उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तरप्रदेश के चहूमुखी विकास में लगे हुए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य हो या सुरक्षा व्यवस्था या फिर धार्मिक स्थलों और पर्यटन की बात हो, योगी सरकार हर स्तर पर चाक-चौबंद व्यवस्था कर रही है। विकास के इसी क्रम में योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के एयरपोर्ट को विस्तारीकरण करने का फैसला किया है।
योगी के इस कदम से एक बात तो साफ है कि, वे उत्तर प्रदेश को विकास के मामले में पीछे नहीं रखना चाहते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस एयरपोर्ट के विस्तार हो जाने से यहां पर पर्यटकों को बढ़ावा मिलेगा। इससे दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों को पहुंचने में आसानी होगी। इससे देश के विदेशी मुद्राकोष में बढ़ोत्तरी होने के साथ अयोध्या के नागरिकों को रोजगार भी मिलेंगे।
बता दें कि, इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने वेस्ट यूपी के गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र को नए तीर्थ के रूप में विकसित करने का ऐलान किया था। वहीं दूसरी ओर योगी सरकार ने गन्ना किसानों के बकाए का भुगतान करने से लेकर नई चीनी मिलें चालू करने जैसी दिशा में भी कई बड़े कदम उठा चुकी है।
सूत्रों की मानें तो अयोध्या में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए लगभग 6.5 अरब रुपये की मांग शुरुआती आकलन के आधार पर की गई है। विस्तारीकरण के लिए लगभग 1,250 किसानों में से 450 किसानों की सहमति उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित टीम ने ले ली है। अधिकारियों ने बताया कि, अन्य किसानों से भी सहमति लेने के प्रयास जारी है। नगर मजिस्ट्रेट/हवाईपट्टी प्रभारी डॉ. वैभव शर्मा ने बताया कि, सर्वे की रिपोर्ट प्रशासन को भेज दी गई है। विस्तारीकरण के क्षेत्र में आने वाली जमीन, भवन एवं वृक्षों की कीमत का आंकलन 3 सदस्यीय टीम ने पूरा कर लिया है। इस प्रक्रिया में एसडीएम सदर के अलावा प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता एवं प्रभागीय वनाधिकारी शामिल हैं। 268 एकड़ जमीन के सापेक्ष 263 एकड़ भूमि उपलब्ध है। उपलब्ध जमीन की अनुमानित कीमत बाजार भाव के अनुसार डेढ़ अरब से ऊपर आंकी गई है। वहीं अधिग्रहण एवं क्रय की जाने वाली जमीन की कीमत बढ़कर सवा छह अरब हो जाएगी। जनौरा के 902, गंजा के 38 एवं धर्मपुरसहादत के 312 किसानों से विस्तारीकरण के लिए जमीन ली जानी है। करीब 12 करोड़ का आकलन भवन के लिए पीडब्लूडी ने एवं 22 करोड़ रुपये का आकलन वन विभाग ने 1570 वृक्षों का किया है। ये सभी हवाई पट्टी के विस्तारीकरण की जद में हैं। पहले इस एयरपोर्ट की पहुंच सीमित थी। लेकिन अब विस्तारीतरण के बाद इसकी पहुंच दूर-दूर तक होने के साथ-साथ यह मशहूर भी हो जाएगा। योगी के शासन में यूपी के बढ़ते विकास रथ से एक बात तो तय है कि उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में विकास की नई कहानी गढ़ रहा है। विपक्षी पार्टियां कितनी भी आलोचना करें, लेकिन जनता तो सबकुछ देख ही रही है।