उत्तर प्रदेश में गो तस्करी को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन कोई न कोई मामला ऐसा सामने आ ही जाता है जिससे सीएम योगी पर ही विपक्षी पार्टियां सवाल खड़े करना शुरू कर देती हैं। हाल ही में बुलंदशहर में जो घटना हुई थी वो भी गोकशी से जुड़ा था जिसे सीएम योगी ने राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताया था। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातर उन्हें घेरने का प्रयास कर रहा है। इस बीच गो तस्करी के आरोप लगा रहे विपक्ष को उन्होंने कड़ा जवाब दे दिया है। रविवार को बरेली के नवादा दरोवस्त गांव में जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज के हालातों के लिए सपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि गो तस्करों को सपा संरक्षण दे रही है। भविष्य में खुली गायों से किसानों को कोई समस्या न हो और गोतस्करी रुक सके इसके लिए अब सीएम योगी आदित्यनाथ गो संरक्षण केंद्र का ज्यादा से ज्यादा निर्माण कर खुली घूम रही गायों को संरक्षण प्रदान करने में जुट गये हैं। इसके साथ ही जो लोग जानबूझ कर गो के नाम बवाल खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं उसे लेकर भी काफी गंभीर हैं।
काकोरी कांड के शहीद ठाकुर रोशन सिंह के पैतृक गांव नवादा दरोवस्त में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “सपा से जुड़े लोग दूध निकालकर खेतों में पशुओं को छुट्टा छोड़ देते हैं। इससे फसलों को नुकसान होता है। और तो और गौ तस्करों को भी सपा संरक्षण मिलता है। ये सपाइयों का षड्यंत्र है लेकिन वो चाहे जो भी कर लें इससे कुछ नहीं होने वाला है। हम गायों को न सिर्फ संरक्षण देंगे, बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करेंगे। योगी ने इस दिशा में पहले ही जरुरी कदम उठाते हुए निराश्रित गायों की उचित देखरेख के तत्काल उपाय करने के अधिकारियों को निर्देश दिये थे। इसके अलावा निराश्रित गायों के लिए गौशालाएं बनवाने हेतु 16 नगर निगमों में से हर एक को दस करोड़ रुपये का आवंटन करने की भी बात कही थी। उनके इस बयान पर सपा विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) सुनील साजन विरोध किया और कहा था कि गाय रक्षा के नाम पर गलत माहौल पैदा किया जा रहा है लेकिन अगर इस मामले में सपा के योगदान पर गौर करें तो साफ हो जायेगा कि ये योगी नहीं बल्कि गो रक्षा मुद्दे को हथियार बनाकर समाजवादी पार्टी ही इस तरह का माहौल पैदा कर रही है।
ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे बल्कि ऐसे कई मामले सामने आये हैं जो सीएम योगी द्वारा सपा पर लगाये गये आरोप सही लगते हैं। इसी साल अगस्त माह में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद राकेश सचान का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था जिसमें उनसे किसानों ने क्षेत्र के अन्ना जानवर यानि आवारा गौवंश (गाय, बछड़े, बैल) फसलों को बर्बाद किये जाने की बात कही थी। तब इस सांसद ने उनकी समस्या को गंभीरता से लेने की बजाय विवादित बयान दे डाला था। इस वीडियो में उन्होंने कहा था, “कौनो अन्ना घूम रहा हो तुम्हें काटे-पीटे का हो तो काट पीट लो, कल बकरीद है।“ पूर्व सांसद की बातों का मतलब था कि आवारा पशुओं को आप काट सकते हैं। कल बकरीद है कोई दिक्कत की बता नहीं है।
इससे पहले मेरठ रोड पर स्थित सपा नेता इरफान कुरैशी की हड्डी फैक्ट्री पर हुई छापेमारी में फैक्ट्री में और कैंटर में गोवंश के अवशेष मिले थे।
यही नहीं हाल ही में बुलंदशहर में हुए गोकशी बवाल पर स्थानीय सांसद डा भोला सिंह और विधायक देवेन्द्र लोधी तथा संगठन के पदाधिकारियों ने गोकशी की घटना के लिए सपा नेताओं की भागीदारी की बात कही थी। इन घटनाओं से ये सबित होता है कि सपा अपने राजनीतिक हित के लिए गोकशी से जुड़े मुद्दों को तूल दे रही और विवाद को जन्म देने की पूरी कोशिश कर रही है जिससे वो मौजूदा सरकार को घेर सकने में कामयाब हो सके।