क्रिश्चियन मिशेल के बाद अब होगी विजय माल्या की भारत वापसी, मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी।

विजय माल्या अरुण जेटली मोदी सरकार

PC: Rajasthan Patrika

भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार को एक और बड़ी कामयाबी मिल रही है। अगस्ता वेस्टलैंड के कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद अब विजय माल्या का नंबर लग गया है। विजय माल्या भारतीय बैंकों के कुल 9 हजार करोड़ रुपये लेकर फरार है। माल्या को भारत लाने के लिए भारत सरकार ने ब्रिटेन की अदालत में प्रत्यर्पण की मांग की थी जिसमें अब सफलता मिल गई है। इस तरह यह  भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार की एक और बड़ी कामयाबी है। माल्या की वापसी से अरुण जेटली पर लगे आरोप भी झूठे साबित होंगे।

दरअसल, लंदन के कोर्ट ने माल्या के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी भी दे दी है। भारत इसे बड़ी जीत के रूप में देख रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि, अगर मोदी सरकार विजय माल्या को भारत लाने में कामयाब जाती है, तो यह मोदी सरकार के लिए बड़ी जीत मानी जाएगी। इससे जनता के बीच यह मैसेज जाएगा कि सरकार अब देश के साथ धोखाधड़ी करने वाले किसी आरोपी को नहीं छोड़ेगी। साथ ही वित्त मंत्री अरुण जेटली के लिए माल्या की वापसी बड़ी राहत की खबर होगी।

बता दें कि, माल्या ने भारत छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात की बात कही थी। उसके बाद से जेटली विपक्ष के निशाने पर है। कांग्रेस माल्या के उसी बयान को लेकर मोदी सरकार पर आक्रामक है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो विजय माल्या को भारत से भगाने में अरुण जेटली पर कथित मदद का आरोप तक लगा दिया था। लेकिन माल्या के प्रत्यर्पण होते ही कांग्रेस के सारे आरोप धरे के धरे रह जाएंगे। यही कारण है कि, जैसे ही सोमवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट से विजय माल्या की प्रत्यर्पण को मंजूरी मिली, अरुण जेटली ने तुरंत ट्वीट कर खुशी व्यक्ति की। उन्होंने लिखा, “आज भारत के लिए बड़ा दिन है। भारत से धोखाधड़ी करने वाला कोई भी सजा से नहीं बचेगा। एक अपराधी को यूपीए सरकार के दौरान फायदा पहुंचाया गया था। हालांकि एनडीए सरकार उसको वापस ला रही है।”

अरुण जेटली के इस ट्वीट से साफ पता चलता है कि, माल्या की वापसी से उनके ऊपर जो दाग लगे थे, उसके धुलने से वो कितने खुश हैं। माल्या की वापसी से सरकार व जेटली पर लगे दाग तो धुलेंगे ही, साथ ही विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए मोदी सरकार को बड़ा हथियार भी हाथ लग जाएगा। हालांकि, सरकार की कोशिश रहेगी कि, किसी भी तरह से 2019 लोकसभा चुनाव से पहले माल्या को भारत लाने में कामयाबी मिल जाए। माल्या की वापसी से सरकार की छवि, जो जनता में थोड़ी धूमिल हुई है और चमक उठेगी। चुनावी रणनीतिकारों की मानें तो लोकसभा चुनाव में ‘माल्या की वापसी’  ‘सरकार की वापसी’ की राह को आसान कर जाएगी। माल्या के भारत प्रत्यर्पण के लिए सफलता मिल जाने पर लोगों का विश्वास मोदी सरकार पर बढ़ेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस के निराधार आरोपों की पोल भी खुल जाएगी।

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