अपने बेबाक बोल के लिए जाने जाने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर बेबाकी से अपनी बात रखी है। योगी आदित्यनाथ इस बार इकोनॉमिक्स टाइम्स को साक्षात्कार दे रहे थे। साक्षात्कार में योगी आदित्यनाथ ने एक के बाद एक सभी सवालों के जवाब दिए। इनमें तीन राज्यों में बीजेपी को मिली हार, किसानों की कर्जमाफी और राममंदिर से जुड़े सवालों भी सामिल थे। राम-मंदिर के मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ ने साफ-साफ कहा कि, अयोध्या में मंदिर निर्माण ही एक मात्र समाधान है। इससे अयोध्या में विकास का रास्ता भी साफ होगा। योगी ने बुलंदशहर मामले के बारे में भी साक्षात्कार में बेबाकी से अपनी बात रखी।
योगी आदित्यनाथ से जब पूछा गया कि बुलंदशहर मामले पर कुछ लोग आपके इस्तीफे के बारे में बात कर रहे हैं तो इसपर आदित्यनाथ बोले, “ये कौन बुद्धिजीवी हैं, आईएएस ऑफिसर हैं क्या? ये वही लोग हैं, जिन्हें कोई काम नहीं है। ये वो लोग हैं, जो कश्मीर को भारत से अलग होने की बात करते हैं। इसलिए वो हमेशा मेरे विरोध में ही बात करेंगे। वे मेरे जैसे लोगों के नाम पर जनता को भ्रमित करके हिंसा को बढ़ावा देते हैं। ये बुद्धिजीवी देश को दांव पर लगाकर रोजी-रोटी कमाने वाले हैं। ऐसे लोगों को मुझसे तकलीफ तो होगी ही।” योगी ने कहा कि, इन्हें इससे बेहतर तरीके से परिभाषित नहीं किया जा सकता है।
बुलंदशहर पर पूछे गए सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, “बुलंदशहर की घटना एक दुर्घटना थी। मै स्पष्ट कर देना चाहूंगा कि यह एक दुर्घटना है, एक ऐसी घटना, जिसके पीछे साजिश है। इस साजिश के पीछे जो लोग थे, उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है। ये वही लोग हैं, जो उत्तर प्रदेश सरकार और वहां की पुलिस को चुनौती देने का मौका नहीं ढूंढ़ पाते हैं, वो लोग ऐसी घटना की साजिश रचते हैं। हम इस मामले का खुलासा कर चुके हैं। जल्द ही हम कुछ बड़ा कदम उठाएंगे। कानून व्यवस्था की बात करें तो हम ऐसा नहीं कह सकते है कि हमारे यहां बिल्कुल भी अपराध नहीं होते हैं लेकिन हम पिछले 15 सालों की सरकारों की तुलना में हमारे राज्य में अपराध में बहुत गिरावट लाए है।” बता दें कि, अभी कुछ दिनों पहले ही नसीरुद्दीन शाह ने यूट्यूब पर ‘तथ्य’ नाम का एक वीडियो बनाया था जिसे एक वाम मीडिया चैनल पर अपलोड किया गया था। इसमें उन्होंने अपने बच्चों के भविष्य के प्रति चिंता जाहिर की थी। उनका टारगेट विषय बुलंदशहर में हुई हिंसा थी जिसे लेकर वो वर्तमान सरकार पर अप्रत्यक्ष रुप से हमले करते दिखे थे।
योगी आदित्यनाथ से जब पूछा गया कि आपके यहां एक गाय को लेकर पुलिस ऑफिसर की हत्या कर दी जाती है, तो इस पर योगी ने बेबाकी से कहा, “हमने दोनों की तुलना नहीं की है। पुलिस ऑफीसर की हत्या के आरोपियों की जांच चल रही है। जबकि गोकशी से जुड़े लोगों पर भी कानूनी कार्रवाई चल रही है। हमारे लिए मायने यह रखता है कि हम हर घटना के पीछे के प्रमुख कारणो की तह तक जाएं।”
योगी आदित्यनाथ द्वारा बेबाकी और आत्मविश्वास से दिए गए साक्षात्कार से एक बात तो साफ हो गयी है कि, प्रदेश में हो रही हर आपराधिक घटना पर योगी सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है। वहीं विपक्ष का उद्देश्य 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बदनाम करके अपने पक्ष में माहौल बनाना है। इस साक्षात्कार में योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी एजेंडे की हवा निकालकर रख दी है। उन्होंने इस बात को सिद्ध कर दिया कि ‘असहिष्णुता’ का राग केवल एक बहना और जनता को गुमराह करने का साजिश का हिस्सा है।