होंने आगे कहा, जहां से जीते हैं, वहां विकास करेंगे। जहां से हारे हैं वहां विकास छोड़ देंगे।” कांग्रेस विधायक के बोल शर्मनाक है। हालांकि, कांग्रेस के लिए ये कोई नयी बात नहीं है वास्तव में ये इस पुरानी पार्टी की परंपरा रही है बस वही इस विधायक के जुबान से निकली है। तुष्टिकरण की राजनीति, मतलब की राजनीति, परिवारवाद की राजनीति करना कांग्रेस पार्टी की बहुत पुरानी आदत है।
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी कुछ ऐसा ही कहा था। उन्होंने तो मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को सीधे धमकी दे डाली थी। उन्होंने कहा था, “कमलनाथ की चक्की चलती है देर से, पर बहुत बारीक पीसती है।” उन्होंने आगे कहा था, “याद रखना, 11 के बाद 12 (12 दिसंबर) भी आता है।” उन्होंने कर्मचारियों को धमकी देने से पहले संघ को देख लेने की की बात कही थी। इससे जुड़ा उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। यही नहीं, छतीसगढ़ से भी जुड़ा एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के कार्यकर्ता को धमकी दे रहे थे कि, “परिणाम आ जाने दो इलाके में कैसे रहते हो देख लूंगा।“
वास्तव में कांग्रेस सालों से यही करती आई है। देश की जनता को गुमराह करना और जीतना फिर भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और मतलब की राजनीति करना। भारत एक लोकतांत्रिक देश है और इस तरह की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरा है। लोकतंत्र में इस तरह की धमकियों का कोई स्थान नहीं है। संविधान से भारत के हर एक नागरिक को अपने विचार रखने की स्वतंत्रता मिली है। फिर भी कांग्रेस बस अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने और फायदे की राजनीति के लिए किसी भी स्तर तक चली जाती है।