राजस्थान सरकार के मंत्री भंवरलाल मेघवाल ने कहा-भामाशाह योजना को करेंगे बंद

भामाशाह राजस्थान कांग्रेस

PC : Dhora ri awaz

कांग्रेस को सत्ता संभाले अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं और अभी से उसकी ओछी मानसिकता और बदले की भावना झलकने लगी है। राजस्थान में कांग्रेस की नवगठित सरकार में मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने भामाशाह योजना को बंद करने की घोषणा करने की बात कही है। यही नहीं, मेघवाल ने तो यहां तक कहा कि इस योजना को अब आज से ही बंद समझो। इसे लेकर कांग्रेस की काफी आलोचना हो रही है।

बता दें कि राजस्थान सरकार ने 15 अगस्त 2014 को भामाशाह योजना शुरू किया था। उस योजना का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से जरुरतमंदों के खाते तक पहुंचाने के लिए किया गया था। इस योजना में परिवार की महिला मुखिया के नाम पर बैंक में खाते खोले हैं। परिवार को मिलने वाले सभी सरकारी नकद लाभ सरकार सीधा इसी खाते में दे रही है। बता दें कि राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य है जहां ये हुआ है। भामाशाह योजना की वजह से आज राजस्थान में भामाशाह कार्ड से लाखों लोगों को खाद्य सुरक्षा, चिकित्सा सहित ढेरों लाभ मिल रहे हैं।

यही नहीं, कांग्रेस मंत्री ने राज्य में लागू अटल सेवा केन्द्र पर भी विवादित बयान दिया। उन्होंने अटल सेवा केन्द्र में राजीव गांधी का नाम जोड़ने की बात तक कही है। उन्होंने कहा, “मेरा तो मानना है कि अटल सेवा केन्द्र के नाम में भी राजीव गांधी का नाम जोड़ा जाएगा।” साथ ही उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे की फोटो लगी भामाशाह योजना आज से ही बंद समझो।

उनके इस बयान के बाद राज्य में इस योजना के लाभार्थी कांग्रेस की काफी आलोचना कर रहे हैं। कांग्रेस मंत्री के इस बयान की बीजेपी ने भी निंदा की है। बीजेपी ने मौजूदा गहलोत सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने इसे महिला सम्मान विरोधी भी करार दिया है। भाजपा विधायक और विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कहा है कि जिस तरह का बयान भंवरलाल मेघवाल ने दिया है वो उनकी ओछी राजनीति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अटल सेवा केंद्र का नाम परिवर्तन करने का मामला हो या भामाशाह कार्ड बंद करने का बयान ये दोनों ही भंवर लाल मेघवाल सोच को प्रदर्शित करते हैं।

विधानसभा अध्यक्ष के अनुसार, भामाशाह कार्ड प्रदेश की जनता के लिए बेहद लाभदायक साबित हुआ है। ऐसे में इसे बंद करना गलत होगा। वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता और पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने इस मामले में गहलोत सरकार पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया है। सुमन शर्मा के अनुसार सरकार बदले की राजनीति करती आई है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को महिलाओं का सम्मान पसंद ही नहीं है। यही कारण है कि वो भामाशाह कार्ड आज नहीं तो कल जरूर बंद करेंगे।

अब देखना ये होगा कि इतनी जनप्रिय योजना को बंद करके कांग्रेस क्या जवाब देगी। बता दें कि ये वही कांग्रेस है, जो चुनाव से पहले खुद को गरीबों की पार्टी सिद्ध करती फिर रही थी लेकिन अब वो विरोध, नफरत और बदले की राजनीति में जनप्रिय योजनाओं को बंद करने जा रही है। ऐसे में एक बात तो तय है कि उसे जनता के विरोध को सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही उसका उद्देश्य भी साफ़ हो गया जो सिर्फ सत्ता हथियाना था जनता के लिए वो कभी सोचती नहीं बस अपने लाभ की राजनीति करती है।

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