राजस्थान में कांग्रेस ने सरकार तो बना ली है लेकिन उसकी मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर घमासान हुआ और अब पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी को मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिलने से जोशी समर्थकों ने कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। बुधवार को जोशी समर्थकों ने करीब एक घंटे तक बैठक की। इस बैठक के बाद कांग्रेस नेतृत्व को एक ज्ञापन सौंपा गया है। इस ज्ञापन में कहा गया है कि, अगर सीपी जोशी को राज्य मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया गया, तो आने वाले लोकसभा चुनावों में मेवाड़ में कांग्रेस पार्टी को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसके साथ ही जोशी समर्थकों सहित कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने राहुल गांधी को पोस्टकार्ड लिखकर अपनी नाराजगी जताई है। इस बीच सोशल मीडिया में वायरल एक मैसेज ने सबके होश उड़ा दिये हैं। इस मैसेज में लिखा है कि, कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी अपने एक लाख कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं। साथ ही लिखा है कि, वे कांग्रेस के तीस विधायकों के साथ बीजेपी को समर्थन देकर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार भी गिरा सकते हैं।
बता दें कि, डॉक्टर सीपी जोशी राजस्थान में कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं। वे 2008 के विधानसभा चुनावों में राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष थे और उस समय मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे थे लेकिन वे सिर्फ एक वोट से चुनाव हार गए थे। इसके बाद वे भीलवाड़ा से सांसद बने और केंद्र सरकार में मंत्री बने थे। 2009 में मनमोहन सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया था। उन्होंने पंचायती राज, सड़क परिवहन और रेल मंत्रालय की भी कमान संभाली थी। अब नाथद्वारा से चुनाव जीते जोशी को मंत्रीमंडल में जगह नहीं देने से उनके समर्थकों में काफी रोश है। कांग्रेस नेताओं ने सीपी जोशी को अच्छा पद नहीं दिए जाने की सूरत में पार्टी से त्यागपत्र देने का भी ऐलान कर दिया है। गौरतलब है कि, मंत्रीमंडल की घोषणा में मेवाड़ के दो कद्दावर नेताओं सीपी जोशी और महेन्द्रजीत सिंह मालवीय को शामिल नहीं किया गया है।
नाथद्वारा के विधायक डॉ सीपी जोशी अशोक गहलोत से नाराजगी से चलते शपथ ग्रहण समारोह में भी नहीं पहुचे थे। इसके बाद से ही लग रहा था का कि, जोशी की यह नाराजगी कोई बड़ा रूप ले सकती है। अब सीपी जोशी के समर्थकों ने बैठक कर जोशी की अनदेखी पर आक्रोश तो जताया ही है, भविष्य में कड़ा फैसला लेने की चेतावनी भी दे दी है। वहीं पीसीसी सदस्य गुणसागर कर्णावत ने भी कहा है कि, जिस तरह से मेवाड़ के कद्दावर नेता सीपी जोशी को किनारे किया जा रहा है, उससे मेवाड़ के कांग्रेस कार्यकर्ता व पदाधिकारी पार्टी से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि, सीपी जोशी को मंत्रिमंडल में और सरकार में महत्वपूर्ण जगह न देने से मेवाड़ की उपेक्षा हुई है। कर्णावत ने कहा कि, कुछ ही समय बाद लोकसभा चुनाव आने वाल हैं और ऐसे में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। उधर हरि सिंह राठौड़ ने भी सीपी जोशी को मंत्री पद नहीं मिलने के कारण आक्रोश जताया है। मेवाड़ के कांग्रेस पदाधिकारियों ने कह दिया है कि, सीपी जोशी को कोई शीर्ष पद नहीं दिया गया तो आने वाले समय में मेवाड़ में कांग्रेस टुकड़ों में विभाजित नजर आएगी। कांग्रेस नेताओं ने सीपी जोशी को अच्छा पद नहीं दिए जाने की सूरत में पार्टी से त्यागपत्र देने का भी ऐलान किया है
नाथद्वारा से विधायक डॉक्टर सीपी जोशी को उचित सम्मान और मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज मेवाड़ के कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को पोस्टकार्ड लिखकर जोशी को उचित सम्मान देने की मांग की है। इस पोस्टकार्ड अभियान में जिला कांग्रेस कमेटी, समस्त ब्लॉक और नगर कांग्रेस कमेटी, इंटक, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवादल और एनएसयूआई के समस्त पदाधिकारियों शामिल हैं। पोस्टकार्ड अभियना में जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर, पीसीसी सदस्य हरिसिंह राठौड़, पीसीसी सदस्य गुणसागर कर्णावत, पूर्व विधायक गणेश सिंह परमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप पालीवाल, जिला सचिव भगवत सिंह, कुलदीप शर्मा, महामंत्री देवेंद्र वैष्णव, ब्लॉक अध्यक्ष सुंदर लाल कुमावत, प्रकाश चौधरी, शांतिलाल कोठारी, प्रताप सिंह, सुरेश पारीक, नगर अध्यक्ष बहादुर सिंह चारण, पूर्व सभापति आशा पालीवाल, नेता प्रतिपक्ष अशोक टांक, महिला जिलाध्यक्ष प्रेम देवी, सेवादल जिलाध्यक्ष पुष्कर श्रीमाली, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश भार्गव, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अजय सिंह, पार्षद ब्रजेश पालीवाल, राजकुमारी पालीवाल, दिलीप जोशी सहित कार्यकर्ता और पदाधिकारियों शामिल रहे हैं।
उधर मंगलवार से एक मैसेज सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है। इस मैसेज में लिखा है कि, डॉक्टर सीपी जोशी अपने एक लाख कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं और वे कांग्रेस के 30 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देकर सरकार गिरा सकते हैं। यह मैसेज लोगों के बीच तेजी से वायरल हो रहा है। मीडिया खबरों के अनुसार, जब इस मैसेज के बारे में जब कांग्रेस पदाधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने इसे सिर्फ एक अफवाह बताया। हो सकता है कि, यह मैसेज सिर्फ एक अफवाह हो लेकिन मेवाड़ के कद्दावर नेता सीपी जोशी को जिस तरह से गहलोत सरकार ने किनारे किया है, उससे पार्टी पदाधिकारियों और मेवाड़ के लोगों में बहुत रोश है। ऐसे में पार्टी पदाधिकारियों द्वारा लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को नतीजा भुगतने की धमकी देना बहुत बड़ा कदम है। पार्टी की इस अंदरूनी कलह के ऐसे में और प्रबल होने के आसार दिख रहे हैं।