स्वामीनारायण संस्थान ने अमेरिका के वर्जीनिया राज्य के पोर्ट्समाउथ शहर में 30 साल पुराने चर्च को खरीद लिया है और अब इस चर्च को हिंदू मंदिर में परिवर्तित किया जा रहा है। चर्च जब मंदिर में परिवर्तित हो जायेगा तब यहां प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जायेगा। ये अमेरिका का छठा और दुनिया का नौवां चर्च है जिसे अहमदाबाद की स्वामीनारायण संस्थान द्वारा मंदिर में परिवर्तित किया जा रहा है।
वर्जिनिया के अलावा लुइसेविले, पेन्सिलवेनिया, लॉस एंजेलिस और ओहिओ में चर्च को मंदिर का रूप दिया जा चुका है। यही नहीं यूके के लंदन और बॉल्टन स्थित चर्च को भी मंदिर में बदला जा चुका है। इस संस्थान ने कनाडा के टोरंटो में भी 125 साल पुरानी संपत्ति खरीदी है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, संस्थान के महंत भागवतप्रियदास स्वामी के अनुसार संस्था के प्रमुख पुरुषोत्तमप्रियदास स्वामी के नेतृत्व में 30 साल पुराने चर्च को स्वामीनारायण मंदिर के रूप में पुनर्निर्मित किया गया है। उन्होंने कहा,” इस चर्च को मंदिर में परिवर्तित करने में ज्यादा फेरबदल नहीं किए गए हैं क्योंकि वो पहले से ही एक मशहूर धार्मिक स्थल था। ये वर्जिनिया में हरि भक्तों के लिए पहला मंदिर होगा।“ स्वामीनारायण मंदिर के सूत्रों के अनुसार, वर्जिनिया में करीब 10 हजार से अधिक गुजराती रहते हैं और ये मूलरूप से उत्तर गुजरात, मध्य गुजरात और कच्छ के रहने वाले हैं। वर्जिनिया के चर्च को मंदिर में बदला जायेगा जो करीब 5 एकड़ में फैला है और 18000 स्क्वेयर फीट इलाके में बना हुआ है। यही नहीं यहां लगभग 150 वाहनों की पार्किंग की जा सकती है। चर्च की जगह को करीब 1.6 मिलियन डॉलर में खरीदा गया है। बता दें कि अमेरिका में ही क्षेत्र के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर भी है या यूं कहें कि भारत के बाहर ये पहला सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है। ये मंदिर अमेरिका के न्यूजर्सी में स्थित है। यही नहीं मंदिर में जो पत्थर लगे हैं वो भारत से ही भेजे गये थे।
ये महत्वपूर्ण खबर अमेरिका में हिंदू धर्म और भारतीय समुदाय के उदय की कहानी बयां कर रहा है। साल 2015 की एक रिपोर्ट के अनुसार आबादी के लिहाज से हिंदू धर्म मानने वाले लोग अमेरिका में चौथे पायदान पर पहुंच गए हैं। इस रिपोर्ट की मानें तो अमेरिका में हिंदू आबादी बढ़कर 22.3 लाख हो गई है। साल 2007 लेकर साल 2015 तक इसमें 85.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। अध्ययन के अनुसार अमेरिकी हिंदुओं की जनसंख्या 2007 में कुल जनसंख्या का 0.4% थी, जो 2014 में बढ़कर 0.7% हो गई थी। मतलब की हिंदुओं की जनसंख्या में वास्तविक इजाफा दस लाख हुआ था। यहां हिंदू आबादी सबसे शिक्षित समुदायों में से एक है, जिनकी प्रति परिवार आय सभी धर्मों के समूहों में सबसे ज्यादा है। देश में 36% हिंदू परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जबकि देश की कुल आबादी में इतनी आय अर्जित करने वाले सिर्फ 19 फीसदी ही हैं। ऐसे में इन तथ्यों से ये साफ़ हो जाता है कि हिंदू समुदाय अमेरिका के भविष्य में एक प्रभावशाली और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।